) दाएं और बाएं कोनों पर कवर डिफेंडर्स के रूप में खेलती ये जोड़ी विरोधी टीमों के लिए विश्व कप में खतरनाक साबित होगी। प्रो कबड्डी लीग के पहले तीन संस्करणों में यू मुम्बा के लिए साथ खेलने के बाद अगले दो संस्करणों में बेंगलूरू बुल्स में एक दूसरे का साथ खेले हुए ये दोनों खिलाड़ी एक दुसरे की रणनीति को बखूबी जानते और समझते हैं। इस साल की शुरुआत में ये दोनों दक्षिण एशियाई खेलों में भारतीय टीम के लिए स्वर्ण जीत चुके है। प्रतिद्वंदी रेडरों के लिए मुसीबत ये रहेगी कि यदि किसी तरह वे मोहित छिल्लर के वेस्ट-होल्ड से बच भी गए तो दूसरे कोने से सुर्रेंदर नाडा द्वारा 10 में से 9 बार एंकल -होल्ड के शिकार होने का खतरा रहेगा ही। इस जोड़ी के 300 से अधिक अंक खुद में एक ऐसा आंकड़ा है जो भारतीय टीम के खिलाफ कबड्डी मैट पर उतरने से पहले ही प्रतिद्वंदी रेडरों के पसीने छुडाने के लिए काफी है।