Ajay Thakur: भारतीय कबड्डी टीम के लिए एशियन गेम्स (Asian Games 2018) बिल्कुल भी यादगार नहीं रहा था और यह पहला मौका जब भारतीय टीम गोल्ड मेडल जीतने से चूक गई थी। इस टीम की कप्तानी अजय ठाकुर ने की थी और सेमीफाइनल में टीम को ईरान के खिलाफ 27-18 से हार का सामना करना पड़ा था। अब इस हार को याद करते हुए अजय ठाकुर काफी ज्यादा भावुक हो गए।
Sportskeeda Hindi को दिए इंटरव्यू में अजय ठाकुर ने ईरान के खिलाफ मिली हार के बारे में बात की और बताया कि उनके खिलाफ रेफरी गलत फैसला नहीं लेते, तो निश्चित भारत उस मैच को जरूर जीतता। पूर्व कप्तान ने कहा,
"मेरे खिलाफ गया एक फैसला पूरी तरह से गलत था। मेरी टी-शर्ट पूरी तरह से उतर चुकी थी और हर किसी ने इस बात को देखा था। मैं मिडलाइन को क्रॉस करने के काफी करीब था, लेकिन सिर्फ टीशर्ट के कारण ही मैं क्रॉस नहीं कर पाया था। आप भी अगर जूम करके देखेंगे तो साफ तौर पर दिख जाएगा। उस समय हम मैच में आगे थे और इसी फैसले की वजह से हमारी हार हुई। वो रेड मेरी सफल हो जाती, तो हमें 4 पॉइंट्स और मिल जाते और हम जीतने में कामयाब हो जाते। वो एकदम गलत था और Asian Games में हम उसी फैसले की वजह से गोल्ड नहीं जीत पाए।"
आपको बता दें कि जरूर एक समय भारत के पास जीतने का पूरा मौका था, लेकिन अंत में ईरान ने जबरदस्त तरीके से मैच जीता और अंत में फाइनल में जीत दर्ज करते हुए गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी पाई थी। अजय ठाकुर के मुताबिक यह उनके करियर का सबसे दुखी दिन था और यहां तक कि उन्हें अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट करना पड़ गया था। अजय ठाकुर ने कहा,
"एक खिलाड़ी के लिए इससे ज्यादा दुख की बात कोई और हो ही नहीं सकती। सभी की उम्मीद हमसे थी और हम हार गए। मुझे अपनी जिंदगी में इससे ज्यादा दुख कभी नहीं हुआ था। 2-3 दिनों तक मैं ठीक से खाना नहीं खा पाया और मेरे दिमाग से वो बात निकल ही नहीं पा रही थी। कई महीनों तक मैं सो नहीं पाया था और मेरा वजन भी काफी कम हो गया था। मैंने अपने वेरिफाइड फेसबुक अकाउंट (3-4 लाख फॉलोअर्स के साथ) को डिलीट कर दिया था, क्योंकि फैंस के मैसेज और कमेंट्स देखकर मैं परेशान हो गया था। कहते हैं जब आप ऊपर जा रहे होते हैं तो सभी आपके साथ होते हैं और एक झटका क्या लगा सभी आपके खिलाफ हो गए।"
इस मैच में मिली हार ने अजय ठाकुर को पूरी तरह से तोड़ दिया था और इसी वजह से उन्होंने कबड्डी को छोड़ने तक का मुश्किल फैसला ले लिया था। हालांकि अंत में अपने परिवार से बात करने के बाद उन्होंने अपना फैसला बदला। हार से वापसी करने के बारे में बात करते हुए अजय ने कहा,
"मुझे लगा कि मेरी जिंदगी ही खत्म हो गई है और मैंने यहां तक कि कबड्डी छोड़ने तक का फैसला ले लिया था। Asian Games में मैंने सोच लिया था कि मैं दोबारा कबड्डी नहीं खेलूंगा। मैं टीम का कप्तान था, मेरे ऊपर काफी निर्भर कर रहे थे और मैं संभाल नहीं पाया। दोस्तों ने मुझे समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन मैंने मन बना लिया था कि मैं मैट पर वापसी नहीं करूंगा। मैं अपने परिवार से मिला और उस समय मेरी सगाई हो गई थी। मैंने अपनी पत्नी से भी बात की और बाहर गए। उन्होंने मुझे काफी मोटिवेट किया और यहांं तक कि मुझे अलग-अलग उदाहरण भी दिए। इसी के बाद मेरा फैसला बदला और समय के साथ मैं ठीक हुआ।"
Asian Games 2022 में भारतीय कबड्डी टीम गोल्ड मेडल जरूर जीतेगी - अजय ठाकुर
भारतीय टीम जो काम 2018 में नहीं कर पाई थी, वो उनकी कोशिश Asian Games 2022 में करने पर होगी। जीं हां 2 से 7 अक्टूबर तक Asian Games 2022 में कबड्डी मैचों का आयोजन होने वाला है। एक बार फिर भारतीय टीम ही गोल्ड मेडल जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है और ईरान को उनसे कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है।
अजय ठाकुर के अनुसार भारतीय टीम की ही जीत होगी और उन्हें सिर्फ अतिरिक्त दबाव लेने से बचना चाहिए। टीम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,
"हम 100 प्रतिशत गोल्ड मेडल जीतने वाले हैं और इसमें कोई शक नहीं है। भारतीय कबड्डी टीम का जो मुकाम है कि अगर हम 10 पॉइंट्स से पीछे भी होंंगे तब भी हम जीतने का दम रखते हैं। हालांकि हम दबाव काफी ज्यादा ले लेते हैं, क्योंकि हम लगातार जीतते हुए आ रहे हैं और हमारे ऊपर खिताब को बचाने की जिम्मेदारी होती है। सामने वाली टीम के पास हारने के लिए ज्यादा कुछ नहीं होता और इसी वजह से वो खुलकर खेल पाते हैं। खिलाड़ियों की तुलना की जाए, तो हम सभी से काफी बेहतर हैं। पवन सेहरावत, नवीन कुमार और हमारे डिफेंडर्स जैसे खिलाड़ी किसी के पास है ही नहीं।"
भारत ने जून में कोरिया में हुए Asian Kabaddi Championship को पवन कुमार सेहरावत की कप्तानी में जीता था। जब अजय ठाकुर से उसी टीम को Asian Games के लिए चुने जाने के बारे में पूछा गया था पूर्व कप्तान ने कहा कि ट्रायल में खिलाड़ी की फॉर्म के मुताबिक ही चयन होना चाहिए। अजय ठाकुर ने कहा,
"मैं हमेशा कहता हूं कि मौजूदा फॉर्म के हिसाब से ही टीम का चयन होना चाहिए। Asian Kabaddi Championship में जो टीम खेली उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया। हालांकि 10-15 दिनों में भी फॉर्म काफी ऊपर-नीचे हो जाती है। ट्रायल में जो खिलाड़ी अच्छा करते हैं उन्हें ही लेकर जाना चाहिए। अजय ठाकुर ने 2016 वर्ल्ड कप में अच्छा किया और उसे ध्यान में रखकर आप लेकर जाएंगे तो इसका फायदा नहीं। मौजूदा समय में कौन अच्छा कर रहा है, चयन उन्हीं खिलाड़ियों का होना चाहिए।"