प्रो कबड्डी लीग के पांचवे संस्करण में चार नई टीमों की एंट्री हुई है, जिसमें से गुजरात एक टीम है लेकिन जब बात रेडिंग विभाग की आती है, तो गुजरात फ्रेंचाइजी खुद को कमजोर पाते हैं। उसके पास सुकेश हेगड़े जैसा बेहतरीन खिलाड़ी है जो आगामी सीजन में टीम में कमान के साथ अटैक की जिम्मेदारी भी संभालेंगे और ऐसे में उसके ऊपर कप्तानी और टीम संयोजन का भार आता है तो उस दबाव का असर उनके प्राकृतिक खेल पर पड़ सकता है। ऐसे परिदृश्य में, वे अन्य रेडर्स पर भरोसा कर सकते हैं, जिसमें महेंद्र राजपूत शामिल हैं। जिन्होंने अतीत में उनकी प्रतिभा की झलक दिखायी है लेकिन वास्तविकता यह है कि वह अपने प्रदर्शन को लगातार एक जैसा नहीं रख पाये हैं। ऐसे में टीम को विपक्षी टीम के डिफेंड के खिलाफ पार पाना मुश्किल चुनौती साबित हो सकता है।