प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) का एक्शन इस साल लौटने वाला है। कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल से इसका आयोजन नहीं हो पाया है। पीकेएल का इस बार 9वां सीजन होता, लेकिन आयोजन नहीं होने के कारण अब 8वें सीजन की शुरूआत होने वाली है। प्रो कबड्डी लीग के आठवें सीजन का आयोजन इस साल जुलाई से अक्टूबर विंडो में किए जाने के बारे में विचार किया जा रहा है। मशाल स्पोर्ट्स के सीईओ और पीकेएल कमिश्नर अनुपम गोस्वामी ने कहा कि प्रो कबड्डी की नैसर्गिक विंडो मानसून के महीने हैं और तभी सीजन 8 की शुरूआत होगी।
गोस्वामी के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने बताया, 'प्रो कबड्डी की नैसर्गिक विंडो मानसून महीने हैं यानी जून से अक्टूबर तक। हम पीकेएल-8 का आयोजन उसी विंडो में करने के बारे में सोच रहे हैं।' जानकारी यह भी मिली है कि प्रो कबड्डी लीग के खिलाड़ियों और टीवी अधिकारों की नीलामी अप्रैल महीने में होगी। प्रो कबड्डी लीग के मुकाबले इंडोर स्टेडियम में आयोजित होते हैं। लिहाजा 50 प्रतिशतक फैंस को अंदर आने की अनुमति होगी। इसके अलावा यह भी मौका है कि प्रबंधन कोविड-19 चिंता के चलते बंद दरवाजों में पीकेएल का आयोजन कराने के बारे में सोचे।
गोस्वामी ने इंटरव्यू में कहा, 'हम अन्य स्थितियों से सीखेंगे। हमारे पास अभी चार महीने हैं। सरकार के दिशा-निर्देशों में बदलाव भी आ सकता है, लेकिन हम सुरक्षित दिखना चाहते हैं।' यह देखना रोचक होगा कि आयोजन एसी सहित तकनीक का उपयोग कैसे करते हैं। इंडोर स्टेडियम में कोविड-19 के फैलने का एक कारण वेंटीलेशन और एयर कंडीशनिंग सिस्टम को माना गया है। डब्ल्यूएचओ ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि कोरोना वायरस को इंडोर में फैलने से कैस कम करे।
पीकेएल कराने के लिए पूरी योजना लगभग तैयार
डब्ल्यूएचओ ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा, 'गर्मी, वेंटिलेशन और एसी सिस्टम इंडोर एयर तापमान और तपन को स्वस्थ व सहज स्तर पर बरकरार रखने के लिए उपयोग किए जाते हैं। अच्छे से बरकरार रखने और ऑपरेटेड सिस्टम इंडोर जगह में कोविड-19 को फैलने से रोक सकते हैं। इसके लिए हवा बदलने की गति, हवा को दोबारा फैलने से रोकना और बाहरी हवा अंदर आने से रोकना शामिल है। सेटिंग्स को दोबारा हवा को फैलने से रोके, उसका इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। एचवीएसी सिस्टम नियमित तौर पर जांचना, मैंटेन करना और स्वच्छ रखना चाहिए।'
गोस्वामी ने कहा कि सरकार ने महामारी से सुरक्षा के लिए जो नियम और दिशा-निर्देश जारी किए हैं, हम उसका पालन करने को तैयार हैं। खिलाड़ियों को क्वारंटीन से गुजरना होगा और कड़े बायो-बबल की संभावना भी है। उन्होंने कहा, 'हम हर सलाहकार, दिशानिर्देश, विनियमन का पालन करेंगे जो केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के पास COVID-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल के रूप में है। हम कोविड की सुरक्षा को एक नैतिक के रूप में भी अपनाएंगे, यह दिखाने के लिए कि खिलाड़ियों और सभी अधिकारियों के स्वास्थ्य को देखने के मामले में एक स्वदेशी खेल कठोर हो सकता है। संगरोध और सुरक्षा उपायों को बहुत कठोर होना होगा।'