पोलिश टीम ने खुद से बेहद मजबूत और दो बार एशियाई खेलों में रजत पदक जीत चुकी ईरानी टीम को 41-25 के अंतर से हराया। यह इस टूर्नामेंट में पोलैंड की दूसरी जीत है। बेशक इस टीम ने अपने तीन मैच काफी बड़े अंतर से गंवाए हों लेकिन ईरान जैसी शक्तिशाली टीम को हराकर अब इसने साबित कर दिया है कि उसका विश्व कप में हिस्सा लेने आना जाया नहीं गया। जीत का अंतर बताता है कि पोलैंड ने किस बहादुरी से ईरान का सामना किया। पोलैंड के पियोट पामूलाक ने मैच का पहला अंक हासिल किया। ईरान ने तकनीकी अंक हासिल करते हुए बराबरी कर ली। पोलैंड के कप्तान माइकल स्पीज्को ने एक और अंक हासिल करते हुए स्कोर 2-1 कर दिया, लेकिन ईरान के कप्तान मिराज शेख ने अपनी टीम को बराबरी दिलाई। पोलैंड ने इसके बाद 5-3 से बढ़त ले ली थी लेकिन ईरान ने फिर वापसी की और स्कोर 5-5 कर लिया। दोनों टीमें के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी। सभी को हैरान करते हुए पोलैंड ने पहले हाफ की समाप्ति तक 17-14 से बढ़त ले ली। पहले हाफ में ईरान को कड़ी टक्कर देने के बाद पोलैंड का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर था। दूसरे हाफ का पहला अंक भी उसी ने हासिल किया। देखते-देखते पोलैंड ने ईरान को 24-16 से पछाड़ दिया। ईरान ने वापसी की कोशिश की लेकिन पोलैंड जीत के मौके को गंवाने के मूड में नहीं था। उसने ईरान पर 30-20 की बढ़त ले ली। यहां से ईरान की टीम पांच अंक ही हासिल कर पाई और पोलैंड ने 11 अंक अपने खाते में जोड़ सभी को सकते में डाल दिया और ईरान को स्तब्ध कर दिया। इस मैच में पोलैंड की जीत के हीरो रहे कप्तान माइकल स्पीज्को। माइकल ने कुल 12 अंक अपनी टीम के लिए जुटाए। इसके अलावा पियोट पामूलाक ने नौ अंक जुटाए। जान बारानोविक को आठ अंक मिले। दूसरी ओर ईरान की ओर से घोलामाबास कोरोयुकी ने सात अंक बनाए। पोलैंड ने 28 रेड अंक बनाए जबकि ईरान को 17 रेड अंक मिले। पोलैंड ने आलआउट करके चार अंक भी बटोरे लेकिन ईरान एक बार भी पोलिश टीम को ऑल आउट नहीं कर सकी। ग्रुप-बी से उम्मीद थी कि ईरान अजेय रहते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश करेगा, लेकिन पोलैंड ने उसे हराकर ग्रुप के सारे समीकरण बदल दिए हैं। अब यदि थाईलैंड ने जापान को हरा दिया तो वह शीर्ष पर होगा और सेमीफाइनल में उसका सामना भारत के साथ होगा। ईरान इस समय पांच मैचों में चार जीत और एक हार के साथ शीर्ष पर है। वहीं, थाईलैंड चार मैचों में तीन जीत से 15 अंक हासिल कर दूसरे स्थान पर है। थाईलैंड और जापान 19 अक्टूबर को एक दूसरे के सामने होंगी। --आईएएनएस