प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) का नौवां सीजन खत्म हो चुका है और इस सीजन में भी काफी जबरदस्त मुकाबले देखने को मिले। पहले सीजन की विजेता जयपुर पिंक पैंथर्स ने आठ साल बाद दूसरी बार ख़िताब पर कब्ज़ा किया। PKL 2022 में काफी रेडर और डिफेंडर ने अपने प्रदर्शन से बहुत ज्यादा प्रभावित किया।
हालाँकि काफी खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिनसे टीमों को काफी उम्मीदें थी, लेकिन वह बुरी तरह फ्लॉप रहे। कई टीमों ने प्रमुख खिलाड़ियों पर बड़ा दांव खेला था, लेकिन यह उनके लिए उल्टा पड़ गया।
आइये नज़र डालते हैं 3 दिग्गज खिलाड़ियों पर जो PKL 2022 में एकदम फ्लॉप साबित हुए:
# विकास कंडोला (बेंगलुरु बुल्स)
PKL 2022 के ऑक्शन में बेंगलुरु बुल्स ने विकास कंडोला को काफी महंगी राशि में खरीदा था। हालाँकि टीम के मुख्य रेडर होने के बावजूद विकास ने काफी निराश किया। विकास के नाम नौवें सीजन के 24 मैचों में सिर्फ 4 सुपर 10 की मदद से 135 रेड पॉइंट रहे और उनका प्रति मैच औसत 6 से भी कम रहा।
# मोनू गोयत (तेलुगु टाइटंस)
तेलुगु टाइटंस ने PKL 2022 में मोनू गोयत को 20 लाख में खरीदा था। हालाँकि टीम के साथ-साथ मोनू का प्रदर्शन भी काफी निराशाजनक रहा। 12 टीमों में तेलुगु टाइटंस की टीम आखिरी स्थान पर रही। मोनू ने सिर्फ 10 मैच खेले और इसमें उनके नाम सिर्फ 32 रेड पॉइंट रहे। गौरतलब है कि सीजन के बीच में तेलुगु टाइटंस ने मोनू को कप्तान भी बनाया था, लेकिन इसका फायदा नहीं हुआ।
# दीपक निवास हूडा (बंगाल वॉरियर्स)
बंगाल वॉरियर्स ने PKL 2022 में दिग्गज ऑलराउंडर दीपक निवास हूडा को 43 लाख में खरीदा था। हालाँकि दीपक ने कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं किया और फ्लॉप रहे। नौवें सीजन में दीपक ने 1000 रेड पॉइंट पूरा करने का रिकॉर्ड भी बनाया, लेकिन कुल मिलाकर उनका सीजन निराशाजनक ही रहा। दीपक ने 17 मैचों में सिर्फ 47 रेड पॉइंट लिए, जिसमें एक भी सुपर 10 शामिल नहीं था। इसके अलावा डिफेंस में भी दीपक सिर्फ 9 टैकल पॉइंट ले सके।