यदि वे खुद को 5 सीजन में दिग्गजों के रूप में स्थापित करना चाहते हैं, तो गुजरात को बहुत फॉर्च्यून यानि भाग्य के साथ की आवश्यकता होगी। इस तथ्य के बावजूद कि लीग में उनके पास सबसे अच्छे डिफेंडर मौजूद हैं पर यह विडंबना है कि उन्हें डिफेंस में अपनी छाप छोड़नी पड़ेगी ईरान के पावरहाउस यानि फजल अत्राचली गुजरात के डिफेंस का नेतृत्व करेंगे और ऐसी में संभावनाओं को रौशनी जरूर मिलेगी। उन्हें अपनी टीम के अन्य साथियों से भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी। फजल ने अब तक 32 गेम खेले हैं लेकिन उन्हें एक तरफ छोड़ दिया जाए, तो टीम में मौजूद अन्य पांच डिफेंडर्स ने कुल मिलाकर सिर्फ 25 मैच खेले हैं। जिसमें से दो खिलाड़ी इस बार अपना डेब्यू करने जा रहे हैं वहीं सुनील कुमार ने लीग में अबतक सिर्फ एक मैच ही खेला है। कई में गुजरात के लिए कई चुनौतियां सामने इंतजार कर रही हैं। लेखक- सोमेश चंद्रन अनुवादक- सौम्या तिवारी