प्रो कबड्डी लीग सीजन 5 का पहला लेग पूरा हो चुका है और सभी टीमें दूसरे लेग के लिए नागपुर पहुंच चुकी हैं। इस पहले चरण की मेजबानी हैदराबाद ने की और घरेलू दर्शकों के सामने घरेलू टीम 'तेलुगु टाइटन्स' ने हर दिन एक मैच खेलें। इस पहले लेग में दर्शकों को चार नई टीमों के खेल से भी रुबरु होने का मौका मिला, जो इस सीजन में पदार्पण कर रहें थे। इस लेख में हम हैदराबाद लेग के पांच सबसे बेहतरीन मैचों की चर्चा करेंगे। #5 मैच नंबर 11 : तेलुगु टाइटन्स vs पटना पाइरेट्स, पाइरेट्स ने टाइटन्स को 43-36 से दी मात अपने घरेलू दर्शकों के सामने सीजन की शुरुआत करने के बावजूद तेलुगु टाइटन्स की स्थिति बहुत खराब थी। पहला मैच जीतने के बाद टीम लगातार चार मैच हार गई थी। एक-एक करके सभी टीमों ने टाइटन्स को उसके घरेलू मैदान और घरेलू दर्शकों के सामने पटखनी दी थी। टाइटन्स पर दबाव था कि वह इस लेग का आखिरी मैच किसी भी कीमत पर ना हारे और अपने घरेलू प्रशंसकों को खुशी का एक मौका जरूर दें। इसलिए हैदराबाद लेग के आखिरी दिन के इस मैच में सभी निगाहें पीली जर्सी वाली टीम पर टिकी हुई थीं। स्टार रेडर प्रदीप नरवाल और राहुल चौधरी के बीच हुई पहली भिड़ंत में प्रदीप ने राहुल की चमक को फीका करते हुए पहला मुकाबला आसानी से जीत लिया था। उस मैच में प्रदीप दूसरे गियर से कभी बाहर ही नहीं निकले थे। इसलिए गुरुवार के मुकाबले में टाइटन्स, प्रदीप को रोकने के लिए एक स्पेशल प्लान के साथ आए हुए थे। लेकिन पटना के कप्तान ने अपने खेल के स्तर को और बढ़ाकर इस प्लान को बेकार ही कर दिया। मैच के शुरुआत में टाइटन्स ने प्रदीप को 2 बार ऑउट किया, जिसका जवाब प्रदीप ने अपने कुछ बेहतरीन रेड्स के साथ दिया। सीजन 4 के इस सबसे कीमती खिलाड़ी ने अपने टो-टच, जम्प और दूसरे स्किल्स के द्वारा टाइटन्स के डिफेंडर्स को सन्न कर दिया। टाइटन्स के डिफेंडर्स के पास इन शानदार स्किल्स का कोई जवाब नहीं था। प्रदीप ने ना सिर्फ अपने स्किल से बल्कि अपनी ताकत से भी डिफेंडर्स को मात दी। एक रेड के दौरान जब टाइटन्स के डिफेंडर विशाल भारद्वाज ने प्रदीप को सामने से ब्लाक करके रोकने का प्रयास किया तो प्रदीप ने अपने ताकत के द्वारा विशाल को दूर हटा दिया। प्रदीप का यह रेड वाकई में दर्शनीय था। मोनू गोयत ने भी प्रदीप का अच्छा साथ दिया और दोनों ने टाइटन्स के डिफेंस को थकाने का को कोई मौका नहीं छोड़ा। इस दौरान पाइरेट्स ने 17 अंकों की एक बड़ी बढ़त हासिल कर ली। हालांकि, आखिरी के 14 मिनट में टाइटन्स ने मैच में वापसी करने की पूरी कोशिश की। राहुल चौधरी ने कुछ अच्छे रेड के साथ सुपर 10 भी किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुका था। प्रदीप व राहुल के बीच स्टार रेडर्स के इस मुकाबले को प्रदीप आसानी से जीत चुके थे। 