PKL 9: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League, PKL) के नौवें सीजन की तैयारी शुरु हो चुकी है। हाल ही में नौवें सीजन के लिए नीलामी का आयोजन किया था जिसमें कई खिलाड़ियों की लॉटरी निकली है। इस सीजन कई दिग्गज खिलाड़ी मैट पर नहीं दिखाई देंगे। कई खिलाड़ी मैट के बाहर से रणनीति बनाते हुए दिखाई देंगे। पिछले सीजन दबंग दिल्ली (Dabang Delhi) के साथ चैंपियन बनने वाले भी दो खिलाड़ी इस सीजन कोचिंग करते हुए दिखाई देंगे। इन दोनों खिलाड़ियों को अपनी-अपनी टीमों के साथ नीलामी में भी देखा गया था।
हम बात कर रहे हैं डिफेंडर जीवा कुमार और लीग के बेस्ट ऑलराउंडर मनजीत छिल्लर की। जीवा और मनजीत पिछले सीजन दिल्ली के साथ चैंपियन बने थे और इस सीजन वे कोचिंग करते हुए दिखाई देंगे। जीवा कुमार को यूपी योद्धा ने और मनजीत छिल्लर को तेलुगु टाइटंस ने अपने साथ बतौर सहायक कोच जोड़ा है। दोनों ही दिग्गजों को नीलामी के दौरान देखा गया था।
इन दोनों ही खिलाड़ियों ने ऑक्शन में अपनी-अपनी टीम के लिए काफी अच्छा काम किया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह अपनी टीम को पहली बार चैंपियन बनाने में कामयाब होते हैं या नहीं।
Pro Kabaddi League, PKL में कैसे रहे हैं दोनों दिग्गजों के आंकड़े?
मनजीत छिल्लर ने लीग में 132 मैच खेले हैं और 391 टैकल प्वाइंट्स लिए हैं। फिलहाल वह लीग में सबसे अधिक टैकल प्वाइंट लेने वाले खिलाड़ी हैं। इसके अलावा मनजीत ने 132 मैचों में 225 रेड प्वाइंट्स भी लिए हैं। जीवा कुमार भी लीग के दिग्गज डिफेंडर्स में से एक रहे हैं। उन्होंने लीग में 136 मुकाबले खेले हैं और 257 टैकल प्वाइंट्स अपने नाम किए हैं। टैकल प्वाइंट्स के मामले में वह 13वें नंबर पर हैं।
पिछले सीजन दिल्ली को चैंपियन बनाने में मvजीत ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने लीग में कुल 52 टैकल प्वाइंट्स अपने नाम किए थे। पिछले सीजन मनजीत रेडिंग में अधिक सक्रिय नहीं थे और पूरे सीजन में उन्होंने केवल पांच ही रेड की थी। जीवा के लिए पिछला सीजन बहुत अच्छा नहीं रहा था क्योंकि उन्होंने 21 मैचों में केवल 23 टैकल प्वाइंट्स ही लिए थे।
आपको बता दें कि एक तरफ जहां मनजीत छिल्लर PKL में बेंगलुरु बुल्स, जयपुर पिंक पैंथर्स, पुनेरी पलटन, तमिल थलाइवाज और दबंग दिल्ली जैसी टीमों का हिस्सा रहे हैं। दूसरी तरफ जीवा कुमार Pro Kabaddi League में यू मुंबा, यूपी योद्धा, बंगाल वॉरियर्स और दबंग दिल्ली जैसी टीमों के लिए ना सिर्फ खेले हैं बल्कि कई बार चैंपियन भी बने हैं।