Rahul Chaudhary life journey Retirement Before PKL 11: राहुल चौधरी शानदार भारतीय कबड्डी खिलाड़ी हैं जो भारतीय राष्ट्रीय कबड्डी टीम का भी हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कबड्डी में अपने करियर की शुरुआत डिफेंडर के रूप में की थी, लेकिन बाद में वह रेडर बन गए। आज उन्हें रेड मशीन के नाम से भी जाना जाता है। राहुल चौधरी प्रो कबड्डी लीग के सबसे मशहूर खिलाड़ियों में शामिल हैं। वे प्रो कबड्डी के इतिहास में सबसे ज्यादा रेड पॉइंट हासिल करने के मामले में दूसरे स्थान पर हैं। राहुल के इस मुकाम तक पहुंचने की कहानी भी बेहद रोचक है। राहुल साउथ एशियन गेम्स 2016 में स्वर्ण पदक के विजेता हैं।
प्रो कबड्डी लीग के सफल खिलाड़ियों की लिस्ट में राहुल चौधरी भी शामिल हैं। पिछले सालों में प्रो कबड्डी लीग की लोकप्रियता खूब बढ़ी है और राहुल चौधरी ने इस खेल में कदम- कदम पर सफलता हासिल की है। अपने शानदार प्रदर्शन की वजह से कबड्डी जगत में राहुल चौधरी रेड मशीन के नाम से फेमस हैं। इसी कड़ी में आपको राहुल चौधरी के जीवन के कुछ खास किस्से बताएंगे।
राहुल के माता- पिता कबड्डी के खिलाफ थे...
राहुल चौधरी का जन्म सन् 1993 में उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में हुआ था। राहुल को बचपन से ही कबड्डी खेलना पसंद था। 13 साल की उम्र से ही राहुल ने अपने स्कूल में कबड्डी खेलना शुरू कर दिया था। स्कूल खत्म होते ही राहुल कबड्डी खेलने सीधा ग्राउंड पहुंच जाते थे।
जिसके चलते उन्हें कई बार घर में डांट–फटकार भी लगती थी। राहुल के माता- पिता को उनका खेलना बिल्कुल पसंद नहीं था। राहुल ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया था कि जब वह कबड्डी खेलते थे तो उनके माता- पिता बहुत गुस्सा करते थे। उनका कहना था कि तुम इस खेल के लिए नहीं बने हो। कबड्डी के बजाय पढ़ाई पर ध्यान दो, इसमें भविष्य नहीं है।
चोरी-छिपे कबड्डी का ट्रायल देने पहुंचे थे राहुल
लेकिन राहुल का सपना था कि वह कबड्डी में अपना करियर बनाएं और नेशनल टीम के लिए खेलें। जिसके चलते साल 2007 में राहुल अपने परिवार वालों को बिना बताए चोरी- छिपे कबड्डी का ट्रायल देने भी चले गए। परिवार भले खिलाफ हो लेकिन भगवान ने मानो राहुल के लिए इसी खेल को चुना था। ट्रायल में उनका चयन भी हो गया और उन्हें गुजरात में ट्रेनिंग का ऑफर मिला। लेकिन राहुल के पिता ट्रेनिंग के बिल्कुल खिलाफ थे, फिर भी राहुल ने पिता की नाराजगी झेली और ट्रेनिंग के लिए गुजरात चले गए।
कबड्डी के चलते आर्मी ज्वाइन करने का ऑफर ठुकराया
इसी ट्रेनिंग में राहुल ने कबड्डी के गुर सीखे और अपना सपना पूरा करने में लग गए। इसी बीच राहुुल को आर्मी ज्वाइन करने का ऑफर मिला लेकिन राहुल ने कबड्डी के लिए आर्मी के ऑफर को ठुकरा दिया। इसके बाद उन्हें एयर इंडिया की तरफ से कबड्डी खेलने का ऑफर मिला। इस ऑफर से राहुल के माता- पिता भी बहुत खुश हो गए थे। वहीं मशहूर कोच उदय कुमार ने राहुल के टैलेंट को समझा और उसे निखारने में लग गए।
तेलुगू टाइटंस के लिए PKL पाचंवे सीजन में कप्तान बने राहुल चौधरी
उदय कुमार प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन में तेलुगू टाइटन्स के कोच बने और उन्होंने राहुल को अपनी टीम में ले लिया। जिसके बाद राहुल ने प्रो कबड्डी लीग के पहले ही सीजन में 161 रेड प्वाइंट के साथ अपनी ग्रैंड एंट्री की। उसके बाद से राहुल सफलता की सीढ़ी चढ़ते ही गए। वहीं प्रो कबड्डी लीग के चौथे सीजन में राहुल 400 रेड प्वाइंट जुटाने वाले पहले खिलाड़ी बने। इसके बाद पांचवे सीजन में तो राहुल को तेलुगू टाइटंस के कप्तान की जिम्मेदारी दी गई। बता दें कि राहुल प्रो कबड्डी लीग में सबसे ज्यादा रेड प्वाइंट जुटाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं।
बता दें कि प्रो कबड्डी लीग के 11वें सीजन के लिए हुए ऑक्शन में राहुल चौधरी को किसी भी टीम ने नहीं खरीदा था। वहीं इसी बीच सीजन से पहले राहुल चौधरी ने प्रो कबड्डी से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। वहीं उन्होंने बताया कि वह दूसरे टूर्नामेंट खेलना जारी रखेंगे।