79 अंक वाले इस हाई स्कोरिंग मुकाबले में प्रदीप नरवाल ने 12 और मोनू गोयट ने 10 अंक बनाए। #4 मैच नंबर 9 : गुजरात फार्च्यून जाइंट्स vs हरियाणा स्टीलर्स, 27-27 के स्कोर के साथ मैच हुआ ड्रा इस मैच में फार्च्यून जाइंट्स अपने पहले सीजन के लगातार दूसरी जीत की तरफ बढ़ रहें थे। मैच में सिर्फ 11 मिनट का समय बचा हुआ था और फार्च्यून जाइंट्स ने 22-13 के स्कोर के साथ 9 अंकों की विशाल बढ़त बना ली थी। लेकिन तभी स्टीलर्स ने मैच में वापसी करना शुरू किया। सुरजीत और विकास खंडोला ने इसकी शुरुआत करते हुए स्टीलर्स के लिए लगातार दो रेड प्वाइंट्स बनाए। इसके बाद स्टीलर्स के कप्तान सुरिंदर नाड़ा ने एक शानदार बॉडी ब्लॉक किया। फिर खण्डोला ने एक सुपर रेड करके दर्शकों को अपने पैरों पर खड़ा होने को मजबूर कर दिया। मैच ख़त्म होने से 6 मिनट पहले स्टीलर्स ने फॉर्च्यून जाइंट्स को आलआउट करते हुए स्कोर को 23-23 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद दोनों टीमों ने मैच को अपने पक्ष में करने के लिए शानदार खेल का प्रदर्शन किया और कुछ शानदार मूव्स दिखाए। लेकिन कोई भी टीम निर्णायक बढ़त नहीं हासिल कर सकी और मैच 27-27 से ड्रा रहा। यह सीजन का पहला टाई मुकाबला था। #3 मैच नंबर 8 : तेलुगु टाइटन्स vs यूपी योद्धाज, योद्धाज ने मैच को 31-18 से जीता यह योद्धाज के लिए यह एक बहुत बड़ी जीत थी। नितिन तोमर की अगुवाई वाले इस टीम में प्रतिभाओं का जमावड़ा है। लेकिन कहते हैं ना, प्रतिभा होना एक बात है और उस प्रतिभा का बुद्धिमानी से इस्तेमाल करना दूसरी बात। योद्धाज ने इस मैच में 'दूसरी बात' को पूरा करके दिखाया। यूपी के योद्धाओं ने बेहतर कबड्डी का प्रदर्शन करते हुए ना सिर्फ एक अच्छी रणनीति बनाई बल्कि उसे मैट पर भी पूरी तरह से उतारा। यूपी के योद्धाज नितिन तोमर, ऋषंक देवदीगा, जीवा कुमार, राजेश नरवाल और महेश गौड़ मैच के शुरुआत में ही टाइटन्स पर कहर बन के टूट पड़े। इस मैच में योद्धाज ने रेड प्वाइंट्स जुटाने के लिए एक बेहतरीन रणनीति अपनाई । जहां ऋषंक और नितिन शुरूआती रेड कर रहें थे, वहीं ‘डू ऑर डाई रेड’ की जिम्मेदारी महेश गौड़ और सुरेन्द्र सिंह को दी गई थी। इस रणनीति से नितिन और ऋषंक को खुल के खेलने में काफी मदद मिली और दोनों ने क्रमशः 6 और 5 अंक हासिल किए। हालांकि टाइटन्स और उनके कप्तान राहुल चौधरी ने मैच में वापसी की पुरजोर कोशिश की, लेकिन प्रतिभाशाली योद्धाज ने उन्हें ऐसा कोई भी मौका नहीं दिया। इस तरह टाइटन्स यह मैच 31-18 के बड़े अंतर से हार गए। #2 मैच नंबर 5 : हरियाणा स्टीलर्स vs यू मुम्बा, रोमांचक मुकाबले में यू मुम्बा सिर्फ एक प्वाइंट से जीता इस मैच में एक समय स्टीलर्स बहुत ही मजबूत स्थिति में था। यहां तक कि उन्होंने मुम्बा को ऑल आउट कर चार अंको की बढ़त हासिल कर ली थी। लेकिन इसके बाद कैशलिंग अडाके के एक रेड ने मैच को यू मुम्बा की तरफ मोड़ दिया। हालांकि मुम्बा के इस शानदार वापसी के बाद भी स्टीलर्स अब भी मैच में बने हुए थे। बस जरुरत थी कि आक्रामक डिफेंस करके मुम्बा के कप्तान अनूप कुमार के आखिरी रेड को बॉल्क लाइन क्रॉस करने से रोका जाए। लेकिन स्टीलर्स के डिफेंडर्स ने ऐसा कोई प्रयास नहीं किया। मैच के इस अहम मोड़ पर स्टीलर्स से ऐसे रक्षात्मक खेल की उम्मीद नहीं थी, वह भी तब जब आपके पास सुरिंदर नाडा जैसा डिफेंडर और कप्तान हो। #1 मैच नंबर 4: तेलगु टाइटन्स vs पटना पाइरेट्स, पाइरेट्स ने टाइटन्स को 35-29 से धूल चटाया यह इस सीजन का पहला हाई प्रोफाइल और बड़ा मुकाबला था क्योंकि इसमें प्रो कबड्डी लीग के दो सबसे बड़े स्टार राहुल चौधरी और प्रदीप नरवाल खेल रहे थे। यह मुकाबला इसलिए भी बड़ा माना जा रहा था क्योंकि पटना पाइरेट्स प्रो कबड्डी लीग के दो बार के चैंपियन के रूप में उतरे थे और प्रदीप नरवाल ने टाइटन्स के खिलाफ पिछले सभी मुकाबलों में बड़ा स्कोर बनाया था। हालांकि इस सीजन में पटना की टीम पहले से काफी बदल चुकी थी और दर्शकों की निगाहें इस बात पर लगीं थीं कि एकदम से बदली हुई नई टीम अपने प्रतिद्वंदी के खिलाफ कैसे खेलती है। वहीं टाइटन्स के लिए भी यह मैच चुनौतियों से भरा था। टाइटन्स ने अपने अभियान की शुरुआत तो जीत के साथ की थी, लेकिन उन पर पहले मैच के मजबूत प्रदर्शन को दोहराने का दबाव था। इसके अलावा कप्तान राहुल चौधरी की निगाहें एक माइल स्टोन यानि 500वें प्वाइंट पर भी टिकी हुई थी। उम्मीद के मुताबिक ही दोनों टीमों ने एक दूसरे को कड़ा मुकाबला दिया और एक-एक प्वाइंट के लिए जबरदस्त कोशिश की। मैच के लगभग तीन-चौथाई समय में कोई भी टीम निर्णायक बढ़त हासिल नहीं कर पाई थी। अब तक के मुकाबले के दौरान कोई भी टीम 4 प्वाइंट से अधिक की बढ़त नहीं ले पाई थी। लेकिन तभी प्रदीप ने अपना जादू बिखेरा और ‘मैजिकल रेड’ करते हुए टीम की बढ़त को 1 प्वाइंट से 5 प्वाइंट कर दिया। इस तरह यह मुकाबला पाइरेट्स की तरफ मुड़ गया। इस मुकाबले में प्रदीप ने कुल 15 प्वाइंट्स बनाये, वहीं बेहतर शुरुआत के बाद राहुल अपने खेल को स्थिर नहीं रख पाए और सिर्फ 7 प्वाइंट ही बना सके। उनके कुल कैरियर प्वाइंट्स की संख्या भी 499 पर ही आकर रूक गई। इस मैच में राहुल ने व्यक्तिगत रिकॉर्ड के तलाश में कुछ ऐसी गलतियां की, जो टीम के लिए काफी महंगा पड़ा। लेखक - वीरेंद्र करूणाकर अनुवादक- सागर