पाइराइट्स इस सत्र में एक यादगार उपलब्धि हासिल करने के लिए मेट पर उतरेगी, पिछले दो संस्करणों को जीतने के बाद इस बार भी पाईरेट्स जीत के साथ ट्रॉफियों की हैट-ट्रैक लगाने के लिए तैयार रहेंगे, हालाकिं इस सीजन में उन्हें काफ़ी कठिन चुनौतियों का सामना करना होगा लेकिन पटना में इन कठिन चुनौती को पार करने के लिए सही गोला-बारूद है। जिनमें अगर बात की जाये तो सचिन शिंगाडे का नाम सबसे उपर हैं शिंगाडे ने पाईरेट्स के लिए सीज़न4 में 44 ट्रेकल पॉइंट अर्जित कर सीजन के पांचवें सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर बने। पिछली बार सीजन में दिल्ली के लिए भूलने को शिंगाडे का वह प्रदर्शन जिसकी बदौलत दिल्ली धराशायी हो गयी थी। अपनी आक्रामकता के साथ साथ सूक्ष्म दृष्टिकोण रखने वाले शिंगाडे ने लीग में कई मौकों पर सीजन के अन्य श्रेष्ठ रेडरों से बेहतर प्रदर्शन किया। उनके कप्तान इस सीजन में, विशाल माने एक और विश्वस्तरीय डिफेंडर है, जो अपने प्रदर्शन की धार पर अपनी अलग पहचान बनाकर रखे हुए हैं। परन्तु पिछले सीजन में माने का प्रदर्शन फ़ीका रहा और वह तालिका में निचले क्रम में रहे, लेकिन बुद्धिमान भी जानते हैं कि वह व्यवसाय में सर्वश्रेष्ठ में से एक है। इस बार पटना दो आक्रामक और आत्मविश्वास डिफेन्डरों के साथ उतरेगी और दोनों ही इस बार पटना के लिए रीढ़ की हड्डी का कार्य करेंगे।