प्रो कबड्डी लीग (PKL 8) में ऐसे कई युवा खिलाड़ी थे जिन्होंने अपने पहले ही सीजन में काफी ज्यादा प्रभावित किया। इसमें पटना पाइरेट्स के मोहम्मदरेजा शादलू, पुनेरी पलटन के मोहित गोयत, बेंगलुरु बुल्स के भरत, यू मुंबा के रिंकू, हरियाणा स्टीलर्स के मीतू के खिलाड़ी मौजूद हैं।
इसके अलावा पवन कुमार सेहरावत, मनिंदर सिंह, परदीप नरवाल, संदीप ढुल जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया। साथ ही अर्जुन देशवाल, नवीन कुमार, सचिन तंवर ने अपनी टीम के लिए दमदार प्रदर्शन किया।
कुछ दिग्गज खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिनसे उम्मीद तो काफी ज्यादा थी। हालांकि वो बिल्कुल भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और उन्होंने काफी ज्यादा निराश किया। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 4 खिलाड़ियों के बारे में बात करने वाले हैं।
#) PKL 8 में पुनेरी पलटन के कप्तान नितिन तोमर (18 मैच में 48 रेड पॉइंट्स)
पुनेरी पलटन के कप्तान नितिन तोमर पहले मैच के बाद चोटिल होने के कारण कुछ मैच नहीं खेल पाए थे। पुनेरी पलटन को उनसे बतौर रेडर काफी ज्यादा उम्मीद थी और वो उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए। उन्होंने 18 मैचों में सिर्फ 61 पॉइंट हासिल किए, जिसमें एक भी सुपर 10 शामिल नहीं था। इस बीच उन्होंने एक हाई 5 जरूर लगाया। भले ही असलम इमानदार और मोहित गोयत ने दो मुख्य रेडर्स की भूमिका अच्छे से निभाई, लेकिन तीसरे रेडर के रूप में उनके आंकड़े बिल्कुल भी अच्छे नहीं है।
#) तेलुगु टाइटंस के कप्तान रोहित कुमार
रोहित कुमार को PKL 8 के लिए तेलुगु टाइटंस ने कप्तान बनाया था। हालांकि वो चोटिल होने के कारण शुरुआती मुकाबले नहीं खेल पाए थे। इस बीच सिद्धार्थ देसाई के चोटिल होने के बाद टीम को उनसे काफी ज्यादा उम्मीद थी, लेकिन फिटनेस के साथ रोहित कुमार के साथ फॉर्म भी बिल्कुल नहीं थी। रोहित कुमार ने इस सीजन सिर्फ 8 मैच खेले, जिसमें उन्होंने सिर्फ 18 पॉइंट्स ही हासिल किए। रोहित कुमार के लिए यह सीजन काफी ज्यादा निराशाजनक रहा।
#) दबंग दिल्ली के मुख्य डिफेंडर जीवा कुमार
जीवा कुमार को उनके अनुभव के लिए दबंग दिल्ली ने उन्हें खरीदा और उन्हें उम्मीद थी कि जीवा कुमार के आने से टीम का कवर काफी मजबूत होगा। हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ और जीवा कुमार को पूरे सीजन में संघर्ष करते हुए देखा गया। इसी वजह से कुछ मैचों से उन्हें बाहर भी किया गया था। जीवा कुमार ने 21 मैचों में सिर्फ 23 पॉइंट्स ही हासिल किए और उन्होंने एक भी हाई 5 नहीं लगाया। जीवा कुमार का प्रति मैच पॉइंट लाने का औसत 1.1 का रहा।
#) बंगाल वॉरियर्स के ऑल-राउंडर मोहम्मद नबीबक्श
मोहम्मद नबीबक्श ने अपने दम पर बंगाल वॉरियर्स को PKL 7 का खिताब जिताया था और इसी वजह से टीम को नबीबक्श को उनसे काफी ज्यादा उम्मीद थी। हालांकि उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। इस सीजन मोहम्मद नबीबक्श ने 20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने सिर्फ 108 पॉइंट्स ही हासिल किए। नबीबक्श ने रेडिंग में 89 और डिफेंस में 19 पॉइंट्स हासिल किए। उन्होंने सिर्फ एक सुपर 10 लगाया और वो भी टीम के प्ले-ऑफ की दौड़ से बाहर आने के बाद आया।