सीजन 4 से पहले हुई नीलामी पटना के लिए इससे बेहतर समय पर नहीं आ सकता था। सीजन 3 की सफलता को दोहराने के लिए पटना अपने साथ कई नये टैलेंट को जोड़ना चाहते थे। धर्मराज सी, फजल अत्राली और बाजीराव होदेज को जोड़ाने मतलब था कि डिफेंडिग चैंपियन का ताज बचाये रखने के लिए टीम के डिफेंसिव एरिया को और मजबूत करना जो कि पटना पाइरेट्स की पिछले सीजन में कमी उभरकर सामने आयी थी। उन्होंने साथ में 113 बेहद महत्वपूर्ण टैकल प्वाइंट बनाए। पटना का सीजन 4 पीछले सीजन की तरह उतना रोमांचकारी नहीं हो सका लेकिन एक ठोस सोच के साथ पटना ने अपने खिताब को बचाये रखा। इस बार उन्हें सिर्फ अपने रेडर्स पर ही निर्भर नहीं रहना पड़ा बल्कि इस बार डिफेंडर्स ने पटना को एक बार फिर से ताज पहनाया। 131 रेड प्वाइंट के साथ सीजन 4 में प्रदीप नारवाल टॉप 10 में रहने वाले पटना के एकमात्र रेडर थे लेकिन सीजन 4 में कुलदीप सिंह और राजेश मंडल पटना के हीरो बनकर निकले।