बहुत समय पहले, कबड्डी दुनिया के ज्यादातर लोगों के लिए एक अनजान खेल था। अब यह मामला नहीं है, क्योंकि खेल के उचित व्यापार ने कबड्डी को नई ऊंचाई तक पहुंचा दिया है, और अब खिलाडियों की एक नई पहचान बन गयी है और उन्हें लोग नाम से जानते हैं। प्रो कबड्डी लीग ने भारत के सबसे पुराने खेल को लोकप्रिय बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। और यह स्वाभाविक है कि अधिक प्रसिद्धि के साथ अधिक पैसा आता है। सीजन 1 के लिए खिलाड़ी नीलामी में, आठ फ्रैंचाइजी ने प्रो कबड्डी लीग के पहले सत्र के लिए 96 खिलाड़ियों के एक पूल से अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम को बनाने का कार्य किया। दो बार विश्व कप के विजेता राकेश कुमार पटना पाइरायट्स फ्रैंचाइज द्वारा 12 लाख रूपये के लिए खरीद के साथ सबसे महंगे खिलाड़ी थे, जो कि उनकी मूल कीमत से ज्यादा थी। अन्य शीर्ष खिलाड़ीयों में अजय ठाकुर और सुरजीत नरवाल शामिल थे, दोनों को क्रमशः बेंगलुरु बुल्स और दबंग दिल्ली ने 12.20 लाख रुपये का भुगतान किया। वहीं दीपक निवास को तेलगु टाईटन्स ने बी केटेगरी की लिस्ट से 12.60 लाख में इस नौजवान की बोली लगाकर अपने साथ टीम में लिया। पीकेएल के सीजन 2 में 13 देशों के 27 खिलाड़ियों के एक अंतरराष्ट्रीय मसौदे को देखा। जिनमें 14 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को लिया गया और इस दौरान ईरान के हडी ओशोरकैक को लेकर फ्रेंचाइजी में होड़ देखी गयी और अंततः तेलुगू टाइटन्स द्वारा 21.10 लाख रुपये में खरीद कर बाज़ी मार ली गयी, नीलामी में हडी का आधार मूल्य 1.5 लाख रुपये था। सीजन 3 में पहली बार सर्विसेज़ के खिलाड़ियों को शामिल किया। छह टीमों ने 12 खिलाड़ियों के लिए ओपन ड्रा की प्रक्रिया के माध्यम से मैदान में इंट्री ली, सुरजीत सिंह और नितिन तोमर फ्रेंचाइजी की पहली पसंद रहे। सीजन 4 की नीलामी लोकप्रियता के मामले में ज्यादा दिलचस्प रहीं, क्योंकि इस नीलामी में 198 खिलाड़ियों के एक बड़े पूल को आकर्षित किया और 96 खिलाडियों का सौदा हुआ जिसमें 12.82 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। सबसे ज्यादा बोली मोहित छिल्लर की थी जिन्हें बेंगलुरु बुल्स ने 53 लाख रुपये में खरीदा था। फाजेल अत्र्राली पटना पाइरायट्स के लिए 38 लाख रुपये के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी थे। हाल ही में सीज़न 5 के लिए आयोजित नीलामी में सभी पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया गया, क्योंकि कुल मिलाकर 46.99 करोड़ रूपये का इसमें निवेश किया गया और 227 खिलाड़ियों को चुना गया। इस सीजन के लिए अब तक सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी नितिन तोमर हैं। उन्हें संस्करण की नई टीम यूपी ने 93 लाखों की भारी भरकम कीमत में खरीदा था। ईरानी खिलाड़ी अबोज़र मोहम्मद मिघानी सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी हैं, जिन्हें टीम गुजरात द्वारा 50 लाख रूपये में खरीदा गया। वहीँ दूसरी ओर सूरज देसाई 52.50 लाख रुपये के लिए श्रेणी बी के सबसे महंगी खिलाड़ी बन गए हैं जिन्हें दबंग दिल्ली द्वारा ने ख़रीदा। एक खिलाड़ी पर 93 लाख रुपये खर्च करने के लिए 60 लाख रुपये प्रति टीम की नीलामी कैप से लिए गये, सीज़न 1 से लेकर सीज़न 5 तक पीकेएल ने आर्थिक रूप से लंबा सफर तय किया है। यहां हम टूर्नामेंट की कमाई और वेतन के आधार पर दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई वाले कबड्डी खिलाड़ियों को देखते हैं।
क्रमांक | नाम | अनुमानित आय (लाखों में) |
1 | सुरेंद्र नाडा | 113.2 |
2 | संदीप नरवाल | 111.5 |
3 | जांग कुन ली | 102.3 |
4 | अजय ठाकुर | 100.5 |
5 | मोहित छिल्लर | 99.5 |
6 | मेरज शेख | 96.85 |
7 | फ़जल अत्र्राली | 93 |
8 | नितिन तोमर | 93 |
9 | जीवा कुमार | 92 |
10 | शब्बीर बापू | 87.8 |