यह जानकर कबड्डी के अधिकांश खेलप्रेमियों को यह आश्चर्यजनक होगा कि यह टीम सबसे कमजोर अटैक वाली टीमों के तहत आती है। लेकिन क्या होगा अगर उनके पोस्टर ब्वॉय खिलाड़ी प्रदीप नारवाल, जिन्होंने टीम को लगातार दो खिताबों दिलाये हैं, वह इस बार पिछले संस्करणों के जैसा अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम हो जाते हैं तो? ऐसे में पटना टीम के पास ऐसा अन्य कोई हथियार नहीं है जो इस करिश्माई खिलाड़ी की जगह ले सके। सिर्फ एक खिलाड़ी है जो कुछ करीब आ सकता है वो है मोनू गोयट लेकिन बात फिर वहीं आती है कि क्या वह यह जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा पायेंगे, जो कि अभी देखना बाकी है। हालांकि पटना के पास बेहद मजबूत डिफेंस है, लेकिन इसके बावजूद इस खराब स्थिति में जब प्रदीप नरवाल पिछले संस्करणों जैसा प्रदर्शन करने में नाकामयाब रहे तो उन्हें इससे आगे बढ़कर आना होगा और अच्छे खेल का प्रदर्शन करना होगा। लेखक-विधि शाह अनुवादक- सौम्या तिवारी