18 जुलाई से शुरु होने वाले प्रो कबड्डी लीग के सातवें सीजन के लिए नीलामी 8-9 अप्रैल को मुंबई में समाप्त हुई जिसमें टीमों ने खिलाड़ियों को खरीदकर शानदार टीम बनाने की भरपूर कोशिश की। नीलामी में सिद्धार्थ देसाई को तेलुगु टाइटंस ने 1 करोड़ 45 लाख में खरीदा और वह इस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी रहे।
एक करोड़ी क्लब मे शामिल होने वाले दूसरे खिलाड़ी नितिन तोमर रहे जिन्हें पुनेरी पलटन ने 1 करोड़ 20 लाख रूपए में खरीदा। संदीप नरवाल इस सीजन की नीलामी में सबसे महंगे ऑल-राउंडर रहे जिन्हें यू-मुंबा ने खरीदा है। नीलामी समाप्त होने के बाद टीमों पर नजर डाली जाए तो सब एकसमान मजबूत नहीं हैं।
कुछ टीमें रेडिंग में तो वहीं कुछ डिफेंस में कमजोर नजर आ रही हैं। यह जरूरी नहीं है कि जो टीम पेपर पर मजबूत दिख रही है वह प्ले-ऑफ में आराम से जगह बना लेगी, क्योंकि ऑप्शन की कमी उनके लिए भारी साबित हो सकती है। एक नजर उन 5 टीमों जो शायद इस सीजन प्ले-ऑफ में जगह नहीं बना पाएंगी।
#5 दबंग दिल्ली
रेडर्स: चंद्रन रंजीत, विजय मलिक, नवीन।
ऑल-राउंडर्स: मेराज शेख, सईद गफ्फारी, प्रतीक पाटिल।
डिफेंडर्स: रविंदर पहल, जोंगिदर नरवाल, विशाल माने, अनिल कुमार, सोमबीर, सत्यवान, नीरज नरवाल।
दबंग दिल्ली ने इस सीजन काफी रोचक रणनीति के तहत अपनी टीम को डिफेंसिव रूप में तैयार किया है। टीम में केवल तीन रेडर हैं जिनमें से दो पिछले सीजन शानदार प्रदर्शन करने वाले चंद्रन रंजीत और नवीन हैं तो वहीं दूसरे पटना पाइरेट्स से आने वाले विजय मलिक हैं।
भले ही दिल्ली के पास काफी मजबूत डिफेंस है, लेकिन रेंडिंग में किसी बड़े नाम का ना होना उनके लिए घातक साबित हो सकता है और इसी वजह से उनका प्ले-ऑफ में पहुंच पाना बेहद मुश्किल लग रहा है।
#4 जयपुर पिंक पैंथर्स
रेडर्स: अजिंक्य पवार, सुशील गुलिया, दीपक नरवाल, निलेश सालुंखे, विशाल।
डिफेंडर्स: संदीप कुमार ढुल, अमित हूडा, सुनील सिद्धगावली, पवन टीआर, कर्मवीर।
ऑल-राउंडर: दीपक निवास हूडा, डोंग किम, लोकेश कौशिक, मिलिंदा चतरुंगा, सचिन नरवाल।
जयपुर ने ज़्यादा खर्च दीपक निवास हूडा और संदीप ढुल को रिटेन करने में खर्च किया। पिछले सीजन अनूप कुमार के संन्यास ले लेने के बाद इस सीजन जयपुर को दीपक के लिए किसी पार्टनर की तलाश थी। नीलामी में उन्होेंने निलेश और विशाल जैसे रेडर्स को खरीदा जो अच्छे सपोर्टिंग रेडर हैं, मेन रेडर नहीं।
डिफेंस में टीम के कॉर्नर पर संदीप ढुल औऱ अमित हूडा जैसे स्टार खिलाड़ी हैं, लेकिन कवर के स्थान पर उनके पास सुनील सिद्धगवाली के अलावा कोई बड़ा नाम नहीं है। टीम अच्छी तो लग रही है, लेकिन उन्हें प्ले-ऑफ में पहुंचने के लिए स्टार्टिंग सेवन चुनने पर काफी मेहनत करनी होगी क्योंकि दीपक के अलावा टीम में कोई बड़ा रेडर नहीं दिख रहा है।
#3 यू मुंबा
रेडर्स: अर्जुन देशवाल, रोहित बलयान, डोंग गियोन ली, अभिषेक सिंह, विनोद कुमार, अतुल एमएस , गौरव कुमार।
डिफेंडर्स: फज़ल अत्राचली, सुरेंदर सिंह, राजगुरु, यंग चैंग को, हरेंद्र कुमार, हर्षवर्धन, अनिलl
आल-राउंडर: संदीप नरवाल, मोहित बलयान, अजिंक्य रोहिदास कापरे।
यू मुंबा ने पिछले सीजन शानदार प्रदर्शन करने वाले सिद्धार्थ देसाई को रिलीज करने का फैसला लेकर सबको चौंका दिया था क्योंकि सिद्धार्थ को तेलुगु टाइटंस ने 1 करोड़ 45 रूपए की भारी कीमत में खरीदा है। मुंबा के पास इससे कम राशि में प्रत्येक मैच में 9-10 अंक हासिल करने की क्षमता रखने वाले सुपरस्टार सिद्धार्थ को रिटने करने का मौका था जो उन्होंने गंवा दिया जबकि मुंबा रेडिंग में ही सबसे ज़्यादा कमजोर है।
मुंबा ने ऑल-राउंडर संदीप नरवाल को खरीदा है जो शानदार खिलाड़ी हैं, लेकिन टीम के पास कायदे के रेडर्स नहीं है और यही उनके इस सीजन भी प्ले-ऑफ से बाहर होने का कारण बन सकता है।
#2 हरियाणा स्टीलर्स
रेडर्स: विकास कंडोला, प्रशांत कुमार राय, के सेल्वामणि, नवीन, विनय।
डिफेंडर्स: धर्मराज चेरालाथन, विकास काले, विक्रम कंडोला, रवि कुमार, सुभाष नरवाल।
आल-राउंडर्स: कुलदीप सिंह, आमिर मोहम्मद मलेकी, टिम फोनचू।
हरियाणा स्टीलर्स के पास इस सीजन के लिए बेहद साधारण टीम है और उनके पास किसी भी विभाग में कोई स्टार खिलाड़ी नहीं है। हरियाणा ने विकास कंडोला को रिटेन किया है और प्रशांत कुमार राय को भी खरीदा है और ये दोनों रेडर्स टीम के लिए बढ़िया प्रदर्शन कर सकते हैं। लेफ्ट कॉर्नर पर कुलदीप सिंह सॉलिड लग रहे हैं, लेकिन राइट कॉर्नर पर धर्मराज और विकास काले कमजोर दिख रहे हैं क्योंकि वे लंबे समय से फॉर्म में नहीं हैं।
हरियाणा के पास टैलेंटेड खिलाड़ी हैं, लेकिन उनके पास कोई ऐसा स्टार खिलाड़ी नहीं है जो टीम को फ्रंट से लीड कर सके और पूरे सीजन परदीप नरवाल या फिर राहुल चौधरी की तरह टीम के लिए अंक हासिल कर सके।
#1 बंगाल वॉरियर्स
रेडर्स: मनिंदर सिंह, अविनाश, अमित संतोष, राकेश नरवाल, सुकेश हेगड़े, आदर्श टी।
डिफेंडर्स: जीवा कुमार, रिंकू नरवाल, विराज विष्णु, भुवनेश्वर गौर, साहिल।
आल-राउंडर्स: मोहम्मद ताघी, बलदेव सिंह, रविंद्र कुमावत, मोहम्मद इस्माइल नबीबख्श
बंगाल के लिए नीलामी बेहद साधारण रही और उन्होंने बड़ी बोलियां नहीं लगाई। बंगाल ने सबसे महंगा खिलाड़ी 77.75 लाख में खरीदा जो ईरान के मोहम्मद इस्माइल नबीबख्श हैं और उनके अलावा बंगाल ने कोई भी बड़ा खिलाड़ी नहीं खरीदा है। बंगाल के पास फ्रंट रेडर के तौर पर केवल मनिंदर सिंह ही हैं और यदि वह चोटिल होते हैं या फिर फॉर्म में नहीं होते हैं तो फिर टीम को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
बलदेव सिंह और आदर्श टी बढ़िया जोड़ी लग रहे हैं, लेकिन उनके पास उतना अनुभव नहीं है। इसके अलावा बंगाल ने सुरजीत सिंह को जाने देकर बहुत बड़ी गलती की है। भले ही उनके पास रिंकू नरवाल और मोहम्मद ताघी के रूप में ऑप्शन हैं, लेकिन फिर भी टीम में स्टार खिलाड़ी की कमी साफ तौर पर दिख रही है।