भारतीय खेल जगत से बुधवार को एक दुखद खबर सामने आई। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के उपाध्यक्ष जनार्दन सिंह गहलौत का 70 साल की उम्र में निधन हो गया। जानकारी मिली है कि जनार्दन सिंह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। राजस्थान के पूर्व मंत्री जनार्दन सिंह गहलौत अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष भी थे। जनार्दन सिंह गहलौत भारतीय एमेच्योर कबड्डी महासंघ के 28 साल तक अध्यक्ष रहे। उन्होंने 2013 तक यह भूमिका निभाई।
वह अभी राजस्थान ओलंपिक संघ के अध्यक्ष थे। आईओए के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने जनार्दन सिंह गहलौत के निधन पर संवेदना प्रकट की। नरिंदर बत्रा ने बयान में कहा, 'आईओए परिवार की तरफ से आईओए उपाध्यक्ष और राजस्थान ओलंपिक संघ के अध्यक्ष जनार्दन सिंह गहलौत के असामयिक निधन पर हमारी गहलौत परिवार के प्रति संवेदना है। ईश्वर उनकी आत्मा शांति प्रदान करे और उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे।'
जनार्दन सिंह गहलौत का खेल और राजनीति में अहम योगदान
जनार्दन सिंह गहलौत 2017 में चुने गए आईओए के 9 उपाध्यक्षों में से एक थे। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलौत ने इस खेल प्रशासक के निधन पर शोक व्यक्त किया। वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी थे।
कलराज मिश्र ने बयान में कहा, 'मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति देने के लिये प्रार्थना करता हूं।' मुख्यमंत्री अशोक गहलौत ने कहा कि गहलौत ने राजनीति और खेल में अहम योगदान दिया। उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'पूर्व मंत्री और अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष जनार्दन सिंह गहलौत के निधन पर मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राजनीतिक क्षेत्र एवं खेल जगत में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा। ईश्वर शोकाकुल परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।'
भारत के अनुभवी कबड्डी खिलाड़ी अजय ठाकुर ने भी जनार्दन सिंह गहलौत के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया। अजय ठाकुर ने बताया कि कबड्डी को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। आपकी आत्मा को शांति मिले। वहीं अजय ठाकुर के अलावा राहुल चौधरी, संदीप नरवाल और सुकेश हेगड़े ने सोशल मीडिया के जरिये जनार्दन सिंह गहलौत के निधन पर शोक व्यक्त किया।
भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान अनुप कुमार ने भी जनार्दन सिंह गहलौत के निधन पर श्रद्धांजलि दी और दुनिया में कबड्डी का परिचय कराने का श्रेय उन्हें दिया।