PKL 10: प्रो कबड्डी (PKL 10) में प्ले-ऑफ की दौड़ से आखिरकार परदीप नरवाल की कप्तानी वाली यूपी योद्धाज बाहर हो चुकी है। PKL का हिस्सा बनने के बाद से यह पहला मौका है, जब यूपी आखिरी 6 में जगह बनाने में कामयाब नहीं हुए हैं। इसी के साथ परदीप नरवाल का सपना भी चकनाचूर हो गया है।
तेलुगु टाइटंस के बाद यूपी योद्धाज दूसरी ऐसी टीम है जोकि PKL 10 में प्ले-ऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है। इस सीजन शुरुआत से ही यूपी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और एक समय पर टीम लगातार 8 मैच हारी, जिसकी वजह से उनका सफर काफी ज्यादा मु्श्किल हो गया था। दिल्ली लेग में पटना पाइरेट्स को जयपुर पिंक पैंथर्स के खिलाफ मिली जीत के बाद यूपी के बचे हुए सभी रास्ते भी खत्म हो गए।
यूपी के कप्तान परदीप नरवाल के लिए यह भी तगड़े झटके कम से नहीं था और उनका यूपी को पहली बार चैंपियन बनाने का सपना चकनाचूर हो गया। इसी के साथ परदीप नरवाल का यूपी के लिए खेलते हुए यह पहला सीजन होगा, जब टीम प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई करने में कामयाब नहीं हुई।
हाल ही में यूपी ने 6 फरवरी को तमिल थलाइवाज के खिलाफ मुकाबला खेला था और इसमें ज्यादातर मुख्य खिलाड़ियों को प्लेइंग 7 से बाहर रखा गया था और युवा प्लेयर्स को मौका दिया गया। हालांकि, तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें इस मैच को जीतने में कामयाबी नहीं मिली और थलाइवाज के खिलाफ 32-25 से हार का सामना करना पड़ा।
PKL 10 के इस मैच में तमिल थलाइवाज के लिए रेडिंग में नरेंदर कंडोला (10 रेड पॉइंट्स) ने सुपर 10 लगाया और डिफेंस में साहिल गुलिया (6 टैकल पॉइंट्स) ने हाई 5 लगाया। यूपी योद्धाज के लिए रेडिंग में गगन ने सबसे ज्यादा 6 रेड पॉइंट्स लिए और डिफेंस में हितेश-आशु सिंह ने 3-3 टैकल पॉइंट्स लिए।
PKL 10 में UP Yoddhas को कितने मैच और खेलने हैं?
यूपी योद्धाज को अभी PKL 10 में 4 मुकाबले और खेलने हैं। 9 फरवरी को टीम का मुकाबला हरियाणा स्टीलर्स, 12 फरवरी को जयपुर पिंक पैंथर्स, 17 फरवरी को गुजरात जायंट्स और 21 फरवरी को उन्हें पुनेरी पलटन के खिलाफ अपने बचे हुए लीग स्टेज के मुकाबले खेले हैं।
भले ही यूपी की टीम प्ले-ऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है, लेकिन उनकी कोशिश बचे हुए मैचों को जीतते हुए अंक तालिका में अपनी स्थिति थोड़ी बेहतर करने की होगी। इसके साथ ही वो आगे भी युवा खिलाड़ियों को मौका देते हुए भविष्य के लिए टीम बनाने का प्रयास करेंगे।