प्रो कबड्डी लीग के छठे सीजन के लिए आयोजित की गई नीलामी प्रक्रिया में कुल मिलाकर 422 खिलाड़ियों को शामिल किया गया। नीलामी से पहले 12 में से 9 टीमों ने कुल मिलाकर 21 खिलाड़ियों को रिटेन भी किया था और नीलामी में कुल मिलकर 148 खिलाड़ियों को खरीदा गया। हालांकि इस साल कुछ खिलाड़ियों की किस्मत काफी अच्छी रही। कुल मिलाकर 6 खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्हें एक करोड़ से ऊपर की रकम में खरीदा गया। फज़ल अत्राचली (1 करोड़) जहां सबसे महंगे बिकने वाले विदेशी खिलाड़ी बने, तो भारतीय खिलाड़ियों में मोनू गोयत (1.51 करोड़) प्रो कबड्डी इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने। मोनू गोयत पिछले साल गत विजेता पटना पाइरेट्स के लिए खेलते थे और उनका प्रदर्शऩ भी काफी शानदार रहा था। उन्होंने स्टार रेडर परदीप नरवाल का अच्छा साथ निभाया था। हालांकि इस साल पटना ने उन्हें रिटेन नहीं किया और हरियाणा ने गोयत को खरीद लिया। हरियाणा स्टीलर्स ने मोनू गोयत 1 करोड़ 51 लाख में खरीदा। इसके अलावा राहुल चौधरी 1.29 करोड़ (तेलुगु टाइटन्स), दीपक निवास हूडा 1.15 करोड़ (जयपुर पिंक पैंथर्स),नितिन तोमर 1.15 करोड़ (पुनेरी पलटन) और रिशांक देवाडिगा 1.11 करोड़ (यूपी योद्धा) की इस साल नीलामी में सबसे ऊंची बोली लगी। प्रो कबड्डी लीग के पिछले 5 सीजन काफी सफल रहे और उसको देखते हुए इस सीजन से भी काफी उम्मीदें हैं। इस लीग का छठा संस्करण 19 अक्टूबर से शुरू होगा और यह टूर्नामेंट 13 हफ्तों तक चलेगा।
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