दिल्ली के थ्यागराज स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स पर लीग चरण के आखिरी लेग का सात रोमांचक मैचों के साथ समापन हुआ। खिलाड़ियों और प्रशंसकों के बीच काफी ड्रामे व चिंता के बाद आखिरकार हमें सेमीफाइनल के लिए चार टीमों का पता चल गया है, जो स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी (पीकेएल) का खिताब हासिल करने के लिए जद्दोजहद करेंगी। दिल्ली लेग से पहले जयपुर पिंक पैंथर्स और पटना पाइरेट्स सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी थी। दिल्ली लेग की शुरुआत में तेलुगु टाइटन्स ने भी जगह पक्की और फिर पुनेरी पलटन ने आखिरी दिन अपनी जगह पक्की करके खाली जगह को भरा। देश की राजधानी में हमें कई ऐसे शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन देखने को मिले जो लंबे समय तक प्रशंसकों की याद में बरकरार रहेंगे। चलिए सीजन चार के आखिरी लेग के 7 खिलाड़ियों पर गौर करते हैं : राहुल चौधरी - रेडर (तेलुगु टाइटन्स) राहुल चौधरी ने स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी लीग सीजन चार में अपना शानदार फॉर्म जारी रखा है। उन्होंने दिल्ली में 2 मैच खेले और 24 अंक हासिल किए। 23 वर्षीय राहुल ने 22वी बार सुपर-10 पूरा किया। उन्होंने यह कमाल का प्रदर्शन जयपुर पिंक पैंथर्स के खिलाफ करते हुए टीम को 35-23 की जीत दिलाकर सेमीफाइनल में पहुंचाया था। पटना पाइरेट्स के खिलाफ 46-25 की शर्मनाक हार में भी राहुल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 13 अंक हासिल किए थे। संदीप नरवाल- ऑलराउंडर (तेलुगु टाइटन्स) प्रो कबड्डी लीग के इतिहास के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी संदीप नरवाल भी दिल्ली लेग में टीम के सितारा खिलाड़ी साबित हुए। जयपुर पिंक पैंथर्स के खिलाफ उन्होंने सिर्फ एक अंक हासिल किया, लेकिंग अपनी पूर्व टीम पटना के खिलाफ उन्होंने शानदार वापसी की। पटना के खिलाफ 6 टैकल अंक हासिल करते हुए संदीप इस सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। फज़ल अत्राचली - लेफ्ट कॉर्नर (पटना पाइरेट्स) पटना पहले ही शीर्ष पर पहुंच चुकी थी, लेकिन फज़ल ने बिलकुल भी ढिलाई नहीं करती। दिल्ली के खिलाफ 32-31 की बहा नजदीकी जीत में ईरानी खिलाड़ी ने 4 टैकल अंक हासिल किए थे। तेलुगु टाइटन्स के खिलाफ दूसरे मैच में 24 वर्षीय फज़ल ने 8 टैकल अंक हासिल किए थे। हालांकि उनकी टीम को शिकस्त झेलना पड़ी थी। काशीलिंग अडाके - रेडर (दबंग दिल्ली) थ्यागराज स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स पर अपने टीम के होम लेग में काशीलिंग अडाके ने आखिरकार फॉर्म हासिल कर लिया। उन्होंने 38 रेड अंक जबकि तीन टैकल अंक हासिल किए। वॉरियर्स के खिलाफ घरेलू चरण की शुरुआत में दिल्ली ने 41-20 की विशाल जीत दर्ज की जिसमें अडाके ने 13 रेड अंक हासिल किए। पाइरेट्स और पलटन के खिलाफ उन्होंने क्रमशः 11 व 10 अंक हासिल किए। अपने आखिरी घरेलू मैच में अडाके ने 7 अंक हासिल किए लेकिन वह अपनी टीम को यू मुंबा पर जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो सके। मंजीत छिल्लर - ऑलराउंडर (पुनेरी पलटन) आखिरी लीग चरण के अंतिम दो मैचों में पलटन को कप्तान मंजीत छिल्लर की वापसी से काफी खुशी मिली। छिल्लर ने घुटने की चोट से वापसी की थी और वह तुरंत ही अपने रंग में दिखे। दो मैच में 12 टैकल अंकों के साथ मंजीत ने पलटन को सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने बेंगलुरु बुल्स के खिलाफ एक 11 टैकल अंक हासिल किए जो एक मैच के लिहाज से रिकॉर्ड भी बना। मोहित छिल्लर - राइट कॉर्नर (बेंगलुरु बुल्स) प्रो कबड्डी लीग के इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी मोहित चीलर ने पुनेरी पलटन के खिलाफ अंतिम दिन शानदार प्रदर्शन किया। 23 वर्षीय मोहित बुल्स को सत्र की 8वीं शिकस्त झेलने से रोक तो नहीं पाए, लेकिन उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 टैकल अंक हासिल किए। दीपक निवास हूडा - ऑलराउंडर (पुनेरी पलटन) पटना के 22 वर्षीय दीपक ने दबंग दिल्ली के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 17 रेड अंक हासिल किए, जो उनका निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और उन्होंने अपनी टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी जीवित रखा। अपने आखिरी मैच में भी दीपक 9 अंक हासिल करके छाए रहे।