PKL 10: बंगाल वॉरियर्स के लिए प्रो कबड्डी के 10वें सीजन (PKL 10) में जहां रेडिंग की जिम्मेदारी मनिंदर सिंह ने संभाली हुई है, तो दूसरी तरफ डिफेंस में शुभम शिंदे जबरदस्त प्रदर्शन करके दिखा रहे हैं। शुभम शिंदे ने अपने प्रदर्शन का श्रेय अभ्यास को दिया और साथ ही में PKL का बेस्ट डिफेंडर बनना अपना लक्ष्य बताया।
शुभम शिंदे ने Pro Kabaddi के 10वें सीजन में 9 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उनके 31 टैकल पॉइंट्स हैं और वो एक हाई 5 भी लगा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने एक ही मैच में 11 टैकल पॉइंट्स भी लिए थे। शिंदे ने Sportskeeda को हाल ही में इंटरव्यू दिया और जब उनसे PKL 10 में उनके प्रदर्शन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा,
"परफॉर्मेंस के लिए अभ्यास काफी ज्यादा जरूरी है। PKL शुरू होने से पहले जो डाइट और फिटनेस के ऊपर एक-डेढ़ महीने काम किया, उसके बाद ही मैट पर अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब हो पा रहा हूं। मेरे दिमाग में बस यह था कि मैच जीतना है, वो हमारा तीसरा या चौथा मुकाबला था। मैंने नहीं सोचा था कि मैं 11 टैकल पॉइंट्स हासिल करूंगा, बस टीम के बारे में सोचा और इसका अच्छा नतीजा मिला।"
शुभम शिंदे अपनी टीम के सबसे अनुभवी डिफेंडर हैं और बंगाल उनके ऊपर काफी ज्यादा निर्भर करती है। अपनी टीम के डिफेंस में अनुभव की कमी और अपने भाई के साथ तालमेल के बारे में बात करते हुए शिंदे ने कहा,
"मेरी कोशिश मैट पर ज्यादा से ज्यादा रहने की होती है और तभी मैं साथी डिफेंडर्स को खिला पाऊंगा। हमारे ज्यादातर डिफेंडर्स काफी ज्यादा युवा हैं और इसी वजह से मेरे ऊपर अतिरिक्त जिम्मेदारी है। मुझे निजी तौर पर मुश्किल होती है, क्योंकि नए खिलाड़ी के साथ थोड़ा समय लगता है। हम लगातार अभ्यास कर रहे हैं और मैं उनसे लगातार बात भी करता हूं तो चीज़ें धीरे-धीरे सेट हो रही हैं। हमने (आदित्य शिंदे और मैं) जब कबड्डी खेलना शुरू किया, तो वो लेफ्ट कॉर्नर खेलते थे और मैं राइट कॉर्नर। हमारी बॉन्डिंग हो चुकी है और हमें पता होता है कि कब कौन क्या करने वाला है।"
आपको बता दें कि शुभम शिंदे पिछले साल हुए एशियन गेम्स के लिए हुए भारतीय टीम के कैंप का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें अंतिम स्क्वाड में मौका नहीं मिला था। उन्होंने हार नहीं मानी है और वो भारतीय टीम में जगह बनाना चाहते हैं। इसके अलावा वो Pro Kabaddi League का भी बेस्ट डिफेंडर बनना चाहते हैं।
अपने लक्ष्य के बारे में बंगाल वॉरियर्स के डिफेंडर ने कहा,
"मैं हाल ही में एशियन गेम्स के लिए भारतीय टीम के कैंप का हिस्सा था और अब मेरा लक्ष्य वर्ल्ड कप या फिर एशियन गेम्स में भारतीय टीम का हिस्सा बनना है। इसके अलावा मुझे PKL का बेस्ट डिफेंडर बनना है।"
PKL में अलग-अलग टीमों के लिए खेल चुके हैं शुभम शिंदे
शुभम शिंदे ने अपने PKL करियर की शुरुआत छठे सीजन में पुनेरी पलटन के लिए खेलते हुए की थी। इसके बाद वो सीजन 8 में पटना पाइरेट्स के लिए खेले थे और 9वें सीजन से बंगाल वॉरियर्स का हिस्सा हैं। बंगाल के लिए उन्हें लगातार मौका भी मिल रहा है और इसे उन्होंने अपनी पसंदीदा टीम भी बताई।
PKL में अलग-अलग टीमों के लिए खेलने को लेकर शुभम शिंदे ने कहा,
"टीम के हिसाब से खुद को जल्द से जल्द तैयार करना होता है। बंगाल वॉरियर्स मेरे सबसे ज्यादा करीब है, क्योंकि PKL के पिछले सीजन में भी मैं उनके लिए खेला था और मुझे सभी मैच खेलने का मौका भी मिला। बंगाल के लिए खेलते हुए काफी अच्छा लग रहा है। मैं महाराष्ट्र से काफी छोटी उम्र में Pro Kabaddi League में आने वाला खिलाड़ी था। मुझे इस लीग में अनुभवी खिलाड़ियों से काफी कुछ सीखने को मिला है।"
बंगाल के प्रमुख लेफ्ट कॉर्नर ने बचपन से ही अपने भाई को देखते हुए कबड्डी खेलना शुरू कर दिया था और काफी जल्दी अपना नाम बनाते हुए Pro Kabaddi League का हिस्सा बनने में भी कामयाब हुए। अपने कबड्डी के साफ के बारे में बात करते हुए शुभम ने कहा,
"मैंने गांव (चिपलुन) में कबड्डी खेलना शुरू किया था। मैंने अपने भाई (आदित्य शिंदे) को देखते हुए ही खेलना शुरू किया था। मेरे दो भाई पुलिस में हैं और वो भी कबड्डी खेल चुके हैं। मैं पहले मैच देखने जाता था और फिर ही खेलना शुरू किया। मैंने पहले महाराष्ट्र के लिए जूनियर और फिर सीनियर खेला। इसके बाद PKL के सीजन 6 में पुनेरी पलटन के लिए मुझे मौका मिला।