इस मैच में एक समय स्टीलर्स बहुत ही मजबूत स्थिति में था। यहां तक कि उन्होंने मुम्बा को ऑल आउट कर चार अंको की बढ़त हासिल कर ली थी। लेकिन इसके बाद कैशलिंग अडाके के एक रेड ने मैच को यू मुम्बा की तरफ मोड़ दिया। हालांकि मुम्बा के इस शानदार वापसी के बाद भी स्टीलर्स अब भी मैच में बने हुए थे। बस जरुरत थी कि आक्रामक डिफेंस करके मुम्बा के कप्तान अनूप कुमार के आखिरी रेड को बॉल्क लाइन क्रॉस करने से रोका जाए। लेकिन स्टीलर्स के डिफेंडर्स ने ऐसा कोई प्रयास नहीं किया। मैच के इस अहम मोड़ पर स्टीलर्स से ऐसे रक्षात्मक खेल की उम्मीद नहीं थी, वह भी तब जब आपके पास सुरिंदर नाडा जैसा डिफेंडर और कप्तान हो।
Edited by Staff Editor