भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान अजय ठाकुर को गुरुवार को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में उन्होंने ये अवॉर्ड हासिल किया। अजय ठाकुर इससे पहले पद्म श्री से भी सम्मानित हो चुके हैं और वो ये अवॉर्ड पाने वाले इकलौते कबड्डी खिलाड़ी हैं। गुरुवार को ही प्रो कबड्डी लीग में अजय ठाकुर की टीम तमिल थलाइवाज का मैच भी था। इस मैच के बाद उन्होंने अर्जुन अवॉर्ड जीतने पर प्रतिक्रिया दी।
पत्रकारों से बातचीत में अजय ठाकुर ने कहा कि ये अवॉर्ड पाकर उन्हें बेहद खुशी हो रही है। हर एक प्लेयर का सपना होता है कि वो अपने देश का प्रतिनिधित्व करे। अर्जुन अवॉर्ड पाने के लिए किसी भी खिलाड़ी को लगातार बेहतरीन खेल दिखाना होता है। कड़ी मेहनत के बाद ही ये सम्मान मिलता है। अजय ठाकुर ने कहा कि पिछले 10 साल से मैं भारतीय टीम का हिस्सा हूं और आज मैं बेहद खुश हूं कि इतने सालों की मेहनत रंग लाई है और मुझे इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। ये मेरा एक सपना था जो आज साकार हो गया है।
अजय ठाकुर ने आगे कहा कि मेरे माता-पिता, कोच और हर एक वो शख्स जो मुझसे जुड़ा है, उसे इसका श्रेय जाता है। इतने बड़े अवॉर्ड में सभी का काफी योगदान है। मुझे हर किसी ने कुछ ना कुछ सिखाया है। अजय ठाकुर ने तमिल थलाइवाज के फैन्स का भी शुक्रिया अदा किया और कहा कि जितना प्यार मुझे तमिल थलाइवाज के फैंस से मिला उतना कहीं नहीं मिला।
इसके अलावा अजय ठाकुर ने प्रो कबड्डी लीग में अपनी टीम की कमजोरियों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि हम एक टीम के रूप में नहीं खेल पा रहे हैं। यही वजह है कि हमें हार मिल रही है। टीम में कहीं ना कहीं तालमेल की कमी दिख रही है। हम विपक्षी टीमों को ऑल आउट नहीं कर पा रहे हैं और ये गलती हम पर भारी पड़ रही है।
गौरतलब है कि गुरुवार को हुए मुकाबले में तमिल थलाइवाज को बंगाल वॉरियर्स से हार का सामना करना पड़ा। अजय ठाकुर ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, इसके बावजूद टीम को हार मिली। आपको बता दें कि अजय ठाकुर ने इस मैच के दौरान पीकेएल इतिहास में अपने 800 प्वॉइंट पूरे किए।