प्रो कबड्डी 2019 का सफर अपने अंतिम दौर में हैं। अभी तक 5 टीमें प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी है, तो काफी टीमों का सफर समाप्त हो चुका है। उन्हीं टीमों में से एक हैं तेलुगु टाइटंस, जोकि प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है।
हालांकि टीम के स्टार रेडर और मौजूदा लीग के सबसे महंगे खिलाड़ी सिद्धार्थ देसाई ने अपने प्रदर्शन से लगातार दूसरे सीजन में प्रभावित किया है। सिड देसाई ने 20 मुकाबलों में 189 रेड पॉइंट लिए हैं और इस बीच उन्होंने प्रो कबड्डी में अपने 400 रेड पॉइंट्स भी पूरे किए।
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सिद्धार्थ देसाई ने पंचकुला लेग के आखिरी दिन हरियाणा स्टीलर्स के खिलाफ हुए मुकाबले के बाद स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ खास बातचीत की और अपने पूरे सफर के बारे में बताया:
-आप इस सीजन में अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और क्या सबसे मंहगे खिलाड़ी होने का दबाव आपके ऊपर था?
- मेरे ऊपर ज्यादा दबाव नहीं था, हमारा होम लेग सबसे पहले था। शुरुआत अच्छी नहीं रही। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। पिछले साल मेरा स्ट्राइक रेट 10 का था और इस सीजन में भी मैंने उसे कायम रख है। हालांकि मैं और भी ज्यादा अच्छा करना चाहता हूं।
-कबड्डी खेलना आपने कब शुरू किया और कब इसमें अपना करियर बनाने का फैसला किया?
- मैं बचपन से कबड्डी खेलता आ रहा हूं। हालांकि प्रो कबड्डी के आने के बाद मैंने पुणे में एक प्रोफेशनल क्लब जॉइन किया और 5 साल अभ्यास किया। इसके बाद मुझे यहां पर खेलने का मौका मिला। मेरे बड़े भाई सूरज देसाई सबसे पसंदीदा खिलाड़ी हैं और उन्हीं से मुझे प्रेरणा मिलती है।
-कबड्डी में आने के लिए परिवार से किस तरह का समर्थन मिला?
- मेरे पिताजी भी कबड्डी खेला करते थे, तो मुझे कभी किसी ने रोका नहीं। मेरा भाई भी सेना का खिलाड़ी है, तो घर में कबड्डी का माहौल है। इसी वजह से परिवार की तरफ से पूरा समर्थन मिला।
-आपका यह प्रो कबड्डी में दूसरा सीजन है, लाइफ में क्या बदलाव आप महसूस करते हैं?
-पहले हमें कोई जानता नहीं था। पिछले सीजन जब से खेला हूं, हर जगह मुझे पहचानने लगे हैं कि यह यू मुंबा और तेलुगु टाइटंस के लिए खेला है। इससे काफी अच्छा भी लगता है।
-फिटनेस काफी महत्वपूर्ण है, तो इतने लंबे सीजन के लिए आप खुद को किस तरह फिट रखते हैं?
-सीजन काफी लंबा है, तो जब हमें गैप मिलता है, तो उसमें फिटनेस पर खास ध्यान दिया जाता है। इसके अलावा सीजन शुरू होने से पहले हमारा कैंप लगता है, उसमें हम पूरा ध्यान देते हैं।
--इस समय अगर आप कबड्डी नहीं खेल रहे होते, तो किस फील्ड में अपने आप को देखते?
- मैं इस समय कबड्डी नहीं खेल रहा होता, तो सिविल लाइन में जॉब कर रहा होता।