sप्रो कबड्डी लीग (PKL 8) के आठवें सीजन का लीग स्टेज अब अंत की तरफ बढ़ रहा है। 7 फरवरी तक PKL 8 में 101 मैच खेले जा चुके हैं और सभी टीमों ने 16 या उससे ज्यादा मैच खेल लिए हैं। अंक तालिका में फ़िलहाल शानदार प्रदर्शन कर रही पटना पाइरेट्स पहले स्थान पर है, वहीं तेलुगु टाइटंस की टीम खराब प्रदर्शन के कारण आखिरी स्थान पर है।
प्रो कबड्डी लीग में अभी तक सात सीजन में 5 टीमों ने खिताब पर कब्ज़ा किया है। पटना पाइरेट्स ने सबसे ज्यादा तीन बार खिताब जीता है, वहीं जयपुर पिंक पैंथर्स, यू मुंबा, बेंगलुरु बुल्स और बंगाल वॉरियर्स ने एक-एक बार खिताब जीता है। PKL 8 में पटना पाइरेट्स एकदम चैंपियन की तरह ही खेल रही है और उनका चौथी बार खिताब जीतने की संभावनाएं भी काफी ज्यादा लग रही है। हालाँकि बाकी चैंपियन टीमों का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है और उनके इस बार चैंपियन बनने की संभावनाएं काफी कम लग रही है।
आइये नज़र डालते हैं उन 3 चैंपियन टीमों के ऊपर जो PKL 8 का खिताब शायद न जीते
# बंगाल वॉरियर्स
PKL के पिछले सीजन की विजेता बंगाल वॉरियर्स का आठवें सीजन में प्रदर्शन अभी तक निराशाजनक रहा है। बंगाल वॉरियर्स ने 18 मैचों में 7 जीत हासिल की है और 44 अंकों के साथ 10वें स्थान पर हैं। अपने आधे से ज्यादा मैच हारने की वजह से बंगाल वॉरियर्स का PKL 8 के टॉप 6 में पहुंचना भी मुश्किल लग रहा है। इसके अलावा उनका स्कोर अंतर (-46) भी उनके खिलाफ ही है और टॉप 6 में पहुंचने के लिए उन्हें बचे हुए 4 मैचों में शानदार प्रदर्शन करना होगा।
# जयपुर पिंक पैंथर्स
प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन की विजेता जयपुर पिंक पैंथर्स के लिए PKL 8 अभी तक काफी मिला-जुला रहा है। जयपुर पिंक पैंथर्स ने अभी तक 17 मैचों में आठ जीत हासिल की है और 51 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर हैं, लेकिन प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव की वजह से उनके चैंपियन बनने की संभावनाएं नहीं के बराबर है। इसके अलावा उन्हें टॉप 6 में भी बने रहने के लिए अगले 5 मैचों में बढ़िया प्रदर्शन करना होगा।
# बेंगलुरु बुल्स
प्रो कबड्डी लीग के छठे सीजन की विजेता बेंगलुरु बुल्स का नाम इस लिस्ट में चौंकाने वाला लग सकता है। PKL 8 में बेंगलुरु बुल्स की टीम 19 मैचों में 9 जीत और 55 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर हैं, लेकिन पिछले कुछ मैचों में उनका प्रदर्शन ख़ास नहीं रहा है और इस वजह से उनका टॉप दो में रहना मुश्किल लग रहा है।
अगर आने वाले तीन मैचों में भी बुल्स की टीम का प्रदर्शन खराब रहता है, तो ये भी हो सकता है कि वह टॉप 6 से भी बाहर हो जाएँ। पवन सेहरावत के ऊपर जरूरत से ज्यादा निर्भरता टीम के लिए नुकसानदायक रहा है और इसी वजह से टीम के चैंपियन बनने की संभावनाएं कम ही लग रही हैं। पिछले 5 मैचों में बेंगलुरु बुल्स सिर्फ एक ही मैच जीत सकी है और तीन मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है, वहीं एक मैच टाई हुआ था।