प्रो कबड्डी लीग सीजन 5 का अहमदाबाद लेग, ट्रांसस्टेडिया एरीना में हुआ। दर्शकों को 11 रोमांचक मुकाबले देखने को मिले और कई तो अंत तक गये और इतने रोमांचक रहे कि दर्शक सीटों के किनारों पर थे। टीमों ने अपने खिलाड़ियों के रूप में रेडरों, डिफेंडर और टैकल करते खिलाड़ियों की फ़ौज को मैदान पर उतारा। बात रेडरों की करें तो उनके भी एक महत्वपूर्ण लाभ है, वे ढेर सारे अंक उठा सकते हैं और कुछ उदाहरणों तो ऐसे भी रहे जहाँ उन्होंने पूरी टीम का सफाया ही कर दिया है, जैसा कि बंगाल वारियर्स के खिलाफ मैच में महेन्द्र राजपूत ने पांच अंक की रेड के साथ किया। ऐसे ही कुछ खिलाड़ी और भी थे जिन्होंने सभी को अपने कौशल के साथ प्रभावित किया था और इसके अनुसार, स्पोर्ट्सकीड़ा ने अहमदाबाद लेग के 5 सबसे अच्छे रेडरों को सूचीबद्ध किया है। # 5 अबुलफज़ल मग्सूद्लु (दबंग दिल्ली) तमिल थलाइवाज के खिलाफ मैच के दूसरे हाफ में केवल एक विकल्प के तौर पर आने के बावजूद अबुलफज़ल अपने दम पर खेल पलटा। दो अंकों की दो रेड के साथ वह अपनी टीम के लिए मैदान पर एक अकेले रेंजर थे, तो ईरानी ने दबंग दिल्ली के लिए ऑल-आउट लाते हुए अपनी टीम के लिये ड्रॉ लाने में सफल रहे। लंबे और छरहरे रेडर ने अपनी लम्बाई का भरपूर लाभ उठाया और थलाइवाज की रक्षापंक्ति में सेध लगाते हुए मैच में 11 अंक हासिल करने में सफल रहे वो भी तब जब यह खिलाड़ी सिर्फ दूसरे हाफ में ही मैदान पर उतरा था। # 4 अजय ठाकुर (तमिल थलाइवाज) फॉर्म में गिरावट के एक दौर के बाद भारत के विश्व कप के सितारे अजय ठाकुर ने दबंग दिल्ली के खिलाफ मैच में शानदार तरीके से वापसी की, जिसमें उन्होंने 14 अंक कमाए। एक कप्तान के तौर पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए वह एक के बाद एक अपने कौशल को दिखाते हुए टीम का नेतृत्व किया। चाहे वह दबाव की स्थितियों में तेजी से रेड डालना रहा हो या सामने तेजी से छूने में हो, डिफेंडर के नाक के नीचे से बोनस को इकट्ठा करना या उनका -मेंढक कूद - हो, उन्होंने दिल्ली के खिलाफ मैच में यह सब किया। # 3 सुकेेश हेगड़े (गुजरात फॉर्च्यूनजायंट्स) तेलुगु टाइटन्स का यह पूर्व खिलाड़ी अब प्रो कबड्डी लीग के पांचवें संस्करण में नयी फ्रैंचाइजी, गुजरात फॉर्च्यून के कप्तान हैं। अहमदाबाद में टीम के होम लेग में, उन्होंने अपने छह मैचों में अपनी टीम का प्रभावी ढंग से नेतृत्व किया, जिसमें पांच जीत भी शामिल थी। हेगड़े ने अपनी टीम की पृष्ठभूमि में एक प्रमुख भूमिका निभाई फिनिश लाइन को पार करने में मदद करते हुए स्कोरबोर्ड के लिए मूल्यवान योगदान दिया, जब भी जरुरत पड़ी रेड के लिये उनके कदम आगे रहे। एरीना में हुए छह मैचों में से 27 रेड पॉइंट्स के आकड़ों से यह स्पष्ट था। # 2 नितिन तोमर (यूपी योद्धा) इस करिश्माई युवा खिलाड़ी ने मई में आयोजित नीलामी में सबसे ज्यादा पैसा कमाया था और वह लगातार टीम प्रबंधन को मैदानपर अपने लाज़वाब प्रदर्शन के साथ पैसे की कीमत दे रहे थे। यूपी योद्धा ने अहमदाबाद लेग में दो मैचों खेले जिसमें वे तेलुगु टाइटन्स के खिलाफ जीते और पटना पाइरेट्स के खिलाफ उनका मैच टाई रहा। इन दोनों ही अवसरों पर नितिन तोमर ने अपनी टीम के लिए आक्रमण का नेतृत्व करते हुए , टाइटन्स के खिलाफ सुपर -10 प्राप्त किया और फिर पाइरेट्स के खिलाफ आठ अंक इकट्ठा किए। इस प्रकार वह अपने बड़े पैमाने पर रेड मारने की काबिलियत के चलते सामने प्रतिद्वंद्वी की रक्षापंक्ति को तितर बितर कर छोड़ने की क्षमता रखते है। # 1 सचिन तावर (गुजरात फॉर्च्यूनजायंट्स) उनके नाम पर क्रिकेट के बड़े नामों जैसी प्रशंसको की फ़ौज न हो, लेकिन सचिन तावर में निश्चित रूप से भविष्य में एक सितारे बनने के सभी गुण मौजूद है और यह बात स्पष्ट हो गयी जब-जब वो अहमदाबाद में घर के मैचों में रेड मारने के लिये आगे बढ़े और प्रशंसकों से गुरुवार रात को एरेना में टीम के आखिरी मैच में पहली बार रेड मारते समय जो स्वागत मिला वह दर्शनीय था। चाहे वह तेजी से छूना हो या बड़ी रेड, छोटे-छोटे बोनस अंक या झोली भरके में अंक लाना, सचिन ने घर के छह मैचों में यह सब किया है और टीम के लिए खुद को एक मैच-विजेता साबित कर दिया है। 45 रेड अंकों को एकत्र करते हुए, जिसमें दो सुपर -10 शामिल हैं, सचिन निश्चित रूप से आगामी मैचों में देखने लायक खिलाड़ी होंगे। लेखक: विधि शाह अनुवादक: राहुल पाण्डे