कुलदीप सिंह ने लगभग हर मैच में अपना योगदान दिया और उनके डिफेन्स का पटना पाइरेट्स की सफलता में अहम योगदान था। वहीँ पुनेरी पलटन के कप्तान मंजीत ने अपनी टीम के डिफेन्स को मजबूती दी और एक मैच में सबसे ज्यादा 11 टैकल पोइंटका रिकॉर्ड भी बनाया। फैसला: मंजीत छिल्लर (पटना पाइरेट्स 3-2 रेस्ट ऑफ़ प्रो कबड्डी लीग): सीजन में कुलदीप के 29 टैकल के मुकाबले मंजीत के 43 सफल टैकल ने रेस्ट ऑफ़ PKL को मैच में बनाये रखा है। # राजेश मोंडल vs राहुल चौधरी राजेश मोंडल ने 57 रेड पॉइंट के साथ पटना पाइरेट्स के लिए बढ़िया प्रदर्शन किया। डू-ऑर-डाई रेड में उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा। वहीँ तेलुगु टाइटन्स के कप्तान राहुल चौधरी के लिए ये सीजन काफी बेहतरीन रहा और उन्होंने 146 रेड पॉइंट हसिल कर प्रो कबड्डी में अपने 500 पॉइंट पूरे किये। फैसला: राहुल चौधरी (पटना पाइरेट्स 3-3 रेस्ट ऑफ़ प्रो कबड्डी लीग): राहुल चौधरी की टीम लेग में कहीं भी रहे लेकिन उनका प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहता है और वो भारत में कबड्डी के पोस्टर बॉय हैं। इसी वजह से वो बेहतर खिलाड़ी हैं और अब ये मुकाबला बराबरी पर है। # धरमराज चेरालाथन vs अमित हूडा पटना पाइरेट्स के कप्तान धरमराज चेरालाथन ने अपनी कप्तानी के दम पर पटना पाइरेट्स को खिताब तक पहुँचाया। उनका डिफेन्स काफी शानदार रहता है। वहीँ जयपुर पिंक पैंथर्स के 20 साल के युवा अमित हूडा ने सीजन में 47 सफल टैकल करके अपनी टीम को फाइनल ने पहुँचाया था। फैसला: अमित हूडा (पटना पाइरेट्स 3-4 रेस्ट ऑफ़ प्रो कबड्डी लीग): अमित हूडा ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर इस मुकाबले में रेस्ट ऑफ़ प्रो कबड्डी लीग को जीत दिला दी। पटना पाइरेट्स वैसे तो बहुत ही मजबूत टीम है लेकिन अगर इन खिलाड़ियों की टीम उनके खिलाफ खेले तो उनकी भी हालत खराब हो सकती है। अगर ये दोनों टीमें आपस में खेलीं तो कुछ भी कहना मुश्किल होगा, क्योंकि मैच पेपर पर नहीं कोर्ट पर जीते जाते हैं।