सोनू नरवाल 2010 में हुई एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम का हिस्सा थे और यही वह समय था जब हरियाणा रेडर के लिए सभी क्षेत्रों में प्रशंसा और तारीफें शुरू हो गई थीं। इसके बाद, उन्हें स्वर्ण पदक विजेता टीम का हिस्सा होने के लिए हरियाणा पुलिस में डीएसपी का पद दिया गया था और आधिकारिक नौकरी के लिए आवश्यक प्रशिक्षण पाने के लिए उन्हें प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन को छोड़ना पड़ा था। हालंकि उन्होंने जल्द वापसी करते हुए रेडिंग की दुनिया में जयपुर पिंक पैंथर्स के साथ वापस आने की घोषणा कर दी। अगर कोई सोनू से पूछता है कि वह किस चीज को ज्यादा इंन्जॉय करते हैं अपराधियों को पकड़ने में या कबड्डी खेलने में, तो सोनू कहते हैं, "जब मैं अपनी (पुलिस) नौकरी करता हूं, तब मैं अपराधियों को पकड़ने का आनंद लेता हूं और जब मैं खेलता हूं, तब मैं खेल का आनंद उठाता हूं। मैं दोनों चीजों को मिलाकर नहीं कर सकता मैं पुलिस में खेल कोटे की वजह से ही हूं।"