नए फ्रेंचाइजी हरियाणा स्टीलर्स के लिए कप्तानी कर रहे सुरेंद्र नाडा प्रो कबड्डी लीग में एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित की और इस लेग में सबसे अधिक 12 टैकल प्वाइंट्स जुटाए। हालांकि इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद वह अपनी टीम को इस लेग में कोई भी मैच जीता नहीं पाए। उनकी टीम को जहां पहले मैच में यू मुम्बा ने 29-28 से हराया, वहीं दूसरे मैच में गुजरात फॉर्च्यून जायंट्स के खिलाफ उन्हें टाई से ही संतोष करना पड़ा। हालांकि स्कोरलाइन के करीबी अंतर से यह साफ पता चलता है कि सुरेंद्र नाडा की टीम दुर्भाग्यशाली रही। नाडा की अब कोशिश रहेगी कि अगले लेग में अच्छे प्रदर्शन के साथ टीम को जीत भी मिले। सुरेंद्र नाडा सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग सेवन के मुख्य डिफेंडर होंगे। # 3: मोनू गोयत [पटना पाइरेट्स] पटना पाइरेट्स ने हैदराबाद लेग में दो मैच खेलें और दोनों में उन्हें जीत हासिल हुई। बड़ी बात यह रही कि इन दोनों मैच में पाइरेट्स का सामना मेजबान टीम तेलुगु टाइटन्स से हुआ और वह दोनों मैच को आसानी से जीतने में कामयाब रहें। हालांकि इस सफलता के लिए अकेले सिर्फ परदीप नरवाल नहीं जिम्मेदार थे बल्कि एक नौजवान मोनू गोयत भी लगातार परदीप का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहा था। पहले दो मैचों में मोनू ने मैट पर अच्छा प्रदर्शन करते हुए कुल16 रेड प्वाइंट हासिल किए और अपनी टीम को प्रतिद्वंद्वियों के पहुंच से बाहर कर दिया। मोनू की खासियत है कि वह 'डू ऑर डाई' स्पेशलिस्ट हैं और टीम के स्टार रेडर परदीप नरवाल पर कभी दबाव नहीं पड़ने देते। मोनू इस सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग सेवन में एक रेडर के रुप में अपने कप्तान परदीप का साथ निभाएंगे।