"परदीप नरवाल ने साबित किया कि वो खत्म नहीं हुए हैं"- PKL 2022 के प्ले-ऑफ से पहले टीम के कोच से खास बातचीत

PKL 2022
PKL 2022 का एलिमिनेटर मैच खेलेगी यूपी योद्धाज (Photo: Pro Kabaddi League)

PKL 2022 में यूपी योद्धाज (UP Yoddhas) ने इतिहास रचते हुए एक बार फिर प्ले-ऑफ में जगह बनाई। यूपी इकलौती ऐसी टीम है जोकि हर बार प्ले-ऑफ में पहुंचने में कामयाब हुई है। शुरुआत में यूपी योद्धाज ने काफी मुश्किलों को सामना किया, लेकिन सही समय पर टीम ने लय हासिल करते हुए अहम मुकाबले जीते और अंतिम 6 में जगह बनाई।

आपको बता दें कि यूपी योद्धाज ने लीग स्टेज के 22 में से 12 मुकाबले जीते, 8 मैचों में उन्हें हार मिली और दो मुकाबले उन्होंने टाई खेले हैं। 71 अंकों के साथ वो पॉइंट्स टेबल में चौथे स्थान पर रहे थे, लेकिन उन्हें प्ले-ऑफ में जगह बनाने में ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा था। हालांकि टीम टॉप-2 में खत्म नहीं कर पाई और उन्हें एलिमिनेटर मैच खेलने होंगे। यूपी को पहली बार खिताबी जीत दर्ज करनी है, तो वो एक भी गलती नहीं कर सकते हैं।

दूसरे एलिमिनेटर मुकाबले में यूपी योद्धाज का मुकाबला तमिल थलाइवाज के खिलाफ होने वाला है। यूपी के प्ले-ऑफ में पहुंचने के बाद टीम के हेड कोच जसवीर सिंह ने Sportskeeda के साथ खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने टीम के प्रदर्शन, अनुभवी खिलाड़ियों के इम्पैक्ट, परदीप नरवाल की फॉर्म को लेकर बात की।

-PKL 2022 में यूपी योद्धाज ने बीच सीजन में कप्तान बदला, उसका कितना सकारात्मक असर टीम के ऊपर पड़ा है?

-नितेश कुमार की फॉर्म में कमी आई थी और इस वजह से उन्होंने मैनेजमेंट और टीम के मालिक से भी बात की। उन्होंने अपने प्रदर्शन पर ध्यान देने के लिए कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया। कप्तानी कभी हमारे लिए इतनी बड़ी दिक्कत नहीं रही। सभी मिलकर फैसले लेते हैं और परदीप नरवाल का नाम भी नितेश कुमार ने ही दिया। परदीप नरवाल ने कप्तानी करने का फैसला लिया, लेकिन कोर्ट में टीम को मैनेज करने का काम नितेश कुमार भी कर रहे हैं। कप्तान बदलने से ही हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं हुआ है। उस समय मोमेंटम हमारे पास नहीं था और हमसे काफी गलतियां हो रही थी। मैच दर मैच टीम बेहतर हुई और इसी वजह से हम अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब हुए।

-प्ले-ऑफ के मैचों में परदीप नरवाल का रोल कितना अहम होने वाला है?

-परदीप नरवाल का रोल काफी ज्यादा अहम होने वाला है और वो लगातार काफी अच्छा भी कर रहे हैं। बेंगलुरु बुल्स के खिलाफ मैच में भी परदीप नरवाल ने काफी गलतियां की थी, लेकिन फिर भी उन्होंने सुपर 10 लगाया। परदीप नरवाल की स्किल या इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं आई है और इसके ऊपर कोई भी सवाल नहीं उठा सकता। पहले उन्होंने कम मैच खेले और इसका असर उनके प्रदर्शन पर दिख रहा था। उम्र के साथ उनकी फिटनेस पर भी काफी असर पड़ा है। हालांकि उन्होंने अपनी फिटनेस पर काफी काम किया। परदीप नरवाल ने अपना वजन कम किया, डाइट पर पूरा ध्यान दिया और फिटनेस पर काम किया। इसी का नतीजा सब देख रहे हैं। हर कोई सोच रहा था कि परदीप नरवाल खत्म हो गए हैं, लेकिन उन्होंने साबित किया कि मेहनत के साथ अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं।

-यूपी योद्धाज ने लगातार 5वें सीजन में प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई किया है, टीम के प्रदर्शन को लेकर क्या कहना हैं?

-यह दिखाता है कि यूपी योद्धाज का टीम मैनेजमेंट और सपोर्ट स्टाफ कितनी निरंतरता के साथ काम करता है। लीग के अलावा भी हम टीम के साथ हमेशा जुड़े रहते हैं। मेरठ में यूपी योद्धाज अकादमी भी है और उसमें सभी खिलाड़ी (NYP भी) हमारे टच में रहते हैं। लगातार 5वें सीजन प्ले-ऑफ में पहुंचने का मुख्य कारण यह भी है। हम जो मेहनत कर रहे हैं, उसका फल हमें मिल रहा है।

-यूपी योद्धाज लगातार प्ले-ऑफ में पहुंच रही है, लेकिन एक बार भी फाइनल नहीं खेल पाई है। इस सीजन टीम की क्या अलग रणनीति रहेगी?

-सीजन 6 में हमारी टीम काफी अच्छी थी, लेकिन हम इंजरी से काफी परेशान रहे थे। सीजन 7 में भी हमने अच्छा किया, लेकिन टाई ब्रेकर में हम हार गए। नॉक-आउट मैचों में कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है। पिछले सीजन में हमने शुरुआत में संघर्ष किया, लेकिन बाद में हमने वापसी की। इस बार हमारी टीम बहुत ज्यादा अच्छी है। रेडिंग में हमारे पास परदीप नरवाल, सुरेंदर गिल, संदीप नरवाल हैं। डिफेंस भी हमारा काफी अच्छा है और मुझे उम्मीद है कि इस बार हम एक लेवल ऊपर जरूर जाएंगे।

-परदीप नरवाल और संदीप नरवाल पहले भी दूसरी टीमों के साथ खिताब जीत चुके हैं उनका अनुभव टीम के कितने काम आएगा?

-इससे काफी फर्क पड़ता है। खिलाड़ी चैंपियन बने हैं या नहीं यह इतना मायना नहीं रखता, लेकिन अनुभव काफी काम आ सकता है। उन्हें बड़े मैचों का अच्छा अनुभव होता है और यह पहले हाई-प्रेशर मैच खेल चुके हैं। मैं यह नहीं कहूंगा कि एक टीम को चैंपियन बनाने वाला खिलाड़ी दूसरी टीम को भी चैंपियन बनाएगा। हालांकि अनुभवी खिलाड़ी के टीम में रहने से काफी फर्क पड़ता है।

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