प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) ने युवा खिलाड़ियों को ऐसा मंच दिया है जिसके जरिए वो अपनी काबिलियत को सभी को दिखा पाए और साथ ही अपने सपनों को पूरा करें। PKL इतिहास में ऐसे कई युवा खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने मिले मौकों का पूरा फायदा उठाया है। ऐसे ही युवा खिलाड़ी हैं रोहित तोमर जोकि परदीप नरवाल, नवीन कुमार जैसे खिलाड़ियों की तरह अपना नाम बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
यूपी योद्धाज के लिए रोहित तोमर ने PKL 8 में डेब्यू किया, लेकिन चोटिल होने के कारण वो पूरा सीजन नहीं खेल पाए और इस सीजन के शुरुआती मैचों में उन्हें चोट के कारण एक्शन से दूर होना पड़ा। हालांकि उन्होंने जोरदार वापसी की और हाल ही में बंगाल वॉरियर्स के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अपने करियर का पहला सुपर 10 लगाया। रोहित तोमर ने Sportskeeda से खास बातचीत की और इस दौरान अपने प्रदर्शन को लेकर कहा,
"इंजरी गेम का एक का हिस्सा है और चोट कभी भी लग सकती है। हालांकि इसका असर मैं गम पर पड़ने नहीं देता हूं और रेडिंग के समय मेरी पूरी कोशिश फ्री माइंड से खेलने की रहती है। बंगाल वॉरियर्स के खिलाफ मेरा प्रदर्शन काफी अच्छा था और साथ ही अपने करियर का पहला सुपर 10 लगाने के बाद मुझे काफी ज्यादा खुशी भी हुई। मेरी कोशिश मैच के दौरान ज्यादा से ज्यादा पॉइंट्स लाते हुए टीम को हारने से बचाने की थी।"
यूपी योद्धाज की टीम में रोहित तोमर को परदीप नरवाल, नितिन तोमर, सुरेंदर गिल जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिल रहा है। रोहित ने टीम मैनेजमेंट और सीनियर खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की है। रोहित तोमर ने कहा,
"यूपी योद्धाज की टीम काफी ज्यादा अच्छी है। हमारी टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रणा है। परदीप नरवाल, नितिन तोमर जैसे अनुभवी प्लेयर्स के साथ खेलने में काफी अच्छा लगता है। नितिन तोमर से मैंने बोनस, टो टच, परदीप भाई से मैंने डुबकी और हैंड टच करना सीखा है।
रोहित तोमर ने साफ किया कि अगर वो कबड्डी नहीं खेल रहे होते तो इस समय आर्मी की तैयारी करते। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि इस सफर के दौरान उन्हें अपने परिवार से काफी समर्थन मिला।
"मैं 13-14 साल की उम्र से गांव (शाहपुर बरौली) में कबड्डी खेल रहा हूं। इसके बाद डिस्ट्रिक्ट, स्टेट, नेशनल लेवल पर खेला और फिर Pro Kabaddi League का हिस्सा बन गया। गांव में लोकल टूर्नामेंट देखते हुए ही मैंने खेलना शुरू कर दिया और मैंने तभी फैसला कर लिया था कि मुझे कबड्डी ही खेलनी है। मुझे परिवार और गांव की तरफ से पूरा समर्थन मिला है। मेरा भाई भी कबड्डी खेलता है और उन्हें भी इसी के जरिए नौकरी मिली। परिवार की तरफ से पढ़ाई पर ज़ोर देने के लिए कहा गया था, लेकिन मेरा पूरा फोकस कबड्डी पर ही था।
PKL 2022 में यूपी योद्धाज को पिछले तीन मैचों से नहीं मिली है कोई जीत
यूपी योद्धाज ने PKL 2022 में 11 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 4 मैच ही जीते हैं और 5 मुकाबले हारे हैं। इसके अलावा यूपी योद्धाज ने अपने पिछले दोनों मुकाबले टाई खेले, साथ ही पुनेरी पलटन के खिलाफ उन्हें 40-31 से हार का सामना करना पड़ा था। यूपी योद्धाज को इस समय मोमेंटम की सख्त जरुरत है और उनका अगला मुकाबला हरियाणा स्टीलर्स के खिलाफ है।
टीम के कप्तान परदीप नरवाल इस समय फॉर्म में हैं, साथ ही पिछले मैच में रोहित तोमर ने भी जबरदस्त प्रदर्शन करके दिखाया। सुरेंदर गिल की वापसी और संदीप नरवाल के टीम में शामिल होने से काफी ज्यादा मजबूती मिली होगी। देखना होगा कि इस सीजन यूपी योद्धाज का प्रदर्शन कैसा रहता है।