प्रो कबड्डी सीजन 4 के चौथे लेग के खत्म होने के साथ ही, पटना पाइरेट्स के विजय रथ पर आखिरकार लगाम लग ही गई। घरेलू टीम ने अपने घर में पहले दोनों मैच जीतकर, इस सीजन में अपने पहले 5 में से 5 मैच जीते, लेकिन उसके बाद उन्हें लगातार दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा। बेंगलुरु बुल्स और बंगाल वॉरियर्स पाटिलपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अपने मैच हारे, तो यू मुंबा ने बुल्स के खिलाफ एक करीबी मुक़ाबला जीता। पटना लेग में काफी चौंकाने वाले परिणाम देखने को मिले, लेकिन कुछ ऐसे प्रदर्शन भी थे, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया। आइये नज़र डालते हैं, पटना लेग की बेस्ट 7 पर: अनूप कुमार( यू मुंबा)- रेडर सीजन 1 के सबसे मूल्यवान खिलाड़ी और साथ ही में भारतीय टीम के कप्तान पटना लेग में अपनी फॉर्म में आए और बेंगलुरु बुल्स के खिलाफ 11 पॉइंट्स हासिल किए। अनूप कुमार ने अपनी टीम के लिए लगभग आधे पॉइंट्स हासिल किए, उनके नाम 9 रेड्स पॉइंट्स और 2 टैकल पॉइंट्स रहे। उन्हीं की बदौलत यू मुंबा 11-18 से पिछड़ने के बावजूद 24-23 से जीतने में कामयाब रहे। 32 वर्षीय खिलाड़ी ही यू मुंबा को वापस जीत की राह पर लेकर आए है। नितिन मदने (बंगाल वॉरियर्स)- रेडर बंगाल वॉरियर्स पटना लेग में अपने दोनों मैच हार गए, लेकिन नितिन मदने ने 19 पॉइंट्स की बदौलत इस लिस्ट में जगह बनाई। उन्होंने पटना के खिलाफ मिली 21-35 की हार में 7 पॉइंट हासिल किए और पुनेरी पल्टन के खिलाफ उन्होंने 12 पॉइंट्स हासिल किए। उनके इतने अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भी बंगाल की टीम 7 मैच में 8 पॉइंट्स के साथ आखिरी स्थान पर है। सचिन शिंघाड़े( दबंग दिल्ली)- लेफ्ट कवर पटना पाइरेट्स के खिलाफ सचिन शिंघाड़े के 4 टैकल पॉइंट्स की बदौलत, दबंग दिल्ली ने इस सीजन का सबसे बड़ा उलटफेर किया और टेबल्स टॉपर पटना पाइरेट्स को हराने में कामयाब रहे। दिल्ली के इस सितारे ने अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन तेलुगू टाइटन्स के खिलाफ किया और डिफेंस में 6 पॉइंट्स हासिल किए। पटना लेग में दिल्ली की टीम दो में से एक मैच जीतने में कामयाब रही और अब वो अंकतालिका में 7वे नंबर पर है। संदीप ढुल( तेलुगू टाइटन्स)- लेफ्ट कोर्नर संदीप ढुल ने अपनी टीम को धर्मराज चेरलाथन की कमी बिल्कुल भी खलने नहीं दी। पटना लेग में खेले गए इकलौते मैच में, तेलुगू की टीम ने दबंग दिल्ली को 28-23 से हराया और इस मैच के हीरो थे संदीप ढुल। अपनी पूर्व टीम के खिलाफ ढुल ने 6 टैकल पॉइंट्स हासिल किए और तेलुगू अब पांचवे स्थान पर काबिज बुल्स से सिर्फ एक अंक पीछे है। धर्मराज चेरलाथन (पटना पाइरेट्स)- राइट कोर्नर पटना पाइरेट्स के कप्तान धर्मराज चेरलाथन अपनी टीम को घरेलू मैदान में दो हार से नहीं बचा पाए, लेकिन उनकी बदौलत पटना की टीम अभी भी पहले स्थान पर है। प्रो कबड्डी के सबसे उम्रदराज़ खिलाड़ी ने वॉरियर्स के खिलाफ 9 टैकल पॉइंट्स हासिल किए। उन्होंने चार सुपर टैकल्स भी किए, जिसकी बदौलत पटना ने बंगाल को 35-21 से हराया था। हालांकि इसके अलावा वो तीन मैचों में सिर्फ 2 पॉइंट्स ही अपने नाम किए, लेकिन बंगाल के खिलाफ उनका प्रदर्शन शानदार था। शब्बीर बापू(जयपुर पिंक पैन्थर्स)- राइट कवर शब्बीर एक रेडर है, उसके बावजूद उन्होंने डिफेंस में अपनी ताकत दिखाई और पटना को करीबी मैच में मात दी। उन्होंने अपनी टीम को पिछड़ने के बाद 3 सुपर टैकल्स करकर मैच में वापसी दिलाई। बापू ने डिफेंस में 6 पॉइंट्स हासिल किए और साथ में एक रेड पॉइंट्स भी हासिल किया। उनके इसी प्रदर्शन की बदौलत जयपुर की टीम पॉइंट्स टेबल्स में तीसरे स्थान पर पहुँच गई। मंजीत छिल्लर( पुनेरी पल्टन)- ऑल राउंडर मंजीत छिल्लर ने एक बार साबित कर दिया कि उन्हें सबसे अच्छा ऑल राउंडर क्यों कहा जाता है। पुनेरी पल्टन ने पटना लेग में एक मैच खेला और उन्होंने अपनी टीम को बंगाल वॉरियर्स के खिलाफ 38-31 से जीत दिलाई। उनके नाम उस मैच में 4 रेड्स पॉइंट्स और 7 टैकल्स पॉइंट्स थे। पल्टन के कप्तान ने अपनी टीम को पहले स्थान के काफी करीब ले आए है। स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी