राइवलरी वीक ने वीवो प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के आठवें सीजन के छठे सप्ताह को खास बना दिया। 30 जनवरी को शुरू हुए राइवलरी वीक के तहत 2 फरवरी तक एक से बढ़कर एक रोमांचक मैच हुए और इसने लीग की लोकप्रियता में इजाफा किया और इस बात को साबित किया कि कबड्डी क्यों भारत के सबसे प्यारे खेलों में से एक है। साथ ही राइवलरी वीक ने कुछ इस तरह के हालात बनाए कि अब यह कहना गलत नहीं होगा कि लगभग हर टीम के पास प्लेऑफ में जाने का मौका है।
गुजरात जाएंट्स जिसे राइवलरी वीक शुरू होने से पहले प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर माना जा रहा था, उन्होंने लगातार दो मैच जीते और शानदार वापसी की। यही नहीं, दबंग दिल्ली जिनके बारे में लोगों का कहना था कि वे अपने स्टार रेडर नवीन कुमार के बिना जीत नहीं सकते, उन्होंने भी कुछ रोचक घटनाओं के साथ अपने हालिया मैचों में दबदबा बनाया।
पुनरी पल्टन ने महाराष्ट्र डर्बी में लगातार दूसरी बार यू मुम्बा को हराकर अंक तालिका में लम्बी छलांग लगाई जबकि यूपी और बिहार के बीच की राइवलरी में तीन बार के चैंपियन पटना पाइरेट्स ने सिर्फ दो अंक के अंतर से यूपी को हराया। इस तरह के मैचों ने न सिर्फ लीग तालिका में लगातार टीमों को ऊपर-नीचे किया है बल्कि कई टीमों की आशाएं भी बनाई हैं।
राइवलरी वीक कई लिहाज से रोमांच से भरा हुआ है क्योंकि टीमें प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। बहुत कम अंकों के अंतर ने शीर्ष पर काबिज और नीचे की टीमों को अलग किया है।
इस आंकड़े ने इसे एक उत्साहजनक सप्ताह बना दिया, जिसमें गुजरात जाएंट्स के परदीप कुमार और बेंगलुरु बुल्स के अमन जैसे नए नायक सुर्खियों में आए। टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा बाकी है। यहां तक कि गणित के लिहाज से अंक तालिका में सबसे नीचे काबिज तेलुगू टाइटंस के भी प्लेऑफ में जगह बनाने की संभावना है।
इस सप्ताह के चमकते सितारे-
टाॅप-3 रेडर-
पवन सेहरावत (बेंगलुरू बुल्स) – हाई फ्लायर पवन सेहरावत ने इस सप्ताह तीन मैचों में 30 अंक बटोरे। पवन के लिए यह सप्ताह काफी खास रहा क्योंकि उन्होने इस दौरान न सिर्फ इस सीजन में 200 रेड अंक पूरे किए बल्कि अपने करियर के 900 रेड अंकों का आंकड़ा भी पार किया। पवन के नाम इस सीजन में सबसे अधिक 175 रेड अंक हैं।
परदीप कुमार (गुजरात जाएंट्स)- इस सप्ताह में अगर कोई खिलाड़ी धरती से आसमान पर पहुंचा तो वह हैं परदीप कुमार। परदीप ने अपने कोच के भरोसे को कायम रखते हुए एक सुपर-10 के साथ तीन मैचों में 22 अंक लिए।
अजय कुमार (गुजरात)- अजय कुमार उन रेडर्स में शामिल हैं, जो शांति से आकर अंक लेने पर यकीन करते हैं। इस सप्ताह में अजय ने एक सुपर-10 के साथ तीन मैचों में 20 अंक अपने नाम किए। उनके मल्टी प्वाइंट रेड टीम के काफी काम आए और इसी कारण गुजरात ने लगातार दो जीत दर्ज की।
टॉप-3 डिफेंडर-
सागर (तमिल थलाइवाज)- सागर के लिए यह सप्ताह काफी खास रहा। उन्होंने इस सप्ताह दो मैचों में 12 अंकों के साथ न सिर्फ सातवां हाई-5 लगाया बल्कि इस सीजन में 50 से अधिक टैकल प्वाइंट लेने वाले पहले डिफेंडर बने। सागर लगातार सबसे अधिक सफल टैकल (49) और सबसे अधिक टैकल प्वाइंट (54) लेने वाले खिलाड़ी बने हुए हैं।
अमन (बेंगलुरू)- यह सप्ताह अमन के साहस के नाम रहा। इस खिलाड़ी ने अपने शानदार एंकल होल्ड और बैक होल्ड के दम पर तीन मैचों में 10 अंक लिए। अमन के साहसिक प्रदर्शन के कारण ही बुल्स ने राइवलरी वीक में 1 फरवरी को यूपी को हराकर जीत की पटरी पर वापसी की थी। अमन ने इस मैच में सात अंक लिए।
मंजीत छिल्लर (दबंग दिल्ली)- माइटी मंजीत नाम से मशहूर पीकेएल के इस सबसे अनुभवी डिफेंडर ने दो मैचों में 9 अंक लेकर अपनी टीम के अंक तालिका के शीर्ष पर पहुंचाया। मंजीत बेशक सबसे अधिक सफल टैकल और सबसे अधिक टैकल अंक लेने वाले डिफेंडरों में शामिल नहीं हैं लेकिन मैट पर उनकी मौजूदगी मात्र ही दूसरी टीमों में खौफ पैदा करती है।
टॉप ऑलराउंडर-
विजय मलिक ( दिल्ली) – नवीन एक्सप्रेस की गैरमौजूदगी में दिल्ली की रेडिंग डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी बखूबी सम्भाली है। विजय ने बीते सप्ताह की तरह इस सप्ताह भी एक सुपर- 10 के साथ दो मैचों में 20 अंक अपने नाम किए। डू ओर डाई रेड में विजय काफी प्रभावशाली साबित होते दिख रहे हैं।
अन्य आलराउंडर में जयपुर के दीपक हुड्डा और दिल्ली के संदीप नरवाल शामिल हैं। पहले सीजन से ही लीग का हिस्सा रहे इन दोनों खिलाड़ियों ने यह एहसास कराया कि टीम में इनकी उपयोगिता पहले ही की तरह बनी हुई है। दीपक ने इस सप्ताह एक मैच में 8 और संदीप ने 2 मैचों में 8 अंक लिए।
राइवलरी वीक के कुछ करीबी मैच –
मैच नंबर-84- हरियाणा बनाम गुजरात, 26-32
मैच नंबर-85- दिल्ली बनाम मुंबई, 30-26
मैच नंबर-87- बेंगलुरु बनाम यूपी, 31-26
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