हरियाणा लेग के बाद प्रो कबड्डी सीजन 5 का सफ़र पटना पाइरेट्स के घरेलू शहर रांची में पहुंचा और अब लीग का दिल्ली लेग जारी है। इस सीजन कई दिग्गज खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया साथ ही हमें इन दिग्गज खिलाड़ियों का साथ देते हुए नजर आये, कुछ युवा ख़िलाड़ी भी उम्दा प्रदर्शन करने में सफल रहे लेकिन उन्हें इस सीजन दिग्गज खिलाड़ियों के मुकाबले कम आंका गया और उन्हें ज्यादा लाइमलाइट भी नहीं मिली। टीम में अनुभवी और दिग्गज खिलाड़ियों के होते हुए टीम में जगह बना पाना किसी भी ख़िलाड़ी के लिए मुश्किल माना जाता है लेकिन कुछ खिलाड़ियों ने टीम में जगह तो बनाई ही साथ में इस सीजन सबसे शानदार प्रदर्शन भी किया। इसलिए उन खिलाड़ियों पर एक नजर, जो इस सीजन अपने प्रदर्शन के मुकाबले कम आंके गए। सीजन 5 के कम आंके जाने वाले टॉप 5 ख़िलाड़ी : दीपक कुमार दहिया प्रो कबड्डी के पिछले सत्रों में दीपक कुमार दहिया बेंगलुरु बुल्स के ख़िलाड़ी थे और उन्हें अनुभवी खिलाड़ियों के होते हुए एक अतिरिक्त ख़िलाड़ी के रूप में प्रयोग किया गया लेकिन सीजन 5 में पहली बार खेल रही टीम हरियाणा स्टीलर्स ने दीपक कुमार दहिया पर भरोसा जताते हुए उन्हें टीम का अहम ख़िलाड़ी बनाया। दीपक ने भी सभी के भरोसे पर खरा उतरते हुए अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। हरियाणा के मेन रेडर विकास के चोटिल और सुरजीत का फॉर्म में न होना दीपक के लिए टीम में एक मौका लेकर आया, जिसपर वह खरा उतरे। हरियाणा टीम दीपक को अब डू ऑर डाई रेड का स्पेशलिस्ट मान कर कोर्ट पर उतारती है और डू ऑर डाई रेड की श्रेणी में वह सीजन 5 में 29 पॉइंट्स के साथ दूसरे नंबर पर बने हुए। दीपक ने 10 मैचों में 43 रेड अंक हासिल किये हैं। परवेश भैंसवाल पिछले सत्र जयपुर पिंक पैंथर्स से खेलने वाले परवेश के लिए वह सत्र बहुत ज्यादा निराशाजनक रहा। उन्होंने केवल 3 टैकल पॉइंट्स हासिल किये लेकिन इस सत्र नई टीम गुजरात फार्च्यूनजायंट्स की कामयाबी का राज परवेश का प्रदर्शन भी रहा है। 19 वर्षीय परवेश टीम के लिए लेफ्ट कवर के रूप में मौजूद है और इस सीजन उनका खेल बहुत ही उम्दा देखने को मिला है। टीम के डिफेंस में ईरानी जोड़ी फजल और अबोज़र के होने के बाद भी परवेश ने 14 मैचों में 28 टैकल पॉइंट्स प्राप्त किये, उन्होंने खेले गए टीम के पिछले मैच में यू-मुम्बा के खिलाफ हाई-5 भी हासिल किया। पवन कुमार कादियान जयपुर के युवा ख़िलाड़ी पवन कुमार ने इस साल रेडिंग विभाग में शानदार प्रदर्शन किया है। पिछले सत्र बेंगलुरु बुल्स और सीजन 2 और 3 में यू मुम्बा के लिए खेलने वाले इस ख़िलाड़ी ने खराब प्रदर्शन किया लेकिन इस सत्र जयपुर की टीम का रेडिंग विभाग की जिम्मेदारी पवन के कंधो पर ही है। जयपुर में मंजीत छिल्लर और जसवीर सिंह के होने के कारण उन्हें ज्यादा लाइम लाइट नहीं मिल पाई लेकिन उनका खेल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जयपुर के लिए वह सबसे ज्यादा रेड पॉइंट्स हासिल करने वाले ख़िलाड़ी हैं, उन्होंने इस सीजन अभी तक 50 रेड अंक हासिल किये हैं। विशाल भारद्वाज प्रो कबड्डी सीजन 4 में तेलुगु टाइटन्स के लिए केवल 2 मैच खेलने वाले विशाल भारद्वाज ने सीजन 5 में एक मजबूत डिफेंडर के रूप में टीम में जगह पक्की कर ली है। सीजन 4 में 2 मैच केवल 6 टैकल पॉइंट्स हासिल करने वाले विशाल इस सीजन डिफेंस में सबसे ज्यादा अंक हासिल करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में सबसे ऊपर है। विशाल ने इस सीजन अभी तक डिफेंस में 53 अंक प्राप्त किये है साथ ही 4 हाई-5 के साथ वह दूसरे नंबर पर बने हुए हैं। उनसे आगे केवल हरियाणा के कप्तान सुरेंदर नाडा हैं। एक डिफेंडर के रूप में उनका औसत 3.12 प्रति मैच रहा है। मोनू गोयत पटना पाइरेट्स ने इस साल सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है और इस बेहतरीन प्रदर्शन के हीरो उनके रेडर्स रहे, जिनमे प्रो कबड्डी इतिहास के सबसे उम्दा ख़िलाड़ी परदीप नरवाल और युवा ख़िलाड़ी मोनू गोयत रहे हैं। परदीप नरवाल के शानदार खेल के आगे मोनू का खेल कम आंका गया लेकिन उनका प्रदर्शन लीग के सभी रेडर्स से ऊपर है। पिछले सत्र बंगाल की टीम से खेलने वाले मोनू ने 13 मैच में 59 अंक प्राप्त किये लेकिन इस सत्र वह अपने जीवन की सबसे उम्दा कबड्डी खेल रहे हैं। इस सत्र उन्होंने 144 अंक प्राप्त किये और उनसे आगे केवल उनके साथी ख़िलाड़ी परदीप नरवाल है। सुपर 10 के मुकाबले में भी वह दूसरे नंबर पर बने हुए हैं।