Pro Kabaddi 2018: पटना पाइरेट्स टीम की ताकत और कमजोरी पर एक नजर

प्रो कबड्डी सीजन 6 के लिए नीलामी पिछले हफ्ते पूर्ण रूप से खत्म हो गई। 12 फ्रैंचाइज़ी ने अपनी अपनी नई टीमों का गठन किया है, तो कुछ टीमों ने अपने पुराने खिलाड़ियों पर भी भरोसा जताकर उन्हें टीम के साथ बनाये रखा है। कबड्डी नीलामी दो दिन तक चली और इस नीलामी की चर्चा इस बार पूरे देश में रही। प्रो कबड्डी के इतिहास में पहली बार खिलाड़ियों को करोड़पति बनने का मौका मिला। इन खिलाड़ियों की सूची में 6 खिलाड़ियों का नाम शामिल रहा, जिन्हें टीमों ने करोड़ों रुपए देकर अपनी टीम में शामिल किया। पोस्टर बॉय राहुल चौधरी, ईरान के फजल अत्राचली समेत नितिन तोमर, मोनू गोयत, रिशांक देवाडिगा व दीपक निवास हूडा भी इस रिकॉर्ड सूची में शामिल रहे। आगामी सीजन के लिए सभी टीमें पूरी तरह से नए रूप में तैयार हैं और एक दूसरे के खिलाफ कड़ी टक्कर देती हुई नजर आएँगी। इसलिए हम आगामी सीजन के लिए गतविजेता पटना पाइरेट्स की टीम की ताकत और कमजोरी के साथ उनका लगातार चौथी बार चैंपियन बनने का मौका और उन्हें सीजन 6 में किस खिलाड़ी की कमी सबसे ज्यादा खलेगी, इस पर चर्चा करेंगे। पटना पाइरेट्स ने प्रो कबड्डी के 5 सीजन में से पिछले 3 सीजन लगातार जीते हैं। टीम की ताकत पिछले तीन सीजन से पटना की जीत में अहम किरदार रेडर परदीप नरवाल का रहा है। सीजन 2 से अपनी शुरुआत करने वाले परदीप को शुरूआती सीजन में ज्यादा मौके नहीं मिले लेकिन सीजन 5 में उन्होंने अपने दम पर टीम को एकतरफा विजेता बनाया और सीजन 6 में भी पटना की उम्मीदें इस खिलाड़ी पर ही होगी। परदीप नरवाल का साथ इस बार रेडिंग में अनुभवी दीपक नरवाल, तुषार पाटिल जैसे खिलाड़ी देते नजर आयेंगे, तो डिफेंस में टीम की कमान जयदीप और विजय के कन्धों पर होगी और ऑलराउंडर के रूप में टीम का भार जवाहर डागर व कुलदीप सिंह संभालेंगे। टीम की ताकत परदीप नरवाल की लगातार अच्छे फॉर्म होगी। टीम की कमजोरी पटना की कामयाबी का श्रेय अगर परदीप नरवाल है तो उनकी कमजोरी भी परदीप नरवाल पर ज्यादा निर्भर रहना ही होगा, क्योंकि रेडिंग का जिम्मा ज्यादातर परदीप के कन्धों पर होगा। सीजन 5 में परदीप नरवाल का साथ मोनू गोयत ने निभाया था लेकिन इस बार उन्हें रेडिंग विभाग अकेले दम पर ही संभालना होगा। पटना पाइरेट्स इस सीजन 3 दिग्गज खिलाड़ियों पर निर्भर रहेगी, जिसमें परदीप नरवाल, जयदीप और विजय शामिल हैं। इन खिलाड़ियों का लगातार अच्छा प्रदर्शन न कर पाना पटना के लिए आगामी सीजन की बड़ी चिंता साबित हो सकती है। रिकॉर्ड चौथी बार विजेता बनने का अवसर सीजन 6 में भी तीन बार की विजेता टीम ताल ठोक कर पूरे जोश के साथ मैदान पर उतरेगी और इस बार उनके पास चौथी बार विजेता बनने का मौका भी होगा, जिसे भुना कर वह प्रो कबड्डी में इतिहास रचना चाहेगी। पटना के पास अपने नए खिलाड़ियों को अजमाने का भी मौका रहेगा, जिससे उन्हें भविष्य के लिए नए सितारें देखने को मिलेंगे। रेडिंग में सुरेंदर भोला, विकास जगलान तो डिफेंडर के रूप में विकास काले, मनीष और ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में अरविन्द कुमार और परवीन बिनवाल जैसे युवा खिलाड़ी शामिल रहेंगे। इन खिलाड़ियों की खलेगी कमी प्रो कबड्डी लीग की यह नीलामी पटना पाइरेट्स टीम के नजरिये से सही नहीं रही। वह अपने रिटेन खिलाड़ियों के आलावा नीलामी में किसी दिग्गज खिलाड़ी को टीम में शामिल नहीं कर पाई और साथ ही पिछले सीजन में परदीप नरवाल का कंधे से कन्धा मिलाकर टीम को विजेता बनाने वाले मोनू गोयत पर भी टीम अपना दांव नहीं चल पाई, जिसके चलते मोनू गोयत को हरियाणा स्टीलर्स ने सबसे बड़ी बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल कर लिया। आगामी सीजन में पटना पाइरेट्स को मोनू गोयत जैसे बड़े खिलाड़ी की कमी जरुर खलती नजर आएगी। मोनू गोयत के साथ अनुभवी विशाल माने और सचिन शिंगाड़े जैसे खिलाड़ियों की कमी भी पटना पाइरेट्स को आगामी सीजन में जरुर खलेगी। प्रो कबड्डी सीजन 6 के लिए गत विजेता पटना पाइरेट्स की टीम: परदीप नरवाल, दीपक नरवाल, जयदीप, मनीष, मंजीत, तुषार पाटिल, जवाहर, विकास काले, सुरेंदर सिंह, विकास जगलान, विजय कुमार, रविंदर कुमार, कुलदीप सिंह, विजय, ताईडोक इयोम, ह्युनिल पार्क, अरविन्द कुमार, परवीन बिरवाल।

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