Pro Kabaddi 2023: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अजय ठाकुर (Ajay Thakur) कबड्डी का बहुत बड़ा नाम हैं और PKL में भी उन्होंने अपनी जबरदस्त रेडिंग के दम पर जलवा बिखेरा है। हाल ही में अजय ठाकुर ने अपनी ऑल-टाइम PKL प्लेइंग 7 का चयन किया है और दिग्गज खिलाड़ी राकेश कुमार (Rakesh Kumar) को इस टीम का कप्तान बनाया है।
PKL के पहले सीजन से लेकर 8वें सीजन तक अजय ठाकुर लगातार खेले हैं और 9वें सीजन में वो चोटिल होने के कारण नहीं खेल पाए थे। इस बीच Pro Kabaddi 2023 में वो दबंग दिल्ली केसी (Dabang Delhi KC) के सहायक कोच की भूमिका में दिखाई देने वाले हैं। ऑक्शन से पहले अजय ठाकुर ने Sportskeeda Hindi को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया और साथ ही अपनी ऑल-टाइम प्लेइंग 7 का भी चयन किया है।
आपको बता दें कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान ने कॉर्नर पर अनुभवी जोगिंदर नरवाल और गुरप्रीत को रखा है। कवर पर मनजीत छिल्लर और जीवा कुमार, साथ ही रेडर्स के तौर पर अनूप कुमार, अजय ठाकुर और राकेश कुमार को शामिल किया है। इन सभी प्लेयर्स का PKL में जलवा देखने को मिला है।
Sportskeeda Hindi से बातचीत के दौरान अपनी PKL ऑल-टाइम 7 के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,
" इन सात खिलाड़ियों की उम्र को 24-25 साल कर दिया जाए, तो मैं लिखकर दे सकता हूं कि वर्ल्ड की कोई भी टीम इन्हें हरा नहीं सकती है। PKL की शुरुआत जब हुई थी तो अनूप कुमार 30 साल के थे और मैं 28 साल का था। 21-24 साल एक खिलाड़ी का पीक रहता है। हम सभी ने अपने पीक समय में PKL नहीं खेला है। राकेश कुमार ऐसे खिलाड़ी थे, वो ऐसी चीज़ें कर जाते थे कि कोई सोच भी नहीं सकता। अगर Pro Kabaddi League कुछ साल पहले आती (2005-06), तो आप लोग देखते कि किस प्रकार के खिलाड़ी रहे हैं।
आपको बता दें कि अजय ठाकुर ने राकेश कुमार को इस टीम का कप्तान चुना है और इसे लेकर उन्होंने कहा,
"राकेश कुमार से बेहतर विकल्प कप्तान के लिए कोई और नहीं हो सकता। इन 7 प्लेयर्स में सबसे ज्यादा अनुभवी राकेश भाई हैं और इसी वजह से वो ही कप्तान भी रहेंगे।"
अजय ठाकुर की PKL ऑल-टाइम प्लेइंग 7 में कौन-कौन से खिलाड़ी हैं?
जोगिंदर नरवाल, अनूप कुमार, राकेश कुमार (कप्तान), मनजीत छिल्लर, जीवा कुमार, अजय ठाकुर और गुरप्रीत।
अजय ठाकुर ने इसके अलावा यह भी कहा कि अभी खिलाड़ियों के ऊपर खेलने के साथ-साथ जॉब करने का भी दबाव होता है। हालांकि भविष्य में अगर फुटबॉल क्लब जैसा माहौल यहां बनता है, तो खिलाड़ियों का पूरा फोकस खेल के ऊपर ही होगा। उन्होंने कहा,
"अभी भी हम सभी खिलाड़ी जॉब करते हैं और इस बीच समय निकालकर खुद को फिट रखने की कोशिश करते हैं। यह काफी चुनौतीपूर्ण होता है। हालांकि इसमें काफी समय लगेगा जब फुटबॉल की तरह हमारे भी क्लब होंगे। कोई भी खिलाड़ी आराम से 40-45 साल तक खेल सकता है। इसके लिए बस आपको लगातार अभ्यास और आराम की जरूरत होती है। मैं 10 से 5 जॉब करता हूं और कई बार रात में भी काम पर जाना पड़ता है। इससे परफॉर्मेंस पर काफी फर्क पड़ता है। अभी खिलाड़ियों को नौकरी की काफी जरूरत है और कबड्डी के साथ इसके ऊपर भी ध्यान देना होता है। एक समय आएगा, जब हमें इसकी जरूरत नहीं होगी। क्लब की तरफ से हमें 10 साल का कॉन्ट्रैक्ट मिल गया, तभी खिलाड़ी सिर्फ कबड्डी के बारे में सोच सकता है।"