प्रो कबड्डी लीग (PKL 8) में बंगाल वॉरियर्स (Bengal Warriors) ने जरूर रोमांचक मुकाबले में बेंगलुरु बुल्स (Bengaluru Bulls) को एक पॉइंट से हराया। हालांकि मैच के दौरान एक ऐसा पल भी आया था जब एक साथ 8 खिलाड़ियों को आउट दिया गया था और पूरे मैच का परिणाम सिर्फ एक रेड से ही बदल गया था।
दरअसल मैच के 30वें मिनट में बेंगलुरु बुल्स के पास बंगाल वॉरियर्स को ऑल-आउट करने का अच्छा मोका था। इस बीच बंगाल वॉरियर्स के सिर्फ एक खिलाड़ी (मोहम्मद इस्माइल नबीबक्श) एक्टिव रह गए थे। वो जब रेड करने गए तो उन्होंने बोनस हासिल किया, लेकिन इसके बाद वो सेल्फ आउट हो गए। हालांकि इसके साथ ही बेंगलुरु बुल्स के कोर्ट में मौजूद सभी 7 खिलाड़ियों को रिव्यू के बाद आउट दिया गया था। इस रेड में एक साथ 8 खिलाड़ी आउट हुए। इसमें 7 खिलाड़ी बेंगलुरु बुल्स और एक खिलाड़ी बंगाल वॉरियर्स का आउट हुआ।
फैंस जरूर सोच रहे होंगे कि आखिर जब रेडर आउट हो गया, तो डिफेंस करने वाली टीम के सभी खिलाड़ियों को आउट क्यों दिया गया? आपको बता दें कि PKL के एक मुख्य नियम के अनुसार ही ऐसा हुआ।
नियम के मुताबिक अगर कोई रेडर बिना किसी खिलाड़ी को टच किए लॉबी (पीले रंग के हिस्से) में चला जाता है, तो उसके बाद जितने भी डिफेंडर्स भी लॉबी का हिस्सा बनते हैं तो उन्हें भी आउट करार दिया जाता है।
मोहम्मद नबीबक्श ने किसी डिफेंडर को टच नहीं किया था और वो लॉबी का हिस्सा बन गए थे। इसके बाद 4 डिफेंडर्स उन्हें टैकल करते हुए लॉबी का हिस्सा बन गए। चंद्रन रंजीत सबसे पहले ही लॉबी में चले गए थे और फिर बचे हुए दो डिफेंडर्स भी लॉबी में खड़े थे। इसी वजह से यह नतीजा पूरी तरह से बेंगलुरु बुल्स के खिलाफ गया।
बंगाल वॉरियर्स को इसके बाद बोनस के साथ 7 पॉइंट्स भी मिले। हालांकि यह पॉइंट्स रेडर को नहीं मिले, बल्कि टेक्निकल पॉइंट्स के जरिए बंगाल वॉरियर्स को मिले। बेंगलुरु बुल्स ने भी रिव्यू लेकर खुद को बचाने का प्रयास किया, लेकिन यह रिव्यू उनके खिलाफ गया और उन्हें 8 पॉइंट्स का नुकसान हुआ।
PKL 8 में बेंगलुरु बुल्स को एक रेड के कारण हुआ बड़ा नुकसान
बेंगलुरु बुल्स इसके बाद हुई अगलग रेड में ऑल-आउट हो गई। उन्होंने मैच में वापसी का भरपूर प्रयास किया, लेकिन बंगाल वॉरियर्स ने अंत में सिर्फ एक पॉइंट के अंतर से इस मैच को जीत लिया। बुल्स को मैच से सिर्फ एक अंक ही मिला। हालांकि इस मैच के 30वें मिनट में जो कुछ भी हुआ उससे एक बार फिर यह नियम सवालों के घेरों में आ गया है और निश्चित ही इस नियम में बदलाव की सख्त जरूरत है।