प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) के सातवें सीजन में न्यू यंग प्लेयर का अवॉर्ड जीतने वाले यूपी योद्धा के डिफेंडर सुमित का प्रदर्शन PKL 8 में भी काफी अच्छा रहा है। सुमित इस सीजन में अभी तक 8 मैचों में 22 पॉइंट्स हासिल कर चुके हैं। वो अभी तक PKL 8 में अपनी टीम के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर भी हैं और इसके अलावा उन्होंने दो बार हाई 5 भी लगाया है।
भले ही यूपी योद्धा की टीम 8 मैचों में सिर्फ दो ही मैच जीती है, लेकिन टीम ने सुमित के ऊपर जो विश्वास दिखाया वो इसके ऊपर पूरी तरह से खरे उतरे हैं और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि सुमित अभी भी अपने प्रदर्शन से खुश नहीं है और उन्हें लगता है कि वो काफी अच्छा कर सकते हैं।
यूपी योद्धा के डिफेंडर सुमित ने हरियाणा स्टीलर्स के खिलाफ मैच से पहले स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने प्रदर्शन, कबड्डी के सफर और आने वाले मैचों में टीम की रणनीति के बारे में भी बताया।
#) PKL 8 में अबतक के अपने प्रदर्शन को किस तरह देखते हैं?
-मेरा प्रदर्शन अभी तक कुछ खास नहीं रहा है। हम प्रैक्टिस कर रहे हैं और आने वाले मैचों में टीम अच्छा करेगी। इसके साथ ही में मैं भी अच्छा करने की कोशिश करूंगा, क्योंकि अपने प्रदर्शन से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं। मेरे ऊपर दबाव नहीं हैं, लेकिन हमारा डिफेंस थोड़ा कमजोर खेल रहा था। हालांकि पिछले मैच से हमने लय हासिल की है और आने वाले मैचों में बिल्कुल खुलकर ही खेलने की कोशिश रहेगी।
#) PKL 8 में यूपी योद्धा ने बेंगलुरु बुल्स के खिलाफ मैच में सबसे ज्यादा टैकल पॉइंट्स का रिकॉर्ड बनाया। यह जीत कितनी जरूरी थी?
-हमारी टीम का डिफेंस बहुत अच्छा है और इतने से ही हम खुश नहीं हैं। आने वाले मैचों में हमारी कोशिश और अच्छा करने पर ही रहने वाली है।
#) कबड्डी खेलना आपने कब शुरू किया और कौन से खिलाड़ियों ने आपको सबसे ज्यादा प्रेरित किया?
"मैं 10-12 साल से कबड्डी खेल रहा हूं और मैंने 5-7 साल की उम्र से ही खेलना शुरू कर दिया था। मेरे गांव के काफी खिलाड़ी हैं जो कबड्डी खेलते हैं। मेरे भाई आशीष सांगवान यू मुंबा में खेलते हैं। नितेश कुमार भी हमारे परिवार के ही हैं। हमारे गांव में कबड्डी का काफी क्रेज है और आशीष सांगवान ही मेरी प्रेरणा हैं।
#) PKL 7 में आपका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था। इस सीजन में भी सभी की नजर आपके ऊपर थी, इसका कितना दबाव था?
-मेरे ऊपर थोड़ा दबाव था, क्योंकि एक सीजन में कोई भी अच्छा खेल सकता है। लगातार प्रदर्शन करते रहना बहुत जरूरी होता है और इसके लिए काफी मेहनत करनी होती है। हमारे कोच ने यूपी योद्धा बीके अकादमी की शुरुआत की थी और इधर कैंप भी लगा था। हमने यहां काफी प्रैक्टिस की। मैंने, नितेश कुमार, आशु, शुभम, सुरेंदर ने काफी प्रैक्टिस की। इससे हमें तालमेल बिठाने में मदद मिली।
#) आप शुरुआत से ही एक डिफेंडर ही थे या आपके पास रेडिंग का भी अनुभव है?
"मैं पहले एक ऑल-राउंडर था और रेड भी किया करता था। हालांकि PKL में आने के बाद मैं सिर्फ डिफेंस पर ही ध्यान दे रहा हूं।
#) यूपी योद्धा की टीम में परदीप नरवाल जैसे बड़े रेडर हैं, तो उनके खिलाफ प्रैक्टिस करते हुए आपकी कोशिश क्या रहती है?
-प्रैक्टिस के दौरान हम यह नहीं देखते कि कौन बड़ा खिलाड़ी है कौन नहीं। हमारी कोशिश रहती है कि सिर्फ टैकल करना है। वो अपनी पूरी कोशिश करते हैं और मैं भी अपनी प्लानिंग से टैकल के लिए जाता हूं।