प्रो कबड्डी सीजन 5 का मुंबई लेग भी खत्म हो चुका है, यह इस सीजन का 5वां लेग था। यह लेग डिफेंडर्स के लिए कुछ ख़ास नहीं रहा। इस लेग में सर्वश्रेष्ठ डिफेंस वाली टीम गुजरात, मुंबई, बेंगलुरु और यूपी के बीच बारिश के कारण मैच नहीं हो पाए थे। प्रो कबड्डी में गुजरात फार्च्यूनजायन्ट्स का सबसे मजबूत डिफेंस देखने को मिला है और इस लेग में उनका मुकाबला रद्द होने पर हमें डिफेंस का खेल ज्यादा देखने को नहीं मिला लेकिन सीजन 5 के 5वें लेग में भी हमें कुछ नए डिफेंडर्स का दमदार प्रदर्शन देखने को मिला। मुंबई लेग के शीर्ष 5 डिफेंडर्स, जिन्होंने अपने खेल से सभी को प्रभावित किया: विशाल माने पटना पाइरेट्स ने इस सीजन अपने रेडर्स परदीप नरवाल और मोनू गोयत के शानदार खेल की बदौलत अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन डिफेंडर्स के रूप में उनके सभी खिलाड़ियों का प्रदर्शन औसत ही रहा। मुंबई लेग में दूसरे मुकाबले में पटना की तरफ से विशाल माने का बंगाल वारियर्स के खिलाफ डिफेंस में जादू देखने को मिला, उन्होंने इस मैच में 6 टैकल पॉइंट्स हासिल किये। विशाल के शानदार खेल के कारण यह मैच टाई रहा लेकिन पटना के अनुभवी डिफेंडर विशाल माने का फॉर्म में वापस आना टीम के लिए बेहतरीन माना गया। सोमबीर तेलुगु टाइटन्स के लिए यह सीजन कुछ ख़ास नहीं रहा। उनके कप्तान और 5 स्टार रेडर राहुल चौधरी और ऑलराउंडर विशाल भारद्वाज के अलावा टीम के किसी ख़िलाड़ी ने टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। मुंबई लेग में अपने पिछले मैच तेलुगु टीम के नए डिफेंडर सोमबीर ने अपने दमदार डिफेंस से विरोधी टीम तमिल थलाइवाज के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने तमिल के खिलाफ 10 टैकल पॉइंट्स हासिल किये। सोमबीर ने इस प्रदर्शन की बदौलत एक मैच में सबसे ज्यादा टैकल अंक का रिकॉर्ड अपने नाम किया। बाजीराव होडगे प्रो कबड्डी सीजन 5 की शुरुआत में दबंग दिल्ली के.सी. अपने मजबूत डिफेंस की मौजूदगी से कागज़ पर मजबूत दिखाई दे रही थी लेकिन दबंग दिल्ली की टीम ने निलेश शिंदे और बाजीराव होडगे जैसे अनुभवी खिलाड़ी होने के बाद अच्छा भी प्रदर्शन नहीं किया। यह दोनों ख़िलाड़ी सीजन की शुरुआत में फ्लॉप रहे लेकिन जैसे ही लीग आगे बढ़ी, निलेश शिंदे अपनी पुरानी फॉर्म में नजर आये और अब मुंबई लेग में बाजीराव होडगे का जलवा देखने को मिला। यू मुम्बा के खिलाफ मैच में बाजीराव ने अपने दमदार डिफेंस में बेहतरीन खेल दिखाया। उन्होंने इस मैच में 4 टैकल पॉइंट्स हासिल किये। मैच के अंत में काशिलिंगे अडके और अनूप कुमार को डैश करके, इन्होने दिल्ली को 1 अंक से यह मैच जिताने में अपना योगदान दिया। सुरजीत सिंह पिछले सत्र की तरह ही इस सत्र में भी बंगाल वारियर्स की कबड्डी का जादू मैट पर भी देखने को मिल रहा है। बंगाल इस सीजन 5 जीत के साथ अपने जोन में पहले नंबर और सीजन की दूसरे नंबर की टीम बनी हुई है। इस कामयाबी का अधिकतम श्रेय उनके कप्तान सुरजीत सिंह के बेहतरीन डिफेंस को जाता है। मुंबई लेग में बेंगलुरु बुल्स के खिलाफ हुए मैच में सुरजीत ने 8 टैकल पॉइंट्स हासिल किये और अपनी टीम को आसान सी जीत दिलाई। इस मैच से पहले हुए पटना के खिलाफ भी सुरजीत ने हाई5 लगाया। सुरजीत सिंह का डिफेंस में होना न केवल उनके दमदार खेल को बल्कि उनके कप्तानी को भी दर्शाता है। कुलदीप सिंह यू-मुम्बा के लिए उनका घरेलू लेग औसत रहा। टीम ने 6 में से केवल 2 मुकाबले अपने नाम किये, तो तीन में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। टीम में अनूप कुमार की मौजूदगी उनके रेडिंग विभाग तक सीमित रह जाती है। टीम की मुख्य समस्या डिफेंस में रही लेकिन आखिरी के दो मुकाबलो में यू मुम्बा के डिफेंस में भी शानदार बदलाव देखने को मिला। हरियाणा स्टीलर्स के खिलाफ टीम के युवा रेडर कुलदीप सिंह ने डिफेंस में दमदार प्रदर्शन किया। कुलदीप ने हरियाणा के खिलाफ 6 टैकल पॉइंट्स प्राप्त किये और टीम की जीत में अपना योगदान दिया।