प्रो कबड्डी सीजन 4 के पहला लेग काफी एंटरटेनिंग रहा, जोकि मुंबई के NSCI स्टेडियम में खेला गया। पुणे को आखिरी समय में अपना घरेलू मैदान बदलना पड़ा, लेकिन इससे उनके प्रदर्शन पर कोई फर्क नहीं पड़ा और वो लेग टेबल पर 14 पॉइंट्स के साथ सबसे ऊपर हैं। उन्होंने चार मुकाबलों में से दो में जीत हासिल की, तो एक मैच टाई रहा। उन्होंने पहले लेग में सिर्फ डिफ़ेंडिंग चैम्पियन पटना पाइरेट्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। पुणे की टीम ने तीन बार की फाइनलिस्ट यू मुंबा को एक रौंध डाला, जोकि एक रात पहले ही जयपुर पिंक पैंथर्स को हराकर आए थे। पहले लेग में काफी अच्छे प्रदर्शन देखने को मिले। आइये उन्हीं प्रदर्शन को देखते हुए पुणे लेग की बेस्ट 7 बनाते हैं। सुरेंदर नाड़ा(बेंगलुरु बुल्स)- लेफ्ट कॉर्नर बेंगलुरु बुल्स के कप्तान बने सुरेंदर नाड़ा ने बंगाल वॉरियर्स के खिलाफ अपनी डिफेंस का लोहा मनवाया। पूर्व यू मुंबा खिलाड़ी बुल्स के लिए शानदार फॉर्म में नज़र आए और अपनी टीम की जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई और 5 डिफेंस पॉइंट्स हासिल किए, जिसमे कि मोनू गोयत का बेहतरीन सुपर टैकल मौजूद था। विनोद (तेलुगू टाइटन्स) - लेफ्ट कवर पुनेरी पलटन के खिलाफ मिली हार के बावजूद तेलुगू टाइटन्स के लिए विनोद के रूप में काफी अच्छा खिलाड़ी मिला, जिससे फैंस को थोड़ी खुशी मिली। पुणे के रेडर्स को लेफ्ट कवर्स से कोई भी राहत नहीं मिली और विनोद ने तेलुगू की टीम के लिए डिफेंस में 5 अंक हासिल किया। परदीप नरवाल(पटना पाइरेट्स)- रेडर पिछले साल के बेस्ट रेडर परदीप नरवाल ने इस साल भी अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखी और पटना के इकलौते मैच में अपनी चमक बिखेरी। 19 वर्षीय खिलाड़ी ने डिफ़ेंडिंग चैम्पियन की रेडिंग संभाली और पुनेरी पलटन के खिलाफ 7 पॉइंट्स हासिल किए। शब्बीर बापू(जयपुर पिंक पैंथर्स)- रेडर . जयपुर पिंक पैंथर्स के रेडर ने अपनी पूर्व टीम यू मुंबा के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और उन्होंने टीम को लगभग जीत भी दिला दी थी। हालांकि उनकी टीम मैच जीतने में नाकाम रही, फिर भी शब्बीर बापू ने रेड्स में 9 पॉइंट्स हासिल किए। रोहित कुमार(बेंगलुरु बुल्स)- रेडर सीजन 3 के सबसे कीमती खिलाड़ी रोहित कुमार ने अपनी ज़बरदस्त फॉर्म को जारी रखा और बुल्स की जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने बंगाल वॉरियर्स के खिलाफ मिली जीत में 7 रेड्स पॉइंट्स हासिल किए। उनका आखिरी कुछ मिनट्स में प्रदर्शन अच्छा रहा और अपनी अंतिम 4 रेड्स में 4 पॉइंट्स हासिल किए, जिससे बंगाल की टीम में सिर्फ एक ही खिलाड़ी रह गया। उस आखिरी खिलाड़ी को अंत में टैकल कर लिया और वो मैच बेंगलुरु जीत गया। ध्रमराज चेरलाथन(पटना पाइरेट्स)- राइट कोर्नर इस टूर्नामेंट के सबसे उम्र वाले खिलाड़ी ध्रमराज चेरलाथन, जिनके पास अनुभव की भी कोई कमी नहीं है। हालांकि जब वो मैदान में होते हैं, तो ऐसे बहुत ही कम खिलाड़ी हैं जो इनकी बराबरी कर पाए हो। 41 वर्षीय खिलाड़ी ने जिस तरह पटना पाइरेट्स को पुनेरी पलटन के खिलाफ जीत दिलाई। उसे देखकर तो यही लगता हैं कि अभी भी उनमे बहुत कुछ बाकी हैं, उन्होंने डिफेंस में 5 पॉइंट्स हासिल किए, जिसमे एक शानदार सुपर टैकल भी शामिल था। जिसकी बदौलत पुणे अपने घर में हार पाई। मंजीत छिल्लर(पुनेरी पलटन)- राइट कवर पुणे लेग के चार मैच के बाद मंजीत छिल्लर के नाम 13 रेड्स पॉइंट्स और 10 डिफेंस पॉइंट्स हैं, वो टीम में कप्तान के अलावा वो एक ऑल राउंडर की भूमिका भी निभाते हैं। पुणे के कप्तान ने पहले मैच में तेलुगू टाइटन्स के खिलाफ डिफेंस में हाई 5 हासिल किए थे। यू मुंबा के खिलाफ उन्होंने 7 रेड पॉइंट्स हासिल किए, लेकिन वो पटना के खिलाफ नहीं चल पाए, जिससे उनकी टीम हार गई। हालांकि दबंग दिल्ली के खिलाफ उन्होंने शानदार वापसी की और अपने अनुभव से टीम को हारने से बचाया। स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी, अनुवादक- मयंक महता