Pro Kabaddi League: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) का 10वां सीजन (PKL 10) इस समय चल रहा है। PKL के शुरू होने के बाद से पिछले 10 सालों में लीग में काफी बदलाव आए हैं और फैंस की रुचि में भी काफी ज्यादा इजाफा हुआ है।
हाल ही में दिल्ली लेग के दौरान मीडिया मास्टरक्लास का आयोजन कराया गया था, जिसमें Pro Kabaddi League के टेक्निकल डायरेक्टर E Prasad Rao ने सभी को कबड्डी के महत्वपूर्ण नियम के बारे में डिटेल में समझाया। इस दौरान उन्होंने कहा,
"पिछले कुछ सालों में कबड्डी की वृद्धि में मीडिया का बहुत ही अहम योगदान रहा है। इसी वजह से यह बहुत जरूरी है कि मीडिया के लोगों को भी पता होना चाहिए कि कबड्डी में क्या-क्या होता है।"
फैंस वैसे तो Pro Kabaddi League के मुख्य नियमों को जानते ही हैं। जैसे 20-20 मिनट के दो हाफ होते हैं और पहले हाफ के बाद कोर्ट भी बदले जाते हैं। हालांकि, इस आर्टिकल में आपके लिए मैच के दौरान इस्तेमाल होने वाले अहम शब्दों (Terms) का मतलब बताने वाले हैं।
Pro Kabaddi League, PKL में इस्तेमाल होने वाले खास शब्द का मतलब क्या है?
डू ऑर डाई रेड - रेडिंग करने वाली टीम अगर लगातार दो रेड में एक भी पॉइंट हासिल नहीं करती है, तो तीसरी रेड डू ऑर डाई होती है। इसमें रेड करने वाले खिलाड़ी को पॉइंट हासिल करना ही होता है, नहीं तो वो खिलाड़ी आउट हो जाता है।
सुपर रेड - रेड करने वाला खिलाड़ी अगर 3 या उससे ज्यादा पॉइंट्स हासिल करता है, तो इसे सुपर रेड कहा जाता है। रेडर अगर दो डिफेंडर्स को आउट करता है और साथ में बोनस भी लेता है, तो उसे भी सुपर रेड कहा जाएगा।
सुपर टैकल - सुपर टैकल में डिफेंस करने वाली टीम को 2 पॉइंट मिलते हैं। जब डिफेंस करने वाली टीम में 3 या उससे कम डिफेंडर होते हैं और वो एक रेडर को आउट करते हैं तो उसे सुपर टैकल कहा जाता है।
सुपर 10 - एक मैच में जब कोई रेडर 10 या उससे ज्यादा पॉइंट रेड के जरिए हासिल करता है तो उसे सुपर 10 कहा जाता है। इसमें टच और बोनस पॉइंट शामिल होते हैं।
हाई 5 - जब डिफेंडर एक मैच में 5 या उससे ज्यादा पॉइंट्स टैकल के जरिए हासिल करता है तो इसे हाई 5 कहा जाता है।
बोनस - एक रेडर का एक पैर हवा और दूसरा बोनस लाइन के पार होता है तो उसे बोनस पॉइंट मिलता है। एक बोनस पॉइंट हासिल करने के लिए दूसरी टीम में कम से कम 6 खिलाड़ी होने जरूरी हैं। इसके अलावा अगर रेडर बोनस पॉइंट हासिल करने के बाद आउट हो जाता है, तो भी उसे बोनस पॉइंट मिलेगा।
रिव्यू: हर टीम को मैच में सिर्फ एक रिव्यू मिलता है। टीम को अगर रेफरी का फैसला गलत लगता है, तो वो इसे चैलेंज कर सकते हैं। हालांकि, अगर उनका रिव्यू गलत होता है, तो उन्हें पूरे मैच में दूसरा रिव्यू नहीं मिलेगा।
ऑलआउट : जब एक टीम अपने प्रतिद्वंदी के सभी प्लेयर्स को आउट कर देती है तो इसे ऑलआउट कहा जाता है। ऑलआउट करने वाली टीम को 2 पॉइंट अतिरिक्त मिलते हैं और इसके बाद ऑलआउट होने वाली टीम के सभी मेंबर्स मैच में शामिल हो सकते हैं।
लॉबी रूल: कोई खिलाड़ी बिना टच के पीले रंग वाले हिस्से में चला जाता है, तो वो आउट हो जाता है। रेडर के पहले लॉबी में जाने के बाद वो रेड उसी वक्त खत्म हो जाती है और डिफेंस वाली टीम को एक अंक मिल जाता है। इसके अलावा रेडर द्वारा डिफेंडर को टच किए जाने के साथ ही लॉबी एक्टिव हो जाती है और खिलाड़ी इसका इस्तेमाल अपने बचाव में कर सकते हैं।
टाइम आउट - एक मैच में हर 10 मिनट के बाद टाइम आउट लिया जाता है और इससे टीमों को अपनी रणनीति बनाने में मदद मिलती है। इसके अलावा वो टाइम आउट के जरिए खिलाड़ियों को सब्स्टीट्यूट भी कर सकते हैं।
सब्स्टीट्यूट: एक मैच में हर टीम के पास 5 सब्स्टीट्यूशन होते हैं और वो एक बारी में कितने भी खिलाड़ियों को सब्स्टीट्यूट कर सकते हैं। इसके अलावा टाइम आउट और हाफ टाइम के समय बदले गए खिलाड़ियों को सब्स्टीट्यूशन में काउंट नहीं किया जाता है।