प्रो कबड्डी लीग भारत में कबड्डी की प्रमुख प्रतियोगिता है और इस साल जुलाई में इसका सातवां सीज़न होगा। अप्रैल में खिलाड़ियों की नीलामी भी हुई और इस निलामी मे सिद्धार्थ देसाई सबसे महंगे खिलाड़ी रहे। नीलामी में काफी चौंकाने वाली चीजें भी हुई जैसे कि अजय ठाकुर और राहुल चौधरी का एक ही टीम में होना। अब देखना होगा कि टीमों द्वारा किये गये ऐसे दिलचस्प चयन कितना प्रभावी होते हैं।
पिछले सीज़न में बेंगलुरू बुल्स विजयी हुई थी, जहां दक्षिण की इस युवा टीम ने अपने प्रदर्शन से कई लोगों को आश्चर्यचकित किया। जयपुर पिंक पैंथर्स, यू मुंबा और पटना पाइरेट्स ने इससे पहले टूर्नामेंट जीता है और अधिकांश टीमों के पास संतुलित टीम है, ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि प्रो कबड्डी लीग सीजन 7 का विजेता कौन बनेगा।
आइये एक नज़र डालते हैं टॉप 3 टीमों पर, जो एक मज़बूत टीम होने के साथ सीजन 7 जीतने की दावेदार हैं:
#1 यूपी योद्धा
प्रो कबड्डी लीग में अब तक अपने दोनों सीज़न में यूपी योद्धा ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वे टूर्नामेंट के अंतिम चरण में ही लड़खड़ा जाते हैं, लेकिन आने वाले सीज़न के लिए जिस टीम को उन्होंने चुना है, उससे संभावना है कि वे इस साल अपना रिकॉर्ड बेहतर कर सकते हैं।
मोनू गोयत, रिशांक देवाडिगा, श्रीकांत जाधव, नरेंदर, गुलवीर सिंह, सुरेंदर सिंह, अंकुश, आजाद सिंह, मोहम्मद मसूद करीम के रूप में उनके पास एक से एक बेहतरीन रेडर हैं, जिससे यह तय है कि यूपी योद्धा की टीम किसी एक खिलाड़ी मात्र पर निर्भर नहीं रहेगी।
इसके अलावा यूपी योद्धा की टीम में नितेश कुमार, अमित नरवाल और सचिन कुमार के साथ-साथ कुछ युवा ऑलराउंडर और टीम में डिफेंडर भी शामिल हैं, जो प्रतियोगिता के दौरान अपनी क्षमता का प्रदर्शन करके न सिर्फ अपनी पहचान बनाना चाहेंगे बल्कि साथ ही साथ टीम को जीत दिलाना चाहेंगे। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यह कहना गलत नही होगा कि आने वाले सीज़न में यह टीम ख़िताब जीतने की प्रबल दावेदार होगी।
# 2 पटना पाइरेट्स
पटना पाइरेट्स प्रो कबड्डी लीग में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक है। पिछले सीज़न ख़राब जाने के बाद इस सीज़न में पटना की टीम ने अपनी टीम में कुछ सुधार किया है और कुछ प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को भी नीलामी में खरीदा है, जो इस टीम को प्रो कबड्डी लीग का खिताब जीतने में मदद कर सकते हैं।
परदीप नरवाल फिर से इस टीम के मुख्य रेडर होंगे, जिसमें उनके साथ जैंग कुन ली और मोहित भी होंगे, लेकिन इस टीम के लिए सबसे नई उम्मीद सुरेंदर नाडा का आना होगा, जो इस सीजन को जीतने में पटना पाइरेट्स के लिए अहम किरदार निभा सकते हैं।
इसके अलावा हादी और नीरज कुमार के साथ ही डिफेंडर जवाहर डागर और ऑलराउंडर विकास जगलान का होना इस टीम को और भी मजबूत बनाता है। ऐसे में देखना रोचक होगा कि यह टीम कैसे इन खिलाड़ियों के दम पर इस बार बेहतर प्रदर्शन कर ख़िताब की दौड़ में शामिल होती है।
#2 तमिल थलाइवाज
तमिल थलाइवाज की टीम ने जब से टूर्नामेंट में भाग लेना शुरू किया है तब तमिल थलाइवाज संघर्ष करती नज़र आई है। अजय ठाकुर इस टीम के प्रमुख खिलाड़ी रहे हैं और पिछले सीज़न मेंं मंजीत छिल्लर का भी साथ मिला था।
सीजन 6 निराशाजनक बीतने के बावजूद, नीलामी में इस टीम ने इन दोनों खिलाड़ियों को बनाए रखते हुए टीम को निर्माण किया है। इस बार नीलामी के दौरान तमिल थलाइवाज रणनीति स्पष्ट थी, जिसमें उन्होंने अनुभव पर अधिक ध्यान केंद्रित किया। इस दौरान उन्होंने लीग के बड़े खिलाड़ी राहुल चौधरी, मोहित छिल्लर, और अनुभवी रण सिंह को टीम में शामिल किया। दिग्गज रेडर शबीर बापू भी इस सीजन में थलाइवाज के लिए रेड करते हुए दिखेंगे और इसके अलावा ऑलराउंडर विक्टर ओनयांगो भी टीम का हिस्सा होंगे।
हालाँकि अनुभवी खिलाड़ियों का टीम में होनें से फायदे के साथ ही एक लम्बें सीज़न होने के चलते यह बात इस टीम के लिए चिंता का सबब भी बन सकती है। लेकिन अगर वो सफल होते हैं, तो कोई दो राय नही कि थलाइवाज इस बार अपनी किस्मत पलट सकते हैं।