प्रो कबड्डी लीग (PKL 8) की शुरुआत में सभी की नजर स्टार रेडर परदीप नरवाल (Pardeep Narwal) के ऊपर थी। उन्हें 8वें सीजन में यूपी योद्धा (UP Yoddha) ने 1 करोड़ 65 लाख रुपये में खरीदा था। वो PKL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी भी हैं और इसी वजह से हर कोई उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा था।
यूपी योद्धा ने अभी तक 16 मुकाबले खेल लिए हैं और चौंकाने वाली बात यह है कि परदीप नरवाल टीम के अभी तक सर्वश्रेष्ठ रेडर नहीं हैं। उनके लिए सबसे ज्यादा पॉइंट्स सुरेंदर गिल ने हासिल किए हैं। एक तरफ जहां परदीप नरवाल ने 16 मैचों में 107 पॉइंट्स हासिल किए हैं और उन्होंने 4 सुपर 10 लगाए हैं। दूसरी तरफ सुरेंदर गिल ने 15 मैचों में 131 रेड पॉइंट्स हासिल किए और उन्होंने 6 सुपर 10 लगाए हैं।
इस सीजन की शुरुआत से पहले अगर कोई कहता कि परदीप नरवाल के टीम में रहते हुए कोई दूसरा खिलाड़ी उनसे ज्यादा पॉइंट हासिल करेगा तो शायद ही किसी को इस बात के ऊपर यकीन होता। हालांकि जिस परदीप नरवाल को सब जानते हैं वैसा प्रदर्शन अभी तक इस सीजन में देखने को बिल्कुल भी नहीं मिला है।
परदीप नरवाल को काफी ज्यादा संघर्ष करते हुए देखा गया है। इसी वजह से यूपी योद्धा ने परदीप नरवाल को कई बार मैच के बीच में ही बेंच कर दिया। यहां तक कि पटना पाइरेट्स के खिलाफ उन्हें स्टार्टिंग सेवन में मौका नहीं मिला और ड्रॉप कर दिया गया। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही कारणों पर नजर डालेंगे कि आखिर परदीप नरवाल उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में कामयाब क्यों नहीं हो पा रहे हैं।
#) PKL 8 में परदीप नरवाल को ज्यादा रेड करने का मौका नहीं मिला है
यूपी योद्धा की टीम परदीप नरवाल के ऊपर ही पूरी तरह से रेडिंग की जिम्मेदारी नहीं आई। उनके अलावा टीम ने सुरेंदर गिल और श्रीकांत जाधव को भी रेडिंग के पूरे मौके दिए हैं। आपको बता दें कि PKL 8 में यूपी योद्धा के लिए सबसे ज्यादा रेड सुरेंदर गिल (227) ने किए हैं। परदीप नरवाल ने 214 रेड की हैं और श्रीकांत जाधव ने 135 रेड की हैं।
यह आंकड़े दिखाते हैं कि परदीप नरवाल इस सीजन एक प्रमुख रेडर की भूमिका में नहीं हैं। वो पटना पाइरेट्स के लिए जितने भी सीजन खेले हैं वहां वो एक मुख्य रेडर की भूमिका निभाते थे। इसी वजह से टीम की ज्यादातर रेड वो ही किया करते थे और उन्हें काफी ज्यादा सफलता भी मिली।
हालांकि यूपी योद्धा में उनका रोल पूरी तरह से बदल गया और इस सीजन उनके रेडिंग में उतने पॉइंट नहीं है जैसी उम्मीद फैंस ने की थी। अगर परदीप नरवाल यूपी योद्धा के लिए भी उसी तरह का रोल निभाते जैसे वो पटना पाइरेट्स में किया करते थे तो उनके आंकड़े और भी ज्यादा बेहतर हो सकते थे। परदीप नरवाल का प्रति मैच पॉइंट लाने का औसत 7 का है और मौजूदा हालात में देखते हुए यह औसत कम नहीं है, क्योंकि सुरेंदर गिल और श्रीकांत जाधव भी लगातार पॉइंट्स हासिल कर रहे हैं।
#) PKL 8 से पहले मैच प्रैक्टिस की कमी
PKL 8 का आयोजन लगभग दो साल के बाद हो रहा है। इससे पहले खिलाड़ियों ने जरूर टीम कैंप में हिस्सा लिया और काफी ज्यादा अभ्यास किया। हालांकि मैच प्रैक्टिस की कमी साफ तौर पर देखी जा सकती है। यह बात सिर्फ परदीप नरवाल के लिए ही लागू नहीं होती, बल्कि लीग के दूसरे रेडर्स को भी इस दिक्कत का सामना करना पड़ा है।
कोरोना के कारण खिलाड़ियों को अपने घर पर ही ज्यादातर अभ्यास करना पड़ा। इस बीच जरूर सीनियर नेशनल्स हुए, लेकिन PKL 8 के आयोजन से पहले खिलाड़ियों को कुछ खास मैच प्रैक्टिस नहीं मिली है। PKL में खेल का स्टैंडर्ड फी हाई है और दो साल के अंतरालका ने काफी कुछ बदला है। परदीप नरवाल की उम्र भी बढ़ी है और इसी वजह से उनके खेल में मैच प्रैक्टिस की कमी देखने को मिली है।
#) PKL 8 में परदीप नरवाल के लिए टीमों के पास है खास रणनीति
परदीप नरवाल के पास काबिलियत है कि वो अपने दम पर मैच का रुख बदलने की काबिलियत रखते हैं। उन्होंने अपने करियर में ऐसा कई बार किया है, लेकिन PKL 8 में वो ऐसा करने में कामयाब नहीं हुए हैं। इसके पीछे की एक अहम वजह यह भी है कि सभी टीमें ने परदीप नरवाल के लिए जो रणनीति बनाई उसमें वो कामयाब हुए।
अभी तक साफ तौर पर देखा गया है कि परदीप नरवाल से हर टीम एक कदम आगे ही रही है। परदीप नरवाल के अटैक करने का तरीका नहीं बदला है, लेकिन उनकी स्पीड में कमी आई है। इसी वजह से वो खुद को डिफेंडर्स से बचाने में इतने कामयाब नहीं हो रहे हैं और डिफेंडर्स को उनके खिलाफ ज्यादा सफलता मिल रही है।
यूपी योद्धा के कोच ने भी इस बात को बताया कि परदीप नरवाल के पास स्ट्रेंथ है, लेकिन उनकी स्पीड में कमी आई है।
परदीप नरवाल के पास स्ट्रेंथ है, लेकिन स्पीड की कमी काफी नजर आ रही है। हम बायो-बबल में रहते हैं और इसी वजह से हमारे पास बड़े ग्राउंड नहीं हैं। उन्होंने शुरुआती मैचों में अच्छा किया, लेकिन इसके बाद उनके पॉइंट्स कम होते गए हैं। होटल में जिम के अंदर आप ग्राउंड की तरह ट्रेनिंग नहीं कर सकते हैं। इसी वजह से स्पीड बहुत बड़ा कारण है।"
हालांकि परदीप नरवाल एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और उन्हें मुश्किल परिस्थिति से निकलना आता है। अभी भी यूपी योद्धा को कम से कम 6 मुकाबले खेलने वाले हैं और इसी वजह से उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले मैचों में परदीप नरवाल का बेहतर प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।