#11 सीज़न-4 में एक मैच में किसी विदेशी खिलाड़ी ने सबसे ज़्यादा 13 रेड प्वाइंट हासिल किए। बंगाल वॉरियर्स के जैंग कुन ली ने जयपुर पिंक पैंथर्स के ख़िलाफ़ 13 रेड प्वाइंट हासिल किया और बंगाल को शानदार जीत दिलाई। #12 फ़ाइनल में सबसे ज़्यादा 16 रेड प्वाइंट लेने का रिकॉर्ड परदीप नरवाल ने बनाया, उन्होंने जयपुर पिंक पैंथर्स के ख़िलाफ़ ख़िताबी मुक़ाबले में 16 प्वाइंट्स हासिल करते हुए पटना को चैंपियन बनाया। #13 एक सीज़न में सबसे ज़्यादा 18 रेड प्वाइंट्स का रिकॉर्ड तेलुगु टाइटंस के राहुल चौधरी और पटना पाइरेट्स के परदीप नरवाल के नाम रहा, दोनों ने 18-18 रेड प्वाइंट्स एक मैच में हासिल किए। #14 पटना पाइरेट्स के परदीप नरवाल को मोस्ट वैल्यूबल प्लेयर (MVP) का भी पुरस्कार मिला, 19 साल की उम्र में इस ख़िताब को जीतने वाले परदीप सबसे युवा खिलाड़ी हैं। #15 यू मुम्बा ने प्रो कबड्डी इतिहास में सबसे बड़ी हार झेली, उन्हें पुनेरी पलटन ने 41-19 से शिकस्त दी। #16 राहुल चौधरी अब 24 बार सुपर-10 हासिल कर चुके हैं, जो प्रो कबड्डी इतिहास का एक रिकॉर्ड है। #17 इस सीज़न की सबसे बड़ी जीत रही जयपुर पिंक पैंथर्स के नाम, जयपुर ने दबंग दिल्ली को 51-26 से शिकस्त देते हुए 25 अंको से मात दी। #18 टॉप पर काबिज़ टीम और अंतिम पायदान पर रही टीमों के बीच का अंतर इस बार 26 अंक का रहा, जो सबसे कम रहा। #19 आख़िरी स्थान पर रहने वाली बंगाल वॉरियर्स के 26 अंक थे, जो निचले पायदान की टीम का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा। #20 पटना पाइरेट्स ने पूरे सीज़न में 26 सुपर टैकल्स किए, जो प्रो कबड्डी का इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ। बंगाल वॉरियर्स ने सीज़न-2 में 20 सुपर टैकल्स किए थे, जिसे पटना ने तोड़ डाला।