कबड्डी विश्व कप 2016 : ''एकजुट होकर खेलना ही भारत की सबसे बड़ी ताक़त''

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2016 कबड्डी वर्ल्ड कप की उल्टी गिनती अब शुरू हो चुकी है, और इसकी शुरूआत गुजरात के शहर अहमदाबाद में होने जा रही है । 1990 से लेकर अबतक भारत का कबड्डी की दुनिया में बोलबाला रहा है, और यही वजह है कि भारत एशियन गेम्स में 7 गोल्ड मेडल जीत चुका है और पिछले दो विश्व कप भी। लेकिन इस बार मुकाबला कड़ा हो सकता है क्योंकि प्रो-कबड्डी लीग के आगमन के बाद से ही कुछ विरोधी टीमों में कमाल का सुधार देखने को मिला है, जिनमें कोरिया और इरान का नाम शामिल है। विश्व कप के लिए भारतीय जर्सी लॉन्च के कार्यक्रम में स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बात की भारत और पुनेरी पलटन के दिग्गज खिलाड़ी मनजीत चिल्लर ने 30 साल का ये ऑलराउंडर अपने करियर में अभी और क़ामयाबियां और सुनहरे पल जोड़ सकता है, और इसलिए चिल्लर की माने तो उनका कहना है कि “इस साल हमारे लिए कोई भी सत्र खराब नहीं रहा, इसके अलावा प्रो-कबड्डी लीग के खत्म होने और भारतीय कैम्प की शुरूआत के बीच में भी कोई ज्यादा वक्त नहीं था, हम लगातार अभ्यास कर रहे हैं और सभी लड़के फिट हैं।” इस भारतीय टीम के बारे में बात करते हुए मनजीत पूरी तरह आत्मविश्वास से भरे नजर आए उनका कहना था कि “’टीम में सभी खिलाड़ी बेहतरीन हैं, काफी खिलाड़ियों ने पहले से ही काफी अंतर्राष्ट्रीय मुकबाले खेले हैं और देश के लिए भी खेल चुके हैं, हम हर मैच में एक होकर खेलते हैं जो हमारी सबसे बड़ी ताकत है और यही वजह भी है, हमारे गोल्ड मेडल जीतने की।” भारत और जयपुर पिंक पैंथर्स के हेड कोच बलवंत सिंह कि बात करें तो उनका मानना साफ है कि इस बार भी उनके पास मौका है और चुनौती भी क्योंकि उन्हें 15 शानदार खिलाड़ियों में से आखिरी 7 को चुनना है, ये एक अच्छी परेशानी है, लेकिन चुनौती है हालांकि मनजीत का कहना साफ है कि खिलाड़ियों का चयन प्रदर्शन के आधार पर ही होना चाहिए उन्होंने कहा “आखिरी सात को चुनने की जिम्मेदारी कोच की है मेरी नहीं, वो खुद इस बात पर फैसला लेंगे, अगर मेरा प्रदर्शन खराब है तो बेशक मुझे आखिरी 7 से बाहर रखा जाए, क्योंकि आखिर में हर कोई यही चाहता है कि देश जीते फिर चाहे कोई भी खेले।” प्रतिभाशाली ऑलराउंडर ने चार उन ताकतों की भी बात कही जो हर खेल में हर खिलाड़ी को बहेतर बनाने में मदद करती हैं “अभ्यास, आराम, आहार और अनुशासन ही वे चार ताकतें हैं जो किसी भी खेल को खेलने वाले खिलाड़ी को बड़ा और बेहतर बनाती हैं, अगर वो इन चारों चीजों पर इमानदारी से काम करता है तो।” ये भी मनजीत ने इस खास मुलाकात में कहा । आखिरकार इस दिग्गज अनुभवी खिलाड़ी ने हमें मैच के दिन अपने आहार के बारे में बताया मनजीत छिल्लर ने बताया कि “मैच वाले दिन मैं बहुत हल्का खाना खाता हूं, अगर मैच शाम को है तो मैं सुबह का नाश्ता करकर पूरे दिन कुछ नहीं खाता” अब इस चैंपियन खिलाड़ी की बातों और इतिहास को देखते हुए ये कहना शायद गलत नहीं होगा कि भारत कबड्डी वर्ल्ड कप खिताबों की हैट्रिक लगाने में इस बार कामयाब हो जाएगा