Pardeep Narwal: सितंबर-अक्टूबर में एशियन गेम्स (Asian Games 2023) का आयोजन होने वाला है और इसमें भारतीय कबड्डी टीम भी हिस्सा लेने वाली है। इस बीच जरूर भारतीय टीम का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन परदीप नरवाल (Pardeep Narwal) एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें लेकर काफी ज्यादा चर्चा की जा रही है। अब यूपी योद्धाज (UP Yoddhas) के कोच जसवीर सिंह ने कहा है कि परदीप भारत के लिए खेलना डिजर्व करते हैं।
Sportskeeda को दिए खास इंटरव्यू में जसवीर सिंह ने परदीप नरवाल की तारीफ करते हुए बताया कि वो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और उनके पास अच्छा अनुभव भी है। इसी वजह से उनकी जगह टीम में बनती है। साथ ही वो दबाव में आकर बिखरते नहीं है और अपना नेचुरल गेम ही खेलते हैं। उन्होंने कहा,
"परदीप नरवाल भारत के लिए खेलना डिजर्व करते हैं। PKL 8 की शुरुआत जरूर उनकी उम्मीद मुताबिक नहीं रही थी, लेकिन इसके बाद से वो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वो अनुभवी खिलाड़ी हैं और उनकी जगह टीम में बनती ही है। मैं जितना परदीप नरवाल को जानता हूं और जो मैंने उन्हें देखा है वो ऐसे खिलाड़ी हैं कि वो कभी भी मैच जिता सकते हैं। वो दबाव को अच्छे से झेल सकते हैं और इस मामले में वो सभी से आगे हैं। वो घबराते नहीं है और अपनी गेम ही खेलते हैं।"
आपको बता दें कि भारत ने जून में एशियन कबड्डी चैंपियनशिप खेली थी, जिसमें टीम की कप्तानी पवन कुमार सेहरावत ने की थी और अंत में भारत ने खिताबी जीत भी दर्ज की थी। हालांकि इस टीम में परदीप नरवाल को जगह नहीं मिली थी, जिसके बाद यह कयास लगाए जाने लगे थे कि शायद परदीप को एशियन गेम्स के लिए टीम में भी मौका ना मिले।
इस बीच जब जसवीर सिंह से एशियन गेम्स में भारतीय टीम के जीतने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने भारत को ही प्रबल दावेदार बताया और साथ ही टीम में बदलाव को लेकर उन्होंने कहा,
"हमारी टीम काफी ज्यादा अच्छी है और हमने जो पिछली बार गलती की मैनेजमेंट ने उससे सीखा होगा। टीम ने काफी ज्यादा कैंप भी किए हैं और तैयारी जबरदस्त दिख रही है। उम्मीद है कि हम गोल्ड जीत सकते हैं और ईरान से टक्कर मिलने की संभावना ज्यादा है। टीम में क्या बदलाव होने चाहिए यह फैसला कोच और मैनेजमेंट का ही है। जो भी 12 खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा हो वो पूरी तरह फिट होने चाहिए। मेरे हिसाब से अभी हमारी टीम में राइट के रेडर्स ज्यादा हैं और इसी वजह से एक-दो लेफ्ट रेडर्स को शामिल किया जा सकता है। परदीप नरवाल की जगह बनती है, वो लेफ्ट के सबसे अच्छे रेडर हैं।"
PKL को UP Yoddhas के कोच ने कबड्डी के लिए संजीवनी की तरह बताया
Pro Kabaddi League, PKL की शुरुआत साल 2014 में हुई थी। इससे पहले भी भारत में कबड्डी खेली जाती थी और टीम लगातार अच्छा भी कर रही थी। हालांकि जो पहचान कबड्डी को PKL के आने के बाद मिली इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह कुछ ही समय में IPL के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी लीग बन गई।
यूपी योद्धाज के कोच ने PKL को कबड्डी के लिए संजीवनी बता दी और कहा कि अगर यह लीग नहीं आई होती तो कबड्डी का भविष्य इतना उज्जवल नहीं रहता। उन्होंने PKL को लेकर कहा,
"कबड्डी के लिए PKL एक संजीवनी की तरह आया है। इस लीग के शुरू होने से पहले कबड्डी लगभग खत्म होने के कगार पर आ गया था और यह पूरी तरह से गांव का खेल बनकर रह गया था। इसी वजह से काफी कम टीमें रह गई थी और इसे खेलना भी लोगों ने बंद कर दिया था। हालांकि PKL ने कबड्डी के लिए बहुत जबरदस्त काम किया है। असलम इनामदार-मोहित गोयत जैसे खिलाड़ी PKL की वजह से ही इतना ऊपर आए हैं।"
PKL में लगातार नियमों में बदलाव होते रहते हैं और पिछले सीजन ही दो सबसे बड़े बदलाव देखने को मिले थे। एक तरफ लॉबी रूल को हटा दिया गया था, तो दूसरी तरफ सब्स्टीट्यूट प्लेयर्स की लिस्ट में भी इजाफा हुआ था। जसवीर सिंह ने नियम बदलने के बारे में बात करते हुए कहा,
"किसी भी नियम को बदलना यह तो टेक्निकल टीम का काम है। वो काफी ज्यादा अनुभवी है और इसके साथ ही दिग्गज कोच और हमसे भी सलाह ली जाती है। पिछले साल लॉबी रूल को बदला गया, जिसकी वजह से टीमों को काफी नुकसान होता था। अभी तो ज्यादातर नियम सही ही हैं, लेकिन यह मांग उठ रही है कि तीसरी रेड की जगह दूसरी रेड को ही डू और डाई रेड बना देना चाहिए। इससे गेम में तेजी आएगी और रोमांच भी बना रहेगा।