PKL 9: प्रो कबड्डी लीग (PKL) के नौवें सीजन की नीलामी काफी मजेदार होने वाली है। छठे सीजन की विजेता बेंगलुरु बुल्स (Bengaluru Bulls) ने अपने सबसे बड़े खिलाड़ी पवन सेहरावत (Pawan Sehrawat) को रिलीज कर दिया है। पवन पिछले तीन साल से लगातार सबसे अधिक प्वाइंट लेने वाले रेडर रहे हैं। अब वो रिलीज हो गए हैं, तो उनकी कमी को टीम को ऑक्शन में पूरा करना होगा।
सौरभ नंदल, अमल और महेन्दर सिंह के साथ ही जीबी मोरे को भी रिटेन किया गया है। फिलहाल भरत के रूप में टीम के पास इकलौता रेडर है। भरत ने पिछले सीजन पवन का अच्छा साथ दिया था। बेंगलुरु की टीम अनुभवी खिलाड़ियों को लाने की कोशिश करेगी। एक नजर डालते हैं उन तीन खिलाड़ियों पर जिन्हें बेंगलुरु को टार्गेट करना चाहिए।
#3 PKL 9 में मोनू गोयत हो सकते हैं बेंगलुरु बुल्स के लिए अच्छी पसंद
पवन सेहरावत जब तक बेंगलुरु में थे तब तक टीम की रेडिंग दमदार रही और उन्हें पिछले सीजन दो अच्छे सपोर्ट रेडर भी मिले थे। बेंगलुरु बुल्स इस सीजन या तो पवन को वापस लाने की कोशिश करेगी या फिर पवन के लिए एक अच्छा विकल्प लाना चाहेगी। हालांकि, इन परिस्थितियों में भी टीम को एक अनुभवी सपोर्ट रेडर की जरूरत होगी। इसके अलावा टीम को एक कप्तान भी चाहिए होगा। इन दोनों जरूरतों को पूरा करने के लिए मोनू गोयत सबसे अच्छे विकल्प हैं। मोनू रेडिंग में अच्छी मदद के साथ ही अपने अनुभव के साथ टीम को लीड भी कर सकते हैं।
#2 PKL 9 में सुरिंदर सिंह दे सकते हैं बेंगलुरू की डिफेंस को ताकत
भले ही बेंगलुरु बुल्स को अपनी डिफेंस के बारे में अधिक सोचने की जरूरत नहीं है, लेकिन फिर भी यदि इसे थोड़ा और मजबूत कर लिया जाए तो कोई हर्ज नहीं है। बेंगलुरु के राइट कवर पोजीशन के अलावा अन्य सभी डिफेंडर्स ने पिछले सीजन शानदार काम किया था। सुरिंदर सिंह राइट कवर पर खेलते हैं और लीग के सबसे अनुभवी डिफेंडर्स में से एक हैं। हर किसी की निगाहें बड़े नामों पर होंगी और ऐसे में बेंगलुरु सस्ते दाम में सुरिंदर को लेकर अपनी डिफेंस को और मजबूत बना सकती है।
#1 पवन सेहरावत को रिप्लेस करने की क्षमता रखते हैं सिद्धार्थ देसाई
पिछले सीजन केवल तीन मैच खेल पाने के कारण सिद्धार्थ देसाई नीलामी में रेडर्स की B कैटेगिरी में रहेंगे। पिछले सीजन तीन मैचों में 35 प्वाइंट्स लेने के बाद चोट के कारण वह पूरे सीजन से बाहर हो गए थे। सिद्धार्थ के पास मैच दर मैच सुपर-10 लगाने की क्षमता है और वह पवन द्वारा किए जाने वाले कारनामे को दोहरा सकते हैं। नीलामी में सिद्धार्थ की कीमत भी कम हो सकती है और ऐसे में बेंगलुरु के लिए पवन का विकल्प लाना आसान हो सकता है।