प्रो कबड्डी लीग अपने पांचवे संस्करण की शुरुआत के लिए पूरी तरह से तैयार है। 28 जुलाई से कुल 12 टीमें के एक-दूसरे को टक्कर देने के लिए मैट पर आमने सामने होंगी। यह सीजन पिछले संस्करणों के मुकाबले ज्यादा बड़ा और बेहतर होने वाला है क्योंकि इस बार नये फॉर्मेट के साथ टीमों को 2 पूल में बांटा गया है, हर पूल में 6-6 टीमें होगी, जो तीन महीनों तक चलने वाले सीजन में 140 मैचों का सामना करेंगी। आठ मौजूदा टीमों में से तीन टीमों ने पिछले चार संस्करणों में प्रो कबड्डी लीग के टाइटल को अपने नाम किया है। जयपुर पिंक पैंथर्स ने सबसे पहला सीजन अपने नाम किया, सीजन 2 की विजेता रही यू मुम्बा की टीम और जिसके बाद पटना पायरेट्स ने अपनी बादशाहत कायम करते हुए लगातार दो बार चैंपियन बनीं। आइए घड़ी को फिर से घुमाते हैं और देखते हैं कि कौन सी टीम पिछले चार सीजन में सबसे सफल रही है और किसे मिली हैं सबसे अधिक जीत: बेंगलुरू बुल्स (25) प्रो कबड्डी लीग के शुरुआती दो सत्रों में कर्नाटक की तरफ से अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला, बेंगलुरू की टीम सीजन 1 और 2 में लीग चरण में शानदार प्रदर्शन करके सेमीफाइनल तक पहुंची और फिर तीसरे स्थान पर अपना कब्जा जमाया। हालांकि तीसरा संस्करण बेंगलुरू के लिए बेहद बुरा साबित हुआ, तीसरे सीजन में बेंगलुरू ने सिर्फ दो मैच जीते। वहीं पिछले संस्करण में सिर्फ 5 लीग मैच जीतते हुए छठे स्थान पर रहकर संतोष करना पड़ा। इस सीजन में एक बार फिर से बेंगलुरू की टीम कम से कम प्लेऑफ में पहुंचना चाहेगी। उनकी टीम में रोहित कुमार और अजय जैसे दो स्टार खिलाड़ी मौजूद हैं। वहीं ऑलराउंडर आशीष कुमार और अनुभवी डिफेंडर खिलाड़ी रविन्दर पहल टीम को जीत दिलाने में मुख्य भूमिका निभायेंगे। तेलुगु टाइटंस (30)
तेलगु टाइटंस के लिए प्रो कबड्डी लीग के अब तक के सारे सीजन उतार चढ़ाव भरे रहे हैं। एक तरफ टाइटंस ने कई मौकों पर कबड्डी की मैट में कई जादुई क्षणों का निर्माण किया है तो दूसरी तरफ कई मुश्किल परिस्थितियों में दबाव से निपटने में नाकामयाब साबित हुए हैं। पहले और तीसरे सीज़न में वे सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे जबकि दूसरे और चौथे सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टॉप 2 के साथ सीजन का अंत किया। पांचवें सीजन में वे एक बार फिर से स्टार रेडर और भारतीय कबड्डी के पोस्टर ब्वॉय राहुल चौधरी टीम की अगुवाई करेंगे। उनके पास कबड्डी का जौहर दिखाने के लिए अन्य स्टार खिलाड़ी भी होंगे जिसमें पूर्व भारतीय कप्तान और अर्जुन पुरस्कार विजेता राकेश कुमार, डिफेंडर रोहित राणा और रेडर निलेश सालुंके शामिल होंगे। जयपुर पिंक पैंथर्स (31)
सीजन 1 के विजेता जयपुर पिंक पैंथर्स इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर मौजूद है। पहले संस्करण में यह टीम अपने पूरे फॉर्म में नजर आयी। लीग स्टेज पर 14 में से 10 मैच जीतने के बाद फाइनल में जयपुर ने यू मुंबा को शिकस्त देते हुए ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया। वहीं वे सीजन 2 और 4 में प्लेऑफ में पहुंचने में कामयाब रहे और पिछले सीजन में उपविजेता रहे। उनके अनुभव और प्रतिभा की वजह से ये टीम इस सीजन में भी निश्चित रूप से ट्रॉफी की मजबूत दावेदार है। प्रतिभाशाली ऑलराउंडर मनजीत चिल्लर इस टीम की अगुवाई करेंगे और उनका मैट पर साथ देने के लिए नवनीत गौतम, जसवीर सिंह और सोमवीर शेखर होंगे, जिनके पास अनुभव की कोई कमी नहीं है। पटना पायरेट्स (39)
सीजन 5 में जो टीम अपने टाइटल को डिफेंडर करने उतरेगी वो है पटना की टीम, जो एक बार नहीं दो बार की डिफेंडिंग चैंपियन है और अभी भी इस सूची में दूसरे स्थान पर है। पटना प्रो कबड्डी के इतिहास में सबसे सफल टीमों में से एक है, जो चारों सीजन में प्लेऑफ़ तक पहुंचने में कामयाब रही है और साथ ही साथ उसे ट्रॉफी को दो बार ऊपर उठाने का मौका मिला है, जो किसी और को नहीं मिल सका है। ऐसे में एक बार फिर से उनकी तरफ से जलवा बिखेरने के लिए रेडिंग के बादशाह प्रदीप नरवाल होंगे जिन्हें पटना ने नीलामी के दौरान अपनी ही टीम में बनाये रखने का फैसला किया था। मैट पर उनका साथ देने के लिए बहुमुखी प्रतिभा के धनी मोनू गोयट होंगे और वहीं डिफेंस की कमान संभालने के लिए पटना के पास दो बेहद प्रतिभाशाली विशाल माने और सचिन शिंगणे की जोड़ी मौजूद होगी। यू मुंबा (43)
इस लिस्ट में पहले स्थान पर कब्जा किया है मुंबई की टीम ने, जो लगातार पहले तीन फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही और सीजन 2 की विजेता रह चुकी है। उनके पास इस अभियान की सबसे शानदार लाइनअप मौजूद है। जिसमें अनूप कुमार, मोहित छिल्लर, सुरेन्दर नाडा, जीवा कुमार और रिशांक देवडिगा जैसे धुरंधर शामिल हैं। वहीं इस नये सीजन में यू मुंबा की टीम एक बार फिर से चैपिंयन बनने के इरादे से उतरेगी। टीम की अगुवाई करेंगे कप्तान अनूप कुमार, जो खुद बेस्ट रेडर्स में एक गिने जाते हैं। जिनका साथ देने के लिए मौजूद हैं शानदार खिलाड़ी काशलिंग अडाके, जोगिंदर नारवाल, शब्बीर बापू, कुलदीप सिंह और हैदी ओश्टोर्क। ये सभी इस टीम को एक परफेक्ट टीम बनाते हैं।