PKL 9: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League, PKL) के आठवें सीजन में अंक तालिका में आखिरी स्थान पर रहने वाली तेलुगु टाइटंस (Telugu Titans) इस सीजन अच्छी वापसी करना चाहेगी। टाइटंस ने पिछले सीजन अच्छा प्रदर्शन करने वाले कुछ युवा खिलाड़ियों को रिटेन करने के साथ ही हाल ही में हुई नीलामी में कुछ नए खिलाड़ियों को भी अपने साथ जोड़ा है।
इस सीजन टाइटंस की टीम काफी मजबूत दिखाई दे रही है क्योंकि इसमें कई दिग्गजों की मौजूदगी है। टाइटंस ने सिद्धार्थ देसाई को वापस अपने साथ जोड़ा है और उनकी मदद के लिए कुछ बेहतरीन रेडर्स को लेकर आए हैं। इस सीजन टाइटंस ने अपने डिफेंस को भी काफी मजबूत किया है और वह अपने पिछले सीजन की गलतियों को भुलाकर नए सीजन में दमदारी के साथ मैट पर उतरना चाहेंगे।
Pro Kabaddi League, PKL के 9वें सीजन के लिए क्या है तेलुगु टाइटंस की टीम?
रेडर्स: अभिषेक सिंह, अमन कादियान, मोनू गोयत, सिद्धार्थ देसाई, अंकित बेनिवाल, रजनीश और विनय।
डिफेंडर्स: आदर्श टी, परवेश भैंसवाल, रविंदर पहल, सुरजीत सिंह, विजय कुमार, विशाल भारद्वाज, मोहित, मोहित पहल, मुहम्मद शिहास, नितिन, पल्ला रामाकृष्णा और प्रिंस
ऑलराउंडर्स: हामिद नादेर, हनुमंथू, मोहसेन मघसौदलू और रविंदर।
PKL 9 में टाइटंस के इन खिलाड़ियों पर रहेंगी सबकी नजर
टाइटंस ने सिद्धार्थ देसाई को लगातार अपने साथ बनाया हुआ है और वे उनसे एक बेहतरीन सीजन की उम्मीद कर रहे हैं। पिछले सीजन सिद्धार्थ चोट के कारण केवल तीन ही मैच खेल सके थे, लेकिन इसके बावजूद टाइटंस ने इस बार वापस उन्हें अपने साथ जोड़ा है। टाइटंस को उम्मीद होगी कि सिद्धार्थ एक बेहतरीन प्रदर्शन देंगे और टीम को खिताब के करीब लेकर जाएंगे।
इसके अलावा टीम में नए जुड़े अभिषेक सिंह और मोनू गोयत पर भी निगाहें होंगी। अभिषेक ने यू मुम्बा के लिए निरंतरता के साथ प्रदर्शन किया है और वह अपने इस प्रदर्शन को टाइटंस में भी दोहराने की कोशिश करेंगे। मोनू की बात करें तो वह काफी दिग्गज खिलाड़ी हैं और उनके पास अच्छा प्रदर्शन करने के साथ ही टीम को लीड करने की भी स्किल है।
इस सीजन टाइटंस का डिफेंस काफी खतरनाक दिखाई दे रहा है जिसमें सुरजीत सिंह और परवेश भैंसवाल जैसे दिग्गज खिलाड़ी मौजूद हैं। इसके अलावा रविंदर पहल और विशाल भारद्वाज जैसे खिलाड़ी भी टाइटंस के खेमे में मौजूद हैं। यदि इन चार खिलाड़ियों ने अपना बेस्ट प्रदर्शन दे दिया तो टाइटंस की डिफेंस नौवें सीजन के सबसे खतरनाक डिफेंस में से एक बन सकती है।