प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) का एक और सीजन खत्म हो गया है और जयपुर पिंक पैंथर्स ने PKL 2022 का खिताब जीता। PKL के नौवें सीजन में कई कप्तानों ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया और इसका फायदा टीमों को मिला। हालाँकि कई कप्तानों ने अपने प्रदर्शन से निराश भी किया।
कई टीमों ने सीजन के बीच में कप्तानों को भी बदला, वहीं कुछ टीमें ऐसी रही जिन्होंने पूरा सीजन अपने कप्तान पर भरोसा जताया।
आइये अब नज़र डालते हैं PKL के 2 ऐसे कप्तानों पर जो सुपरहिट रहे और 2 ऐसे कप्तानों पर जो सुपर फ्लॉप रहे:
# सुनील कुमार (जयपुर पिंक पैंथर्स)
PKL 2022 के लिए जयपुर पिंक पैंथर्स ने सुनील कुमार को कप्तान बनाया और उन्होंने आठ साल बाद टीम को खिताब दिलाकर इस फैसले को पूरी तरह सही साबित किया। सुनील ने जयपुर की युवा टीम का बहुत ही अच्छे तरीके से संभाला और खुद भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया। सुनील ने 23 मैचों में 4 हाई 5 की मदद से 64 पॉइंट लिए और सबसे ज्यादा टैकल पॉइंट के मामले में चौथे स्थान पर रहे।
# फ़ज़ल अत्राचली (पुनेरी पलटन)
पुनेरी पलटन ने PKL 2022 के लिए ईरान के सुल्तान फ़ज़ल अत्राचली को कप्तान बनाया और उन्होंने टीम को पहली बार फाइनल में पहुंचाकर इस फैसले को सही साबित किया। फ़ज़ल ने बहुत ही शानदार तरीके से पुनेरी पलटन के युवा खिलाड़ियों की अगुवाई की, लेकिन फाइनल में खिताब दिलाने से एक कदम दूर रह गए। फ़ज़ल ने 21 मैचों में 3 हाई 5 की मदद से 56 पॉइंट लिए और सबसे ज्यादा टैकल पॉइंट लेने के मामले में 10वें स्थान पर रहे।
# नीरज कुमार (पटना पाइरेट्स)
PKL के आठवें सीजन में पटना पाइरेट्स की टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन इस बार वह टॉप 6 में भी नहीं रही। पटना की इस खराब हालत के पीछे कप्तान नीरज कुमार का निराशाजनक प्रदर्शन प्रमुख रूप से जिम्मेदार रहा। नीरज ने 21 मैचों में सिर्फ एक हाई 5 की मदद से 29 टैकल पॉइंट लिए। गौरतलब है कि पटना पाइरेट्स की टीम नौवें सीजन में 10वें स्थान पर रही।
# नितेश कुमार (यूपी योद्धा)
PKL 2022 में यूपी योद्धा के कप्तान नितेश कुमार ने भी काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया और इसी वजह से उन्होंने बीच सीजन में कप्तानी भी छोड़ दी थी। हालाँकि नितेश के कप्तानी छोड़ने के बाद परदीप नरवाल ने अपनी कप्तानी में टीम को टॉप 6 में पहुंचाया।
नितेश कुमार ने नौवें सीजन के 22 मैचों में सिर्फ 34 टैकल पॉइंट लिए, जिसमें उन्होंने एक भी हाई 5 नहीं लगाया